कोलकाता में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के नेता और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एसआईआर (सर्विस रिकवरी, आईपीएस, आर्थिक अपराध) खिलाफ एक बड़ी रैली आयोजित की।
ममता बनर्जी ने बंगाल में एसआईआर के डर से हुई मौतों पर अपनी आलोचना व्यक्त की, जिसमें उन्होंने कहा, "बंगाल में एसआईआर के डर से सात लोगों की मौत हो गई। अगर यह लिस्ट सच नहीं है, तो आपकी सरकार भी झूठी है और आपका पद भी झूठा। हर साल आपको कुछ न कुछ करना पड़ता है। एक बार वो आए और नोटबंदी की... मैं पहली थी जिसने इसका विरोध किया। आज हमें बताइए, क्या आप काला धन वापस लाए? किसका काला धन वापस आया?"
ममता बनर्जी ने यह भी कहा कि बंगाल में एसआईआर के डर से कई लोगों को उनके अधिकारों से वंचित किया जा रहा है। उन्होंने कहा, "बंगाल में एसआईआर के डर से कई लोगों को उनके अधिकारों से वंचित किया जा रहा है। हमें यह पता चला है कि कई लोगों की जान गई है, और उनके परिवारों को भी नुकसान हुआ है।"
इस रैली में कई राजनीतिक नेताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। उन्होंने एसआईआर खिलाफ अपनी आलोचना व्यक्त की और कहा, "बंगाल में एसआईआर एक खतरा है, जो हमारी संस्कृति और समाज को खतरे में डाल रहा है।"
ममता बनर्जी ने बंगाल में एसआईआर के डर से हुई मौतों पर अपनी आलोचना व्यक्त की, जिसमें उन्होंने कहा, "बंगाल में एसआईआर के डर से सात लोगों की मौत हो गई। अगर यह लिस्ट सच नहीं है, तो आपकी सरकार भी झूठी है और आपका पद भी झूठा। हर साल आपको कुछ न कुछ करना पड़ता है। एक बार वो आए और नोटबंदी की... मैं पहली थी जिसने इसका विरोध किया। आज हमें बताइए, क्या आप काला धन वापस लाए? किसका काला धन वापस आया?"
ममता बनर्जी ने यह भी कहा कि बंगाल में एसआईआर के डर से कई लोगों को उनके अधिकारों से वंचित किया जा रहा है। उन्होंने कहा, "बंगाल में एसआईआर के डर से कई लोगों को उनके अधिकारों से वंचित किया जा रहा है। हमें यह पता चला है कि कई लोगों की जान गई है, और उनके परिवारों को भी नुकसान हुआ है।"
इस रैली में कई राजनीतिक नेताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। उन्होंने एसआईआर खिलाफ अपनी आलोचना व्यक्त की और कहा, "बंगाल में एसआईआर एक खतरा है, जो हमारी संस्कृति और समाज को खतरे में डाल रहा है।"