भगत सिंह की तुलना 'हमास' से करने पर भड़के संजीव बालियान, कहा- 'इमरान मसूद को...'

भगत सिंह की तुलना हमास से करने पर भड़के संजीव बालियान, कहा- 'इमरान मसूद को... खिलाफ'

राजनीति गरमा गई है जब कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने भगत सिंह की तुलना हमास से करने पर बयान दिया। इस पर पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री संजीव बालियान ने तीखी प्रतिक्रिया दी।

"भगत सिंह जैसे स्वतंत्रता सेनानियों ने अपनी शहादत देकर देश को नई दिशा दी है। ऐसे महान क्रांतिकारी की तुलना आतंकवादी संगठन से करना देश का अपमान है।"
 
તે વિચાર નહિ, સંજીવ બાલિયાનને ખતમ કરવો પડશે. ભગત સિંહ એટલે દેશભક્ત, સ્વાતંત્ર્યના ઘાતક. હમાસની જેમ અટકવા લાયક નથી, દેશ પર આક્રમણ ચાળે છે. #ભગતસિંહનોબટ
 
ये तो बहुत ही गड़बड़ी है🤯, भगत सिंह जैसे महान स्वतंत्रता सेनानियों की शहादत निकालकर हमास से तुलना करना देश की गर्व की बात नहीं हो सकती। इमरान मसूद के बयान से लगता है कि वह अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों को धमकाने की कोशिश कर रहे हैं।

हमें यह भी याद रखना चाहिए कि भगत सिंह जैसे महान स्वतंत्रता सेनानियों ने अपनी शहादत देकर हमारे देश को आज़ादी दिलाई थी। उनकी शहादत को आतंकवादी गतिविधियों से तुलना करना उचित नहीं है।

हमें अपने देश की गर्वगौर विरासत को बनाए रखने की जरूरत है, न कि हमास जैसे आतंकवादी संगठनों को पहचानने में।
 
नफरत भरी बातें न करें, अगर हम अपने भाइयों को पहचान नहीं पा सकते तो कैसे देश को बचा सकते हैं? इमरान मसूद जी सिर्फ ऐसे मौखिक बयान दे रहे हैं जिससे लोगों की नज़रें भड़क उठती हैं, लेकिन अगर हम चिंतित हैं तो उनसे बातचीत करना चाहिए, शांति से। हमें अपने देश में ऐसे लोगों को खोजने की जरूरत नहीं है जिस पर हम आरोप लगाएं, बल्कि उन लोगों को ढूंढने की जरूरत है जो हमारा समाज बेहतर बनाने में सहायक हैं।
 
मुझे लगता है कि भगत सिंह की जैसी गहराई और समर्पण सिर्फ हमास जैसे आतंकवादी संगठन की नहीं हो सकती। उन्होंने अपने देश की आजादी के लिए बहुत बड़ा बलिदान दिया था। अगर इमरान मसूद ने भगत सिंह की तुलना हमास से करनी है, तो इससे भारतीय इतिहास की सम्मानिता नहीं होती। 🤔

हमें अपने देश के महान स्वतंत्रता सेनानियों को याद रखना चाहिए और उनकी शहादत को कभी नहीं भूलना चाहिए। हमें उन्हें मानने वालों का समूह बनकर अपने देश को आगे बढ़ाना चाहिए। हमें आतंकवाद जैसी चीजों से दूर रहना चाहिए और अपने देश की शांति और सुरक्षा के लिए लड़ना चाहिए। 🙏
 
😒 इमरान मसूद जी का बयान सुनकर मेरा मन बहुत उदास हो गया है... क्यों कि भगत सिंह जैसे महान स्वतंत्रता सेनानियों की तुलना हमास से करने से देश की गौरव भावना टूट जाती है। इमरान मसूद जी को अपने बयान पर सावधानी बरतनी चाहिए... और हमें भी उनके इस तरह के बयान से बचना चाहिए।
 
संजीव जी का बयान सुनकर मुझे बहुत खेद हो रहा है 🤕। भगत सिंह जैसे स्वतंत्रता सेनानियों ने अपनी शहादत देकर हमें आजादी दिलाई थी, और उनकी प्रतिष्ठा को आतंकवाद से तुलना करना बिल्कुल सही नहीं है। हमें अपने देश की समृद्धि और शक्ति को अपनाने के लिए क्रांतिकारियों की जान जीतनी चाहिए, न कि आतंकवादियों से। संजीव जी, आपने बहुत सही बात कही है, हमें अपने देश का गर्व महसूस करना चाहिए, और ऐसे बयान नहीं करने चाहिए।
 
बीते दिनों की बात करें, भगत सिंह जैसे लोग मेरे लिए बहुत सम्मानित हैं। उनकी शहादत और स्वतंत्रता के लिए लड़ने की भावना बहुत प्रेरणादायक है। हमास की तरह कोई आतंकवादी संगठन तुलना करने से मुझे लगा कि यह देश की गरिमा को कम करता है और भगत सिंह जैसे महान क्रांतिकारियों का अपमान करता है।
 
बोलते बोलते इमरान मसूद जी को भगत सिंह नाम लेने वाले कौन सा भाई है? 🤦‍♂️ यह तो हमास से तुलना करना ही नहीं बल्कि अपनी राजनीतिक अस्थिरता को दिखाना है।
 
अरे, यह तो बहुत बड़ा मुद्दा है! भगत सिंह जैसे लोगों की शहादत को हल्के-फुल्के से लेना और उन्हें आतंकवादी संगठन के साथ तुलना करना... ये बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है! मैंने अपने बेटे के खिलाफ कुछ भी नहीं कहा, बस एक गलती हुई, तो पुलिस ने मेरा पता लगाया और मुझे फंसा दिया। लेकिन भगत सिंह जैसे महान नेताओं की गलती को दूर करेंगे? नहीं, यह नहीं हो सकता।
 
बिल्कुल नहीं! भगत सिंह जैसे स्वतंत्रता सेनानियों को हमास से तुलना करना मूर्खता ही है 🤦‍♂️। हमें अपने गौरव और स्वतंत्रता संग्राम की कहानी को याद रखना चाहिए, न कि किसी भीड़भाड़ वाले बयानों पर चलना। इमरान मसूद जी को कुछ समझना चाहिए, लेकिन तुलना करना सही नहीं है... खिलाफ़ देना बेहतर होगा! 😡
 
नेताओं को अपने दिल की बात कहनी चाहिए, लेकिन पार्टी की छड़ी पर खुद को पकड़ना नहीं चाहिए।
 
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