Bihar Election 2025: समस्तीपुर में सड़क पर मिलीं VVPAT पर्चियां, RJD ने चुनाव आयोग पर बोला हमला

बिहार विधानसभा चुनाव के बीच समस्तीपुर जिले के सरायरंजन विधानसभा क्षेत्र में एक गंभीर घटना घटी। झाखरा और शीतलपट्टी गांव के मतदान के बाद सड़क पर वीवीपैट से निकलने वाली पर्चियों को भारी मात्रा में फेंक दिया गया। राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) ने इस घटना को लेकर चुनाव आयोग पर हमला बोला, आरजेडी ने अपने ट्वीट में लिखा, "समस्तीपुर के सरायरंजन विधानसभा क्षेत्र के KSR कॉलेज के पास सड़क पर भारी संख्या में EVM से निकलने वाली VVPAT पर्चियां फेंकी हुई मिली।"

आरजेडी ने इस घटना को लेकर चुनाव आयोग पर सवाल उठाया, "कब, कैसे, क्यों किसके इशारे पर इन पर्चियों को फेंका गया? क्या चोर आयोग इसका जवाब देगा? क्या यह सब बाहर से आकर बिहार में डेरा डाले लोकतंत्र के डकैत के निर्देश पर हो रहा है।"

इस घटना की जांच के लिए समस्तीपुर डीएम रौशन कुशवाहा और एसपी सहित प्रशासनिक अमला मौके पर पहुंचे। इस दौरान निर्दलीय प्रत्याशी कुणाल कुमार और राजद प्रत्याशी अरविंद कुमार सहनी भी घटनास्थल पर पहुंचे और पूरे मामले की जांच की मांग की। जिलाधिकारी व निर्वाचन पदाधिकारी रौशन कुशवाहा ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए सरायरंजन थाना में FIR दर्ज कराई है।
 
पर्चियों को फेंकने वाले ने क्या देखा था? क्या उन्होंने यह जानकर रुक गए थे कि ऐसा होना बिल्कुल सही नहीं है? 🤔
 
मैंने कल सड़क पर जाने के लिए अपनी पुरानी चेनलेस साइकिल ले आई हूँ। तो मुझे याद आया कि कैसे मेरे दोस्त ने अपनी बाइक में स्टोर कर ली थी। वहने उसे और भी सुरक्षित बनाने के लिए एक लंबी चेन बनाई है। मैंने उसे देखा तो अच्छा लगा।
 
सरैयरंजन विधानसभा क्षेत्र में EVM और VVPAT पर्चियों को फेंकने की घटना बहुत गंभीर दिखाई देती है 🚨। यह कैसे संभव हुआ, इसका जवाब तुरंत चुनाव आयोग से मांगना चाहिए। लेकिन इससे पहले हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि यह घटना एक वोटिंग प्रक्रिया की गड़बड़ी है, जो हमारे देश की सच्चाई और निष्पक्षता को कमजोर कर रही है 💔
 
राजनीति में भ्रष्टाचार तो हर जगह घुली हुई है... 😒 सड़क पर VVPAT को फेंकने की घटना ने सभी को चिंतित कर दिया है। चुनाव आयोग और प्रशासन को इस मामले की जांच करानी चाहिए। KSR कॉलेज के पास सड़क पर फेंके गए पर्चियों को लेकर आरजेडी ने हमला बोला, लेकिन इसके बाद क्या होगा? 🤔
 
इस तरह की दुर्घटनाएं निर्वाचनों में होने पर सबसे ज्यादा दुख होता है कि यह पार्टी वाले लोगों को भी बाहर से आकर लोकतंत्र की इस महत्वपूर्ण बात को समझने में असमर्थ हैं कि हमारा मतदान प्रक्रिया तेज और सुरक्षित होनी चाहिए।
 
अरे, ये तो बहुत ही चिंताजनक है 🤯, EVM व VVPAT के साथ ऐसे कुछ करने देने से लोकतंत्र को क्या हुआ? 🙄 यह तो एक बड़ा संकेत है कि कुछ लोग लोकतांत्रिक प्रक्रिया में खलल डालने की कोशिश कर रहे हैं। हमें लगता है कि चुनाव आयोग और प्रशासनिक अमलों को इस मामले की जांच करनी चाहिए और जरूरत पड़ने पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। यह एक बड़ा संदेश देना है कि हम लोकतंत्र की रक्षा करने के लिए मिलकर काम करेंगे।
 
मैंने जैसे ही चुनाव के बीच ऐसी गड़बड़ी की खबर सुनी, तो मुझे बहुत खेद हुआ। याद आ रहा है जब हमारे पास कभी भी ईवीएम की समस्या नहीं थी। सब से बड़ा फायदा यह था कि चुनाव में पर्चियों को रिश्वत से बदलने की संभावना कम थी, और जिन लोगों ने तो मतदान के दौरान अपना मत डाला, वे शांति से समझ गए कि उनका मत माना जाएगा।

कब ही ऐसा समय आ गया जब हमारी चुनाव प्रणाली इतनी कमजोर हो गई कि लोग ईवीएम से निकलने वाली पर्चियों को फेंक सकते हैं! यह तो सिर्फ मीडिया की बात नहीं है, बल्कि चुनाव आयोग और सरकार की लापरवाही की बात है।
 
🤯 यह तो बहुत बड़ी चोट है! EVM से निकलने वाली पर्चियों को फेंक देना तो सिर्फ चुनाव प्रक्रिया को कमजोर करने का एक तरीका है तो यह सब ऐसा नहीं है। क्या ईवीएम में कोई गलती हुई है? इसकी जांच के लिए तुरंत कार्रवाई करेंगे या फिर यह सब बाहर से आकर कुछ लोगों ने डाला होगा? 🤔

सरायरंजन विधानसभा क्षेत्र में चुनाव प्रक्रिया को इतनी सावधानी से देखें, ताकि कोई भी ऐसी गलती न हो। चाहे आरजेडी किसी भी चिंता कर रहे हों, ये वास्तविकता में है। EVM से निकलने वाली पर्चियों को फेंकना एक बड़ा अपराध है और इसका दंड तुरंत दिया जाना चाहिए। 👮
 
😂🤣 EVM se nikaalne wale parchiyon ko fenkna kaisa hai? 🤷‍♂️

[Image of a person throwing a paper airplane](https://i.imgur.com/MC3uVvL.jpg)

माफ़ कीजिये, लेकिन यह तो बहुत ही मजेदार लग रहा है! 😆
 
यह तो बहुत ही गंभीर घटना है, भ्रष्टाचार के दौर से बिहार नहीं बच पाया। चुनाव आयोग और प्रशासन को यह घटना में शामिल लोगों को पकड़ने की जरूरत है। क्या चोरी की जांच वाला चुनाव आयोग सही है? हमें तय करना है कि वीवीपैट से निकलने वाली पर्चियों को फेंकने वालों को गिरफ्तार किया जाए या नहीं। यह घटना सिर्फ एक छोटे से क्षेत्र में हुई तो देखें, लेकिन अगर इस तरह की घटनाओं की रपट देशभर में होती, तो लोकतंत्र कैसे रहेगा? 🤔
 
मुझे ये बात बहुत दुखद लग रही है 🤕, चुनावों में मतदाताओं को मतपत्र फेंकने की घटनाएं हमारे देश में एक बार भी नहीं हुई हैं। यह तो चुनाव आयोग और पुलिस की जिम्मेदारी है कि ऐसे मामलों का गंभीरता से पता लगाया जाए और अपराधियों को सजा दी जाए। लेकिन जब तक हमने ऐसी घटनाओं में रुचि नहीं ली या उन्हें गंभीरता नहीं से लिया, तब तक हमारे देश की लोकतंत्र के नियमों को समझने की कोशिश नहीं होगी। यह तो किसानों के किसान, शिक्षकों के शिक्षक और सामाजिक कार्यकर्ताओं का काम नहीं है, बल्कि पूरे समाज का कर्तव्य है।
 
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