साड़ी और स्टाइल का अनोखा संगम, जो ऐश्वर्या राय सरकार की फैशन रूट्स में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। उनके बचपन में, जब उनकी माँ स्कूल टीचर थीं, और नानी सेना अधिकारी की पत्नी थीं, दोनों ने अपनी-अपनी तरीके से इस परंपरा को जीवंत रखा।
ऐश्वर्या राय सरकार की यात्रा शुरू होती है उनके बचपन में, जब उनके मन में समुद्र जैसी रवानी और ठहराव था। उनकी माँ ने उन्हें हमेशा साड़ी में देखा और उनसे सीखा कि जिम्मेदारियों को गरिमा और संतुलन के साथ कैसे निभाया जाता है। उनकी नानी के लिए भी, साड़ी एक गर्व और आत्मबल की पहचान थी।
ऐश्वर्या राय सरकार की यादें अपनी-अपनी साड़ियों से जुड़ी हुई थीं। उनकी हर साड़ी एक कहानी कहती थी कि वह कहां रही थीं और वहां से क्या सहेजकर लाई थीं। यह अनुभव उन्हें स्टाइलिस्ट बनने में मदद करता है, जहाँ कपड़े हर जगह अपनी अलग पहचान बनाते हैं।
आरएसए (Aishwarya Ray Sarkar) शुरू करने से पहले, ऐश्वर्या राय सरकार बतौर स्टाइलिस्ट काम करती थीं। यहां उन्होंने सीखा कि चाहे कैमरे के सामने की जिंदगी हो या रोजमर्रा की, कपड़े हर जगह अपनी अलग पहचान बनाते हैं। इस अनुभव ने उनकी दृष्टि को निखारा, और उन्हें साड़ियों की बारीकियों और उनकी गरिमा को समझने में मदद की।
आरएसए ऐश्वर्या राय सरकार की उसी विरासत को समर्पित है। यहां हर कलेक्शन सोच-समझकर तैयार किया जाता है, ताकि पूरी दुनिया भारत की इस समृद्ध परंपरा से जुड़ सके और उसकी सराहना कर सके। उनका उद्देश्य सिर्फ परंपरा को संजोना नहीं, बल्कि उसे गर्व और सहजता के साथ आगे बढ़ाना है।
ऐश्वर्या राय सरकार की यात्रा शुरू होती है उनके बचपन में, जब उनके मन में समुद्र जैसी रवानी और ठहराव था। उनकी माँ ने उन्हें हमेशा साड़ी में देखा और उनसे सीखा कि जिम्मेदारियों को गरिमा और संतुलन के साथ कैसे निभाया जाता है। उनकी नानी के लिए भी, साड़ी एक गर्व और आत्मबल की पहचान थी।
ऐश्वर्या राय सरकार की यादें अपनी-अपनी साड़ियों से जुड़ी हुई थीं। उनकी हर साड़ी एक कहानी कहती थी कि वह कहां रही थीं और वहां से क्या सहेजकर लाई थीं। यह अनुभव उन्हें स्टाइलिस्ट बनने में मदद करता है, जहाँ कपड़े हर जगह अपनी अलग पहचान बनाते हैं।
आरएसए (Aishwarya Ray Sarkar) शुरू करने से पहले, ऐश्वर्या राय सरकार बतौर स्टाइलिस्ट काम करती थीं। यहां उन्होंने सीखा कि चाहे कैमरे के सामने की जिंदगी हो या रोजमर्रा की, कपड़े हर जगह अपनी अलग पहचान बनाते हैं। इस अनुभव ने उनकी दृष्टि को निखारा, और उन्हें साड़ियों की बारीकियों और उनकी गरिमा को समझने में मदद की।
आरएसए ऐश्वर्या राय सरकार की उसी विरासत को समर्पित है। यहां हर कलेक्शन सोच-समझकर तैयार किया जाता है, ताकि पूरी दुनिया भारत की इस समृद्ध परंपरा से जुड़ सके और उसकी सराहना कर सके। उनका उद्देश्य सिर्फ परंपरा को संजोना नहीं, बल्कि उसे गर्व और सहजता के साथ आगे बढ़ाना है।