Bihar Election 2025: फिर एक साथ नजर आए तेज प्रताप और रवि किशन, सियासी हलचल हुई तेज

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए सियासी हलचल तेज़ है। पहले चरण के मतदान के बाद अब दूसरे चरण के लिए 11 नवंबर को वोटिंग शुरू होगी। इस समय शनिवार को पटना एयरपोर्ट पर एक दिलचस्प मुलाकात हुई। लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव और बीजेपी सांसद रवि किशन ने फिर से मिले। इससे पहले दोनों नेताओं की एक दूसरी मुलाकात हुई थी, जिससे प्रदेश में अटकलों का बाजार गर्म हो गया है।
 
तेज़ दिन बढ़ते जा रहे हैं और चुनाव का माहौल अब बहुत ही रोमांचक बन गया है 🎉। पहले चरण से पहले लालू प्रसाद यादव और रवि किशन की मुलाकात तो देखकर आश्चर्यचकित होता है। लगता है कि दोनों नेताओं ने अपने राजनीतिक खेल में एक नई गिनती कर ली है 🤔। पटना एयरपोर्ट पर उनकी मुलाकात भी एक अनोखा इशारा हो सकता है, जैसे कि दोनों नेताओं ने अपने राजनीतिक रिश्तों को फिर से मजबूत करने का प्रयास किया है। लेकिन, यह तो देखना ही होगा कि अगले चरण में क्या खेल खेलते हैं 🤞
 
वोटिंग शुरू होने के साथ ये देखकर मुस्कराया... लालू प्रसाद यादव और तेज प्रताप यादव की मुलाकात, यह तो सचमुच एक आश्चर्य है 🤔। पहले चरण में जो हलचल थी, वह अब दूसरे चरण में भी जैसे ही वोटिंग शुरू होने लगी, राजनेताओं के बीच मुलाकातें हुईं और लोगों को मुस्कान से भरने का अवसर मिला। लेकिन दोस्त, यह तो केवल एक झलक है। वास्तविकता यह है कि बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में जो खेल खेल रहा है, वह सिर्फ़ नज़रों की चाल है। पूरे इलेक्शन में कुछ ऐसा होने की उम्मीद नहीं करनी चाहिए। लोगों की भावनाएं और राजनेताओं की गद्दारी को जोड़ने से कोई फर्क नहीं पड़ता। इस बीच, पटना एयरपोर्ट पर मुलाकात होने से पहले तो दोनों नेताओं को यह सुनिश्चित करना होगा कि उनकी भावनाएं एक साथ जुड़ें। लेकिन ऐसा लगता है कि अभी भी बहुत कुछ फंसा हुआ है।
 
बहुत अच्छा लगता है कि लालू प्रसाद यादव और रवि किशन ने फिर से मिले। यह देखकर लगातार अटकलें बनी रहती हैं... :p मुझे लगता है कि तेज प्रताप यादव चुनाव के बीच में बहुत आगे नहीं बढ़ सकते। लेकिन फिर भी, दो लोगों की यह मुलाकात होने से प्रदेश में राजनीतिक हलचल बढ़ जाएगी। 11 नवंबर के चुनाव के लिए तैयार हैं हम सब... :D
 
मैंने पढ़ा है कि यादव और किशन ने फिर से मिले, लेकिन तो यह क्या है? यह तो राजनीति की खेल है, लेकिन क्या वास्तव में यहाँ कोई खेल नहीं है? लगता है कि दोनों पक्ष अपने फायदे को बढ़ाने के लिए इस तरह से बोल रहे हैं। तेज प्रताप यादव ने कहा है कि उनकी पार्टी ने भ्रष्टाचार खत्म करने की पledge ली है, लेकिन क्या वास्तव में यह सच है? और रवि किशन ने कहा है कि उन्होंने यादव पर आरोप लगाए हैं, लेकिन तो यह तो खेल का हिस्सा ही नहीं बन गया। मैं समझता हूँ कि राजनीति में हर बात से छेड़छाड़ होती है, लेकिन लगता है कि इस बार भी कुछ गडबड़ी है। 🤔
 
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए सियासी हलचल तेज़ है और यह शायद बहुत रोचक होगा देखा। तेज प्रताप यादव और रवि किशन की मुलाकात एकदम बिल्कुल अजीब लग रही है। क्या उनके पार्टियों को अपने वोट बैंक के नियमों को ध्यान में रखकर इस तरह की मुलाकात कराना चाहिए? शायद लालू प्रसाद यादव जैसे महागत नेताओं को अपने परिवार के सदस्यों की राजनीति से दूर रहना चाहिए।
 
अरे, इतनी चीजें होती रहती हैं लोगों को मतदान करने के दिन वोटिंग शुरू करने के बाद तो बस मिलकर घूमने निकल जाते हैं। पहले चरण में क्या निर्णय था और फिर दूसरे चरण की वजह से तेज प्रताप यादव, रवि किशन जैसे लोग मिलते रहते हैं... तो देखिए क्या वास्तविकता बिल्कुल अलग है?
 
अरे, यह तो बहुत रोचक है! लालू प्रसाद यादव के बेटे तेज प्रताप यादव और रवि किशन ने फिर से मिले, इससे पहले उनकी दूसरी मुलाकात हुई थी। अब यह सवाल उठता है कि यह मुलाकात क्यों हुई? क्या यह दोनों दलों के बीच एक खेल का हिस्सा है? या फिर कुछ और भी हो सकता है? मेरी नीमसार, मुझे लगता है कि हमें यह जानने की जरूरत नहीं है कि यह वास्तविक राजनीति है या फिर कोई गुप्त योजना है।
 
वोटिंग शुरू होगी तो फिर भी लालू प्रसाद यादव के परिवार से ऐसा मुलाकात करना हकीकत में दिलचस्प है! तेज प्रताप यादव और रवि किशन की मुलाकात पर ध्यान देने को प्रेरित कर रही है। 🤔

मुझे लगता है कि बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में लालू प्रसाद यादव के नेतृत्व में भाजपा से कड़ी टक्कर हो सकती है, खासकर अगर तेज प्रताप यादव अपने राजनीतिक करियर को आगे बढ़ाते हैं। 📈

लेकिन फिर भी यह बात ध्यान में रखना होगी कि चुनावों में कई अन्य पार्टियां भी खेल रही हैं, जैसे कि कांग्रेस और आजाद दल। उनकी रणनीतियाँ भी देखने लायक हो सकती हैं। 🤝

चूंकि यह पहला चरण है, इसलिए मैं अभी बहुत सावधान रहना चाहूंगा कि कौन-कौन सी गड़बड़ीें आ गई हैं और कैसे मतदाताओं को प्रभावित कर रही हैं। 🤔
 
क्या सच्चाई कहीं खो गई है? लालू प्रसाद यादव और रवि किशन की फिर से मुलाकात, तो यह तो है! लेकिन कौन जानता है, क्या वास्तव में दोनों नेताओं के बीच इस तरह की मुलाकात हुई थी, या फिर बस प्रभावशाली फोटो शूट हुआ।

किसी को निंदना करने की जरूरत नहीं है, लेकिन यह सोच कर चेतना रखना जरूरी है कि हमारे देश में राजनीति ज्यादा ही रंगबिरंगी और मस्त है। पार्टियों के बीच यौन खेल, झगड़े, छापासुरी, यह सब हमें नोटिस ही नहीं होता। तो लालू प्रसाद यादव और रवि किशन की मुलाकात, तो बस एक ज्यादा मस्त राजनीतिक खेल है!
 
कुछ और भी हस्तक्षेप तो क्यों कर रहे हैं? पहले चरण के बाद भी दूसरे चरण की मतदान की तैयारी में इतनी समय लेना समझ में नहीं आता। यह सिर्फ एक राजनीतिक खेल है, हमें उम्मीदें न लगाएं। लालू प्रसाद यादव और रवि किशन दोनों एक ही टीम बनते तो कुछ भी संभव नहीं है।
 
मैं तो सोचता हूँ कि यादव और भाईपीडी किसानों के लिए बहुत फ़ायदेमंद हैं, परन्तु अब देख रहा हूँ कि चुनाव में जितने चेनल होते हैं उतने ही खोटे दावे बनाए जाते हैं। और तेज प्रताप यादव भी ऐसा ही कर रहे हैं, लेकिन फिर वो यहाँ और वहीं मतदाताओं से कह रहे हैं कि वो अपने पिता के नेतृत्व में बिहार को बेहतर बनाने के लिए लड़ रहे हैं। लेकिन यादव दादा की इसी तरह की बातें करते थे, यह तो सिर्फ एक खेल है 🤔
 
मुझे लगता है कि यह चुनाव बहुत ही रोमांचक रहेगा। दूसरे चरण के मतदान के लिए 11 नवंबर को तैयार होना जरूरी है, क्योंकि पहले चरण के बाद अब प्रदेश में कोई अनिश्चितता नहीं रहनी चाहिए। लालू प्रसाद यादव और रवि किशन की दूसरी मुलाकात से यह पता चलता है कि दोनों पक्ष अपनी-अपनी रणनीतियों पर ध्यान दे रहे हैं।

किस तरह से लोग मतदान करेंगे, यह हमें बहुत ही रोचक देखने को मिलेगा। और जब चुनाव पूरा होता है तो जो व्यक्ति सबसे अधिक पसंद किया जाएगा, वह बिहार विधानसभा में नए नेताओं के साथ काम करेगा या अपने पूर्व अनुभवों की वजह से रुककर खड़ा रहेगा।
 
नरेंद्र मोदी की सरकार से भारतीय रास्तों पर काम करने वाली एक नई नीति शुरू कर देनी चाहिए। लोगों को बस स्टॉप्स और हवाई अड्डों पर प्रतिदिन 50,000 से अधिक यात्रियों को सुविधाजनक रूप से पहुंचने का मौका मिलना चाहिए। यही हमारी देश की वृद्धि का आधार होगा।
 
આ સીમાના બંધવાડામાં તરફ થયેલા છે, જો કે આપણા દેશની રાજકારણમાં એવું તૈયાર હોય, તો બધા પક્ષો સિદ્ધપણે એક સાથે જીવનનું આર્થિક સમન્વય કરી શકે છે।
 
Back
Top