Bihar Election Results 2025: बिहार में मतगणना से पहले तेजस्वी ने दी प्रशासन को दी ये सख्त चेतावनी!

चुनावी मैदान से बाहर निकलने के बाद, तेजस्वी यादव ने दिल्ली में एक प्रेस सम्मेलन में अपना खुलासा किया। राघोपुर विधानसभा क्षेत्र से राजद उम्मीदवार विशेष रूप से तेजस्वी यादव ने मतगणना से पहले कहा, "आज हम सभी लोग एक दम आश्वस्त हैं कि हम स्पष्ट बहुमत के साथ सरकार बनाने जा रहे हैं। सभी लोगों ने महागठबंधन, INDIA गठबंधन के पक्ष में, बदलाव के लिए मतदान किया है। हम लोग कल चुनाव जीत रहे हैं।"

उन्होंने बताया, "हमारे कार्यकर्ता लगातार मुस्तैदी के साथ मतगणना केंद्रों पर मौजूद हैं, चौकन्ने हैं और कहीं भी अगर प्रशासन के लोगों ने 2020 वाली गलतियां कीं, कोई गैर संवैधानिक काम किया, अन्याय किया या किसी के इशारे पर कोई अधिकार काम करेगा तो जनता एक पैर पर खड़ी है। कोई किसी के इशारे पर काम करेगा तो उसे सोचना चाहिए कि वो गलत कर रहा है."

तेजस्वी ने कहा, "इस बार तमाम अधिकारियों से हम कहेंगे कि निष्पक्ष होकर मतगणना कीजिए। भाजपा के लोग डरे हुए हैं, बेचैन हैं और ये सरकार जाने वाली है। हमें सूचना मिली है कि कल पूरी मतगणना प्रक्रिया को धीमा करवाने की रणनीति बनाई गई है। खासतौर पर ऐसी सीटें जहां पर मार्जिन कम हैं। लेकिन हमारे कार्यकर्ता मुस्तैद हैं और हमारी जीत निश्चित है।"

इस बीच, कांग्रेस के बिहार प्रभारी कृष्णा अल्लावारू ने कहा, "हम सभी को विश्वास है कि बिहार में जनता महागठबंधन को अपना आशीर्वाद देगी। यह हमें इसलिए लगता है क्योंकि जब मतदान इतना ज्यादा हुआ है तो हम मानते हैं कि ये बदलाव का संकेत है। क्योंकि सरकार ने हर अहम मुद्दे पर काम नहीं किया। रोजगार पर काम नहीं किया, शिक्षा पर काम नहीं किया, स्वास्थ्य पर काम नहीं किया, सुरक्षा पर काम नहीं किया। लोग बड़ी संख्या में घरों से निकलकर आ रहे हैं। हमारा विश्वास है कि बिहार की जनता बदलाव चाहती है।"

भारत युवा देश है और बिहार युवा प्रदेश है, इसलिए हमें विश्वास है कि बिहार का युवा सरकार, खासकर भाजपा से परेशान है। हमें विश्वास है कि युवा हमारे लिए भारी बहुमत में मतदान करेगा।
 
अगर कोई भी बात कह रहा हो कि मुस्लिम युवा भाजपा से परेशान नहीं है, तो वाह, यह तो खेद है 🙏। हमारे देश में मुस्लिम भाइयों और बहनों की बहुत क्षमता होती है और उनका भी अपना अलग रास्ता है। अगर युवाओं को कोई चीज पसंद नहीं है, तो फिर वे अपने मत का सही तरीके से उपयोग करें। 👍
 
🤔 यह तो एक बड़ा सबक है जीवन में। जब हम अपने लक्ष्यों को देखते हैं और उसकी उम्मीदें करते हैं, तो हमें पता चलना चाहिए कि हमारे पीछे कई लोग हैं जो हमारे साथ लड़ते हैं। यही सबक है जीवन में। हमें अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए हमेशा संघर्ष करना चाहिए, और हमें कभी भी इस बात पर भरोसा नहीं करना चाहिए कि हमारे पीछे कोई भी हमारा समर्थन करेगा। 🙏

और यह दूसरा सबक है जीवन में। जब हम अपने मतभेदों और विभाजनों को बढ़ावा देते हैं, तो हम खुद पर ही नुकसान पहुंचाते हैं। यह एक बड़ा संदेश है भारतीय जनता के लिए। अगर हम एक-दूसरे के प्रति सहानुभूति और समझ रखते हैं और अपने मतभेदों को कम करते हैं, तो हम अपने लक्ष्यों को आसानी से प्राप्त कर सकते हैं। 🙌
 
बात तो है यह चुनाव में बहुत बड़ा बदलाव आ गया है और तेजस्वी साहब ने कह दिया है कि हमने सरकार बनाई होगी। लेकिन मुझे लगता है कि जीतने वाली पार्टी को बाकी दलों के मतों को गिनने का समय नहीं देना चाहिए। क्योंकि अगर ऐसा हुआ तो लोगो को धोखा दिया गया। मुझे लगता है कि हमें निष्पक्षता से मतगणना करनी चाहिए ताकि किसी भी दल को जीतने की आसानी न देनी। 🤔
 
अरे, तेजस्वी यादव जी का बोल ही बोलता है यार... उनका मान है वह स्पष्ट बहुमत के साथ सरकार बनाएंगे... लेकिन हमें लगता है कि यह दावा थोड़ा बड़ा है, खासकर अगर हम देखें तो मार्जिन बहुत छोटी हैं... और तेजस्वी जी ने कहा है कि भाजपा लोग डरे हुए हैं और बेचैन हैं, लेकिन यह कहना थोड़ा सीमित है... हमें लगता है कि उनके पास बहुत सारे समर्थक हैं जो उन्हें सरकार बनाने में मदद करेंगे। 🤔💬
 
मुझे लगा की क्या तेजस्वी ने मुस्तैदी से चुनाव जीतने का इशारा कर दिया है? 🤔 उनकी बात पर लगता है कि राघोपुर विधानसभा क्षेत्र से तेजस्वी यादव ने मतगणना में जीत हासिल की होगी। मुझे यह नहीं लगा कि क्योंकी उनका खुलासा बहुत ज्यादा राजनीतिक था। 🙃

मेरा मनन करता है की क्या तेजस्वी ने भाजपा के लोगों पर दोस्ती किया है? 🤝 उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग डरे हुए और बेचैन हैं, मुझे लगता है की वो अपने पार्टी के लोगों से दोस्ती करने में असमर्थ हैं। 🤷‍♂️
 
😊 चुनावों में बदलाव की बातें करते समय देखने में मिलती है, यह सच है कि लोगों को लगता है कि हमारे पक्ष में बदलाव आया है। लेकिन अगर हम सिर्फ तेजस्वी यादव की बात मान लेते हैं तो फिर भी कई सवाल उठते हैं। क्या हमारे पास एक ठोस योजना है जिससे हमारे वोटों को चुनाव में बदलाव के रूप में ले जाया जा सके।

जैसा कि तेजस्वी ने कहा, "हमारे कार्यकर्ता लगातार मुस्तैदी के साथ मतगणना केंद्रों पर मौजूद हैं, चौकन्ने हैं" यह सच है लेकिन अगर हम उनकी बात मानें तो फिर भी कई सवाल उठते हैं। क्या हमारे पास एक ठोस योजना है जिससे हमारे वोटों को चुनाव में बदलाव के रूप में ले जाया जा सके।

🤔 लेकिन अगर बिहार की जनता महागठबंधन को अपना आशीर्वाद देने की सोच रही है तो फिर भी कई सवाल उठते हैं। क्या हमारे पास एक ठोस योजना है जिससे हमारे वोटों को चुनाव में बदलाव के रूप में ले जाया जा सके।

हमें यह सोचकर खुश होना चाहिए कि बिहार की जनता बदलाव चाहती है। लेकिन अगर हमारे पास एक ठोस योजना नहीं है तो फिर भी हमें अपने वोटों को बदलाव के रूप में ले जाने की कोशिश करनी चाहिए।
 
तेजस्वी जी की बातों से लगता है कि सत्ता खोने पर डरने की स्थिति में कोई भी पार्टी अपने वोटों को दबाने की कोशिश करती है। लेकिन इस तरह की हरकतें जनता को दूर कर देती हैं और सत्य को नहीं मिलता। 🙅‍♂️ हमें याद रखना चाहिए कि सच्चाई को खोजने के लिए हमेशा से मुस्तैद रहना होगा।

इसके अलावा, तेजस्वी जी ने भी अपनी पार्टी के अधिकारियों से कहा कि निष्पक्ष होकर मतगणना करें। यह एक महत्वपूर्ण बात है क्योंकि अगर हम अपने वोटों को गुमराह करके मतदान करते हैं तो उसकी बहुमूल्य कीमत कुछ नहीं होती। हमें सत्य और निष्पक्षता को बनाए रखने की जिम्मेदारी है। 💯

बिहार में कांग्रेस पार्टी के विश्वासों से भी लगता है कि जनता बदलाव चाहती है। लेकिन यह एक बात है कि हमें अपने मतदान को सही दिशा में करने की कोशिश करनी होगी। हमें याद रखना चाहिए कि एक इंसान की एक वोट की संख्या में कोई फर्क नहीं पड़ता, इसलिए हमें अपने मतदान में सक्रिय रहना होगा। 💪
 
ये तो बहुत दिलचस्प बात है क्या, आजकल पूरा चुनावी प्रक्रिया को लाल-जाली बना रहे हैं 💡। राघोपुर विधानसभा क्षेत्र से तेजस्वी यादव ने मतगणना से पहले कहा है कि हम स्पष्ट बहुमत के साथ सरकार बनाने जा रहे हैं। लेकिन मेरे अनुसार, यह तो बस उन्होंने तय कर दिया है कि कैसे मैदान से बाहर निकलेंगे।

क्या हमें विश्वास करना चाहिए कि मतदाताओं ने बदलाव के लिए मतदान किया है? या फिर, क्या यह सब तय कर दिया गया है कि हमें किस प्रकार की सरकार बननी चाहिए? 🤔 मुझे लगता है कि भाजपा को डरा हुआ है, बेचैन है। लेकिन मैं सोचता हूँ कि क्या यह सच है? क्या वास्तव में जनता ने बदलाव की उम्मीदों को महागठबंधन के पक्ष में रखा है? या फिर, क्या यह सब बस एक बड़ा झूठ है? 🤷‍♂️
 
🤔 भारत में चुनाव के बाद तेजस्वी यादव ने कहा है कि अगर प्रशासन गलतियां करता है तो जनता एक पैर पर खड़ी होगी। लेकिन यह तो कहकर संतुष्ट नहीं किया जा सकता। मुझे पता है कि चुनाव के दौरान भी गलतियां होती रहती हैं। और अगर हम बैठे-बैठे कुछ नहीं करते तो कैसे समझें कि यह तो सही था।

📊 आंकड़ों से मिलकर देखा जाए तो लगता है कि चुनाव में बड़े पैमाने पर मतदान हुआ है। लेकिन यह सिर्फ आंकड़े नहीं बल्कि समाज की भावनाओं और अपेक्षाओं पर आधारित भी हैं। क्या बिहार की जनता वास्तव में बदलाव चाहती है? या यह तो एक राजनीतिक खेल है।

🤝 कृष्णा अल्लावारू ने कहा है कि सरकार ने हर अहम मुद्दे पर काम नहीं किया, लेकिन यह तो भी कई सवाल उठाता है। अगर हमें लगता है कि बिहार की जनता बदलाव चाहती है, तो फिर क्यों नहीं कर रहे? क्या यह तो एक राजनीतिक मुहावरा है?
 
🤔 भले ही राजद उम्मीदवार विशेष रूप से तेजस्वी यादव ने कहा हो कि, "आज हम सभी लोग एक दम आश्वस्त हैं कि हम स्पष्ट बहुमत के साथ सरकार बनाने जा रहे हैं।" 🙅‍♂️ ब्रेन डेड, यही लगता है, लेकिन तेजस्वी यादव ने कहा हो कि, "हमारे कार्यकर्ता लगातार मुस्तैदी के साथ मतगणना केंद्रों पर मौजूद हैं, चौकन्ने हैं और कहीं भी अगर प्रशासन के लोगों ने 2020 वाली गलतियां कीं, कोई गैर संवैधानिक काम किया, अन्याय किया या किसी के इशारे पर कोई अधिकार काम करेगा तो जनता एक पैर पर खड़ी है।" 😬
 
वाह वाह! तेजस्वी जी का यह बयान तो और भी मजबूत लगता है, उनका आश्वासन सुनकर तो हर किसी को उम्मीद है कि महागठबंधन ने बदलाव लाने का मौका हासिल कर लिया है। देखो बिहार के युवाओं ने इतनी बड़ी संख्या में मतदान किया है, यह तो एक बड़ा आश्वासन है कि हमारे पास सरकार बनने का सही मौका है।

कृष्णा अल्लावारू जी के बयान को भी सुनकर तो बिल्कुल सहमत हूँ, लेकिन यह जरूरी है कि हम सब मिलकर अपने अधिकारों का उपयोग करें और बदलाव लाने की दिशा में आगे बढ़ें। 🙌🏽
 
मुझे लगता है कि चुनावों में बदलाव की बातें करना आसान है, लेकिन सरकार बनाने की कोशिश करते समय हमें ध्यान रखना चाहिए कि मतदाताओं को तय कर देना सिर्फ बदलाव की बात कहकर नहीं होता। इससे पहले मैं भी कहता था, "चुनावों में जीतने वाले लोग तभी सचमुच जीतते हैं, जब वो अपने वादों पर खड़े हो और मतदाताओं की उम्मीदों को पूरा करते हैं।"
 
तेजस्वी यादव ने बात की तो लगता है कि बदलाव होने वाला है। चुनाव से पहले भी बहुत मुस्तैदी के साथ लोग मौजूद थे। मतगणना केंद्रों पर जो कार्यकर्ता लगातार मौजूद रहते हैं वह देख कर अच्छा लगता है। अगर उन्हें पहले भी गलतियां कीं और बदलाव चाहते हैं तो वो अब फिर से ऐसा करने से बचने की कोशिश करें।

और बिहार में किसानों को रोजगार देने पर बात करते समय अगर आप अपना बोलबाला निकाल लें तो अच्छा होता। सरकार के लोगों को पता चल गया है कि अगर वो पहले 2020 में ऐसी गलतियां कर रहे थे और अब बदलाव करने की कोशिश कर रहे हैं तो मतगणना को धीमा करके उनकी जीत पर रोक लगाने की कोशिश करेगा। लेकिन हमारी जीत निश्चित है।

कांग्रेस के लोग बात कर रहे हैं कि अगर चुनाव में बदलाव होने वाला है तो इसका संकेत यह है कि किसानों और युवाओं की आवाज मुझे अच्छी लगती है। सरकार ने हर पहल करने में असफल रही।

कुछ बातें जो मेरे मन में आयीं।
 
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