भास्कर अपडेट्स: जम्मू-कश्मीर में नार्को-टेरर फंडिंग केस में ED की छापेमारी, पूर्व मंत्री बाबू सिंह समेत 8 ठिकानों की तलाशी ली

कुछ दिनों पहले मैंने भी ऐसी बातें सुनी थी, कि पाकिस्तान से हमारी देश में आतंकवादी गतिविधियाँ लेकर आई हैं। यह जैसा हुआ है, जम्मू-कश्मीर में भी नार्को टेरर फंडिंग केस में छापेमारी। मुझे लगता है कि हमारी पुलिस और एजेंसियाँ बहुत अच्छी तरह से काम कर रही हैं। लेकिन, यह दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि आतंकवादी गतिविधियों में हमारी देश को फंसाया जा रहा है।
 
ਕੁਝ ਲੋਕ ਦੌलता ਖਾਂਦੇ ਹਨ, ਪਰ ਕੁਝ ਮਨੁੱਖਾਂ ਵਿੱਚ ਆਪਣੀ ਸੋਭਾ-ਸਮਰਥਾ ਲਈ ਦੌਲਤ ਦੇਖਣ ਦਾ ਹਾਨੀਕਾਰਕ ਅਨੁਸ਼ਾਸਨ ਵੀ ਹੋ ਜਾਂਦਾ ਹੈ।
 
यह तो बहुत बड़ा मामला है! पाकिस्तान से जुड़े लोग हमारे देश में इतने सी नकली कंपनियां बनाते रहते हैं और धन इकट्ठा करते हैं। मनी लॉन्ड्रिंग कैसे नहीं होता? और यह तो जम्मू-कश्मीर में भी हुआ, जहां हमारे बच्चों को खुश रखने के लिए इतने सारे नकली नौकरियां दी जाती हैं। पुलिस को इन लोगों को पकड़ना मुश्किल है और फिर उन्हें जमानत पर छोड़ देना भी।
 
जैसे मैंने देखा है तो ये गिरोह पूरे भारत और आसपास की जगहों पर फैला हुआ है। हमें अपनी सुरक्षा के बारे में जागरूक रहना चाहिए। लेकिन मुझे लगता है कि हमें यह समझना भी चाहिए कि इन गिरोहों को कैसे रोका जा सकता है। ताकि हम अपने बच्चों और परिवार को सुरक्षित रख सकें। पुलिस और सरकार को उनकी मेहनत करनी चाहिए।
 
ज़रूर, यह तो बहुत अच्छी बात है कि पुलिस ने ऐसी चालाकीपूर्ण गतिविधियों पर हस्तक्षेप किया... लेकिन क्या यही सब उनकी नाक साफ करने के लिए था? मुझे लगता है कि पुलिस को और भी बहुत ज़रूरत है, जैसे कि इनमें से दूसरों को पकड़ने की क्षमता। और फिर भी, यह सवाल उठता है कि इन सब मामलों में इतनी रात क्यों बर्बाद कर दी जाए?
 
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