बिहार विधानसभा चुनाव के वो 4 एग्जिट पोल, जिसमें बन रही महागठबंधन की सरकार

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में कौन सा गठबंधन सत्ता पर कब्जा कर सकता है, इसकी तस्वीर एग्जिट पोल्स दे रहे हैं। सबसे पहले टीवी लाइव एग्जिट पोल ने तेजस्वी यादव के महागठबंधन को 130 सीटें और एनडीए को 95 सीटें दिखाई, जिससे यह देखा गया है कि बिहार विधानसभा में राजगत का बहुत बड़ा बदलाव संभव है।

इसके बाद जॉर्नो मिरर सर्वे ने भी महागठबंधन को 130 सीटें और एनडीए को 100 सीटें दिखाई, बताते हुए कि यह चुनाव राजगत के लिए बहुत बड़ा फैसला होगा।

लेकिन जनमत पोल में एक अलग दृश्य सामने आया, जहां एनडीए को 113 सीटें और महागठबंधन को 111 सीटें दिखाई गई। यह स्थिति बताती है कि बहुमत की रेखा 122 सीटों पर लगभग बराबर के गठबंधन खड़े हैं।

न्यूज पिंच एआई सर्वे में, एनडीए को 121 सीटें और महागठबंधन को 119 सीटें मिलने का अनुमान दिया गया, जिससे यह एक फोटो-फिनिश मुकाबला हुआ।

2020 की तरह, इस बार भी राजनीतिक विशेषज्ञों ने कहा है कि साल 2020 की तरह ही इस चुनाव में महागठबंधन को बढ़त दी गई थी, लेकिन अंततः एनडीए ने सरकार बनाई थी।

अब बिहार विधानसभा चुनाव 14 नवंबर को समाप्त होने वाला है, और इस समय पूरा राज्य अपने नतीजों की उत्सुकता में फंसा हुआ है।
 
मुझे लगता है कि बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को देखने के लिए हम सभी एक-दूसरे पर भरोसा कर सकते हैं! यह चुनाव राजगत के लिए बहुत बड़ा फैसला होगा, और मुझे लगता है कि किसी भी परिणाम से हमें खुश रहना चाहिए, चाहे वो कुछ भी हो।

मैंने जोर्नो मिरर सर्वे को देखा है, और वहां एनडीए को 100 सीटें दिखाई गईं। लेकिन जनमत पोल में एनडीए को 113 सीटें दिखाई गईं, यह बहुत रोचक है! न्यूज पिंच एआई सर्वे में भी एनडीए को 121 सीटें दिखाई गईं, लेकिन महागठबंधन को 119 सीटें। यह एक फोटो-फिनिश मुकाबला हुआ!

मुझे लगता है कि चुनाव के परिणाम हम सभी के सामने आएंगे, और हमें एक-दूसरे से बात करनी चाहिए, जिससे हम अपने मतों को सही ढंग से दें सकें।
 
आज़ादी से पहले बिहार के राजनीतिक लैंडस्केप पर बहुत सोचने की ज़रूरत है... इस चुनाव में तेजस्वी यादव के महागठबंधन और नितीश कुमार के एनडीए के बीच बहुत बड़ा फिरता-फूलना देखने को मिल रहा है। जैसे गोल्ड माइनर्स सोच रहे हैं, लेकिन सच्चाई तो अलग ही कहानी है।

मैं समझता हूँ कि बिहार में राजनीति में बहुत सुन्नपन है... लोगों को सबसे चिंतित बात यह है कि वोट देने का नतीजा अच्छा आएगा या नहीं। लेकिन अगर हम ध्यान रखें और अपनी पसंद के आधार पर वोट दें, तो फिर तो एक स्वस्थ राजनीतिक प्रणाली बन सकती है।

बिहार विधानसभा चुनाव में 122 सीटों की बहुमत की रेखा है, और अगर एनडीए और महागठबंधन इस लाइन खड़े हो जाते हैं, तो फिर चुनाव का नतीजा अच्छा होगा। लेकिन यह देखना जरूरी है कि वोटों का सही उपयोग कैसे किया जाए। 🤔
 
बिहार विधानसभा चुनाव में कौन सा गठबंधन सत्ता पर कब्जा कर सकता है, यह देखना रोमांचक हो रहा है 🤔। लेकिन मेरे ख्याल में, टीझस्वी यादव के महागठबंधन और एनडीए दोनों ही अच्छे नेताओं के साथ जुड़े हुए हैं। टीझस्वी यादव एक बहुत ही सक्षम नेता हैं और उनकी राजनीतिक कौशल को नहीं छू सकते। एनडीए में भी कई अच्छे नेता हैं, जैसे कि प्रमोद गोविंद कर्म और नितेश खेमचंदानी।
 
अरे, ये बिहार विधानसभा चुनाव बहुत ही ज्यादा दिलचस्प लग गया है 🤔। टीवी लाइव एग्जिट पोल्स से पहले तो मान लिया जाता था कि एनडीए को सरकार बनाने का अच्छा मौका है, लेकिन अब यह देखकर चौंक गया है कि महागठबंधन को भी बहुत बड़ी सीटें मिलने की शान है। 🎉

और जनमत पोल्स से ज्यादा ही अनिश्चितता है, लेकिन यह तो एक फोटो-फिनिश मुकाबला होने वाला है 🏆। अगर सच में बिहार के लोगों ने महागठबंधन को इतनी सीटें देने का, तो यह अच्छी बात है, लेकिन अगर एनडीए को भी सरकार बनाने का मौका मिलता है तो यह भी अच्छा है 🤝

लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि 2020 के चुनाव से सबक लिया गया था, और अब हमें देख रहे हैं कि क्या इस वर्ष भी एक बड़ा बदलाव आएगा। 🤔 मुझे लगता है कि बहुत सारे लोग अभी भी अपने निर्वाचन क्षेत्रों में गए नहीं हैं, इसलिए यह पूरी तरह से अनिश्चितता में घिरा हुआ है। 🤷‍♂️
 
ਪਿਛਲੇ ਸਾਲ ਜਿਵੇਂ ਹੋਇਆ, ਤੇਜसਵੀ ਯਾਦਵ ਦੇ ਗਠਬੰਧਨ ਮਹਾਗਠਬੰਧਨ ਲਈ ਅਸਚਰਜ ਫਿਟਰ ਕਰਨ ਦੀ ਤਰੱਕੀ ਕਰ ਰਿਹਾ ਹੈ, ਪਰ ਇਸ ਵਾਰ ਵੀ ਮੁਥਾਜ ਛੋਟਾ ਨਹੀਂ! 🤔 ਯਾਦਵ ਦੇ ਗਠਬੰਧਨ ਲਈ 130 सीटਾਂ, ਪਰੰਤੂ ਜੋਰਨੋ ਮਿਰਰ ਸਰਵੇ ਵਿੱਚ ਕੀ ਹੋਇਆ? 130 सीटਾਂ ਅਤੇ ਪੁਲਿਸ਼ ਦੀ ਉਡੀਕ ਨਹੀਂ! ਇਸ ਵਾਰ, ਮਹਾਗਠਬੰਧਨ ਅਤੇ ਐਨ.डੀ.ए ਦੋਹਾਂ ਲਈ 122 सीटਾਂ ਉੱਪਰ ਸਭ ਵਿੱਚ ਕਾਬਜ਼ ਕਰਨ ਲਈ ਟਿੱਪਣੀਆਂ ਕਰ ਰਹੇ ਹਨ।
 
बिहार विधानसभा चुनाव की तस्वीर अब बहुत स्पष्ट दिख रही है... लेकिन सत्ता पर कब्जा करने के लिए टिकाऊ नेतृत्व की जरूरत है, नहीं तो फिर भी बहुत बड़ी खामियाँ आ सकती हैं 🤔. जोर्डन मायर सर्वे की बात सुनकर लगता है कि राजगत के लिए बहुत बड़ा फैसला यह चुनाव है, लेकिन इसके लिए अभी भी बहुत काम करना बाक़ी है। 👍

जनमत पोल में दिखाई गई स्थिति जैसे, 122 सीटों पर बराबर के गठबंधन खड़े होने की बात, तो लगता है कि यह चुनाव एक फोटो-फिनिश मुकाबला हुआ है, लेकिन अंततः नेताओं की रणनीति और टिकाऊ नेतृत्व की जरूरत है। 🤝

आजकल बिहार विधानसभा चुनाव के बारे में बहुत उत्साहित है... लेकिन सत्ता पर कब्जा करने के लिए अभी भी बहुत काम करना बाक़ी है। 🚀
 
देखो, यह एग्जिट पोल्स तो बहुत ही दिलचस्प हैं! 130 सीटें और 95 सीटें से लेकर 111 सीटें और 113 सीटें तक की स्थितियां निकल रही हैं। यह तो हमेशा की तरह ही राजनीति में बदलाव आ रहा है और अब देखो कौन सा गठबंधन सत्ता पर कब्जा कर सकता है, यह देखने की उत्सुकता बढ़ गई है। 🤔
 
गठबंधनों के बीच जंग भूल नहीं सकता, लेकिन मैं सोच रहा था कि तेजस्वी और नरेंद्र मोदी को खेलने का मौका मिल गया। 130 सीटें एनडीए के लिए? यह तो बहुत बड़ा प्लान होगा, लेकिन जनमत पोल में एक अलग दिशा दिखाई देती है। कोई भी गठबंधन जीतने के लिए कड़ी मेहनत करेगा। मैं निराश नहीं हूँ, बस उत्सुक हूँ कि राज्य का निर्णय कैसे आेगा।
 
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