ब्लैकबोर्ड-रात में लड़कों ने पीट-पीटकर कपड़े फाड़े, सेक्शुअल हैरेसमेंट: नाचने पर पापा ने घर से निकाला; भारत के फेमस बेली डांसरों की कहानी

कोलकाता के तुषार रॉय बेली डांसर हैं। वह बताते हैं कि जब डांस के दौरान उन्होंने ब्रा पहननी शुरू की तो लोगों ने कहा- लड़की क्यों नहीं बन जाते, सेक्स चेंज करवा लो।
 
मुझे लगता है कि यह तुषार रॉय बेली डांसर हैं जिनका मENTION हुआ। उन्होंने बताया कि जब वे डांस करते समय ब्रा पहनते हैं, लोग उन्हें लड़कियों से दूर रखना चाहते हैं। यह बहुत अजीब लग रहा है, मुझे लगता है कि यह तुषार रॉय को नशीली दवाओं के दौरान ऐसा करने की सलाह देने वाले लोगों से बचने का एक तरीका हो सकता है। मुझे लगता है कि हमें अपने समाज में ऐसी चीजों को रोकने के लिए एकजुट होना चाहिए। मैं समझता हूं कि यह एक संवेदनशील विषय है, लेकिन हमें ऐसी चीजों को रोकने के लिए एकजुट होना चाहिए, जिससे हमारे युवाओं को उनके सपनों को पूरा करने में मदद मिले। 🤔
 
अरे भाई, यह बहुत ही अजीब बात है कि लोग दूसरों को अपने इंद्रियों की गोल्ड मीनिंग करने के लिए मजबूर करते हैं। तुषार रॉय की जिंदगी से हमें सबक सीखना चाहिए, वहाँ कुछ ऐसा नहीं है जो उनकी दुनिया की बात करे। लोगों को अपने और अपने परिवार के लिए संतुष्ट रहना चाहिए न कि दूसरों को अपनी इच्छाओं के अनुसार बदलना चाहिए।
 
तुषार रॉय की खूबसूरती तो सब जानते हैं, लेकिन उनकी पेशेवरी भी बहुत अच्छी है। वे डांसर हैं और उनका प्रदर्शन देखने के बाद मुझे लगता है कि उन्हें अपनी खूबसूरती को सोशल मीडिया पर शेयर करने की ज़रूरत नहीं है, लेकिन फिर भी वे ऐसा करते हैं। यह तो उनकी प्रतिभा और आत्मविश्वास को दिखाता है। मुझे लगता है कि लोगों ने उन्हें 'सेक्स चेंज' करने के लिए ब्रा पहनने का फायदा नहीं समझा, इसके बजाय उनकी खूबसूरती और प्रतिभा पर ध्यान देना चाहिए।
 
मुझे लगता है कि यह बहुत जरूरी है कि हम मानसिकता बदलें। जब युवाओं को ऐसा करने के लिए कहा जाता है, तो वे अपने आप पर दबाव महसूस करते हैं और अपने शरीर को नियंत्रित करने की कोशिश करते हैं। इससे कई तरह के मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं आती हैं।

मेरी राय में यह जरूरी है कि हम बच्चों को स्वतंत्रता और गरिमा की बात करें। उन्हें यह बताना चाहिए कि उनके शरीर को अपने जैसा स्वीकार करना चाहिए। इससे वे खुद पर अधिक आत्मविश्वास महसूस करेंगे और जिंदगी में स्वतंत्र रूप से आगे बढ़ पाएंगे।
 
मुझे बहुत दर्द हुआ जब मैंने पढ़ा कि तुषार रॉय बेली को उनकी खूबसूरतियों और डांस करने की अदाकारी को लेकर क्या देखा जा रहा है। यह सुनकर लगता है कि लोग अभ भी ऐसी गलतफहमी में फंसे हुए हैं कि एक लड़का भी अपनी खूबसूरतियों और अंदाज़ को दिखाने के लिए ब्रा पहनता है। 🤦‍♂️

लेकिन तुषार रॉय बेली ने यह दिखाया है कि एक लड़का भी अपनी सच्ची खूबसूरती और डांस करने की अदाकारी को दिखाने के लिए ब्रा पहन सकता है। यह हमें सिखाता है कि जीवन में हर चीज़ का अपना समय आ जाता है, और हमें अपने आप को सहज महसूस करना चाहिए। 🙏

तुषार रॉय बेली ने हमें यह भी सिखाया है कि सच्ची खूबसूरती तो अंदर से होती है, और इसका कोई सीमा या लimits नहीं है। 👏
 
मुझे लगता है कि यह अच्छी बात है कि संस्कृति में बदलाव आ रहा है, जैसे कि टुषार रॉय ने डांसिंग के दौरान ब्रा पहनकर अपनी गरिमा को बनाए रखा। 🤩

मैंने देखा है कि पुरुषों में सेक्स चेंज करवाने की दूरबीन काफी हद तक है, लेकिन महिलाओं के लिए यह अधिक मुश्किल है। लेकिन अगर टुषार रॉय जैसे लोग हैं जो अपनी सीमा को बनाए रखते हुए भी खुद को स्वीकार करते हैं, तो यह एक अच्छा संदेश है 🙌

चाहे लोग क्या कहें, हमें इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि पुरुषों और महिलाओं की भावनाएं अलग-अलग हैं। हमें उन्हें एक-दूसरे की दूरबीन करनी चाहिए। 🤝

कोलकाता के लोग बिल्कुल सही कह रहे हैं - लड़कियों को सेक्स चेंज करवाने की जरूरत नहीं है, बल्कि उन्हें खुद को स्वीकार करना चाहिए।
 
मैं समझ नहीं पाया, फिल्म में कौनसी लड़की है? यह कोलकाता की लड़की तो है न? मुझे लगा कि वह बहुत ही सुंदर दिख रही थी। और उन्होंने बेली डांस किया था, यह तो मेरे लिए नए था। मैंने कभी भी ऐसा कुछ नहीं देखा था, मुझे लगता है कि यह जास्त खूबसूरत थी। और वाह, उन्होंने ब्रा पहनकर डांस किया तो लोगों ने उनको सेक्स चेंज करवा लेने की बात कही? यह तो मुझे हंसाया...
 
तुषार रॉय की बात है तो ठीक है, लेकिन यह सवाल कि लड़कियां सेक्स चेंज कर सकती हैं या नहीं, पुरुषों के लिए भी उतनी आसान नहीं है। मुझे लगता है कि जो लोग ऐसा कहते हैं, उनकी समझ भी गलत है। लड़कियां सेक्स चेंज करने में भी समस्याएं होती हैं और उन्हें भी पता चलता है कि दूसरों को यह पसंद नहीं है।

तुषार रॉय ने कहा है कि जब उन्होंने ब्रा पहननी शुरू की, तो लोगों ने उन पर ऐसे टिप्पणियां कीं। लेकिन मुझे लगता है कि जो लोग ऐसा करते हैं, वे अपनी अजीब भावनाओं को दबा रहे हैं। लड़कियां सेक्स चेंज करने के लिए कभी नहीं डरें, और उन्हें यह सहज महसूस करना चाहिए।
 
मैंने तुषार रॉय की बात सुनी है और मुझे लगता है कि यह बहुत ही दिलचस्प कहानी है। जब वह डांसर थे, तो उन्होंने अपनी महिला छूती ब्रा पहननी शुरू की, लेकिन उनके सामने लोगों ने प्रतिक्रिया दिखाई। मुझे लगता है कि यह बहुत ही महत्वपूर्ण सबक है जो हमें सीखने को मिल रहा है।

बात करते हैं तब, जब महिलाएं अपने शरीर पर अधिक प्रतिबंध नहीं रखतीं, तो वे अपने अंदरूनी व्यक्तित्व और शक्ति को खुलकर दिखा सकती हैं। यह एक बहुत ही स्वस्थ और संतुलित जीवन शैली है जिसे हमें अपनाने की जरूरत है।

लेकिन इस बात पर भी ध्यान रखने की जरूरत है, कि जब हम अपने शरीर में बदलाव करते हैं, तो हमें अपने विचारों और सोच में भी बदलाव लाना होगा। यह एक जीवन भर की प्रक्रिया है और इसमें समय, सहनशक्ति और आत्मविश्वास शामिल है।
 
मुझे लगता है कि इस खास मामले में पुलिस व्यवहार बिल्कुल सही नहीं है। तुषार रॉय ने क्या गलत किया? उन्होंने बस अपने शरीर पर एक नए स्वाद लेने की कोशिश की, और फिर भी लोग उन्हें बदनाम करने लगे। यह देश में बहुत आम बात है कि हमारे बच्चे और युवा वयस्कता को अपनाने के लिए मजबूर होते हैं, लेकिन जब वे इसे स्वाभाविक रूप से करते हैं तो उन्हें बदनाम कर दिया जाता है। मुझे लगता है कि हमारी समाज में यह एक बड़ी समस्या है, और हमें इसके बारे में बात करनी चाहिए।
 
तुषार रॉय बेली डांसर हैं और वह लोगों को ऐसे कपड़े पहनने की सलाह देते हैं जिससे वे खुद सहज महसूस करें। लेकिन जब उन्होंने अपने ब्रा से शुरू किया, तो लोगों ने उन पर अपमानित करने का तरीका ढूंढ लिया। यह बहुत ही अजीब है कि लोग ऐसी चीजें सोचते हैं जो दूसरों को पीड़ित बनाती हैं।
 
मुझे लगा कि ये एक दुखद स्थिति है जब ऐसे पुरुष होते हैं जो अपनी खुशियों को भाग्य देने के लिए दूसरों की निराशाओं पर खर्च कर देते हैं। तुषार रॉय जैसे लोग हमेशा से सेक्स और आकर्षण की बात करते रहते हैं, लेकिन जब वे अपनी खुशियों को साझा करने की कोशिश करते हैं तो दूसरे लोग उन्हें शर्मिंदगी की लकीरों में ढकते हैं। यह बहुत ही बुरा लगता है कि लोग ऐसे लोगों से नफरत करने लगे जो बस अपने आप को खुश रखने की कोशिश कर रहे हों।
 
बिल्कुल तो यह बहुत ही अस्वीकार्य है कि कोलकाता के तुषार रॉय बेली डांसर को इतने अश्लील टिप्पणियाँ की जा रही हैं। उनकी भावनाओं का सम्मान करना चाहिए, खासकर जब वह अपने पेशेवर जीवन में ऐसे काम करते हैं जैसे कि डांस। लोगों को यह सीखना चाहिए कि पुरुष और महिलाएं एक दूसरे की भावनाओं का सम्मान करते हैं।
 
कोलकाता के इस तुषार रॉय की बात करने में मुझे थोड़ा आश्चर्य हुआ। वह कहते हैं कि जब उन्होंने अपने डांस क्लब में ब्रा पहननी शुरू की, तो लोगों ने कहा कि यह लड़कियों के लिए हानिकारक है और उन्हें सेक्स चेंज करवा देना चाहिए।

मेरी बात यह है कि जब हमारे पास अपने शरीर पर जो अधिकार है, उसे कैसे तोड़ना चाहते हैं? मुझे लगता है कि ये लड़कियों के लिए स्वाधीनता और सम्मान की बात है।

मैं समझता हूं कि कुछ लोग इसे बदलाव के रूप में देख सकते हैं, लेकिन मेरे दिमाग में यह सवाल है - क्या हमारे समाज में लड़कियों और पुरुषों को बराबर मूल्य देने से पहले इसके लिए हम तैयार हैं? 🤔
 
मुझे लगता है कि यह बहुत ही दिलचस्प बात है। जब मैं अपने फोन पर डांसरों के वीडियो देखता हूं, तो मुझे लगता है कि पुरुषों और महिलाओं दोनों को जैसा स्वागत किया जाता है, उसी तरह महिलाओं को भी डांसर बनाने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए।

मैंने एक डायग्रम बनाया है जो इस बात को दर्शाता है:

___________
| |
| महिलाएं |
| डांसर बनने|
| की इच्छा |
|________________|
| |
| पुरुष |
| भी स्वागत |
| करते हैं |
|________________|
| |
| समानता |
| और सम्मान |
|________________|

मुझे लगता है कि अगर हम महिलाओं को भी डांसर बनने के लिए प्रोत्साहित करें, तो यह न केवल उनके लिए फायदेमंद होगा, बल्कि समाज में भी बदलाव लाएगा।
 
मैंने पढ़ा कि तुषार रॉय बहुत ही अच्छे डांसर हैं, वे कोलकाता से हैं और उनकी खास बात यह है कि जब वे डांस करते हैं तो उन्हें लगता है कि लोगों ने उन पर मुस्कुराहट देखी है। लेकिन जब वह अपनी खुद की खास ड्रेस पहनते हैं, तो लोग उन्हें सेक्स चेंज करने के लिए कहते हैं... 😱 यह बहुत अजीब लग रहा है मुझे लगता है, शायद हमारी संस्कृति बहुत अलग है। मैंने कभी नहीं सोचा था कि डांसर को खुद की पोशाक पहनने पर लोग ऐसा विचार करेंगे। क्या लोगों ने कभी किसी और को ऐसा कहा है? 🤔
 
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