बिहार चुनाव में दूसरा चरण आया तो यह जानकर रुला गया है कि कितने प्रत्याशी अपने आप को अपराधी बताकर खिलौना बना रहे हैं। 415 पर आपराधिक मामले दर्ज हैं जो कि ये बात तय करते हैं कि इन्हें चुनाव लड़ने की अनुमति नहीं है। अब यह सवाल उठता है कि इनमें से कौन से प्रत्याशी अपने आप को अपराधी बताकर चुनाव में जीतने की कोशिश कर रहे हैं और कौन से वास्तव में अपराधी हैं।
मुझे लगता है कि यह तय करना जरूरी है कि अगर कोई प्रत्याशी अपने आप को अपराधी बताकर चुनाव लड़ रहा है, तो उसकी सभी उम्मीदवारी वाली सीटें निलंबित कर दी जाएं।
मुझे लगता है कि यह तय करना जरूरी है कि अगर कोई प्रत्याशी अपने आप को अपराधी बताकर चुनाव लड़ रहा है, तो उसकी सभी उम्मीदवारी वाली सीटें निलंबित कर दी जाएं।