चुनावी भ्रष्टाचार का नया मोड़! बीजेपी ने चुनाव में दूसरों को बाधा डालने का तरीका खोज लिया है। 13 अक्टूबर को दी गई डॉक्यूमेंट्स की लिस्ट के बाद, लोग अपने फॉर्म जमा करने के लिए स्टेशन पहुंचे, लेकिन वहां कहा गया कि उनकी ट्रेनिंग में चल गए हैं। ऐसा लगता है कि पार्टियों ने चुनावी भ्रष्टाचार को एक नई ऊंचाई पर पहुंचा दिया है।
कांग्रेस ने इस मामले में बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि पीड़ित लोगों ने अपने फॉर्म भरने की कोशिश की, लेकिन उनको रिजेक्ट कर दिया गया। ऐसा करने से पहले भी कई लोगों के फॉर्म चोरी हो गए थे, जैसे पुराने फॉर्म में गलत जानकारी भरने के बाद। यह एक बड़ा साजिश है, जिसमें दोनों पक्ष शामिल हैं।
चुनावी भ्रष्टाचार का यह तरीका वास्तव में चुनावी प्रक्रिया को कमजोर कर रहा है। लोगों को यह महसूस होता है कि उनके मत को कोई महत्व नहीं देता, जिससे चुनावी भागीदारी कम हो सकती है।
कांग्रेस ने इस मामले में बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि पीड़ित लोगों ने अपने फॉर्म भरने की कोशिश की, लेकिन उनको रिजेक्ट कर दिया गया। ऐसा करने से पहले भी कई लोगों के फॉर्म चोरी हो गए थे, जैसे पुराने फॉर्म में गलत जानकारी भरने के बाद। यह एक बड़ा साजिश है, जिसमें दोनों पक्ष शामिल हैं।
चुनावी भ्रष्टाचार का यह तरीका वास्तव में चुनावी प्रक्रिया को कमजोर कर रहा है। लोगों को यह महसूस होता है कि उनके मत को कोई महत्व नहीं देता, जिससे चुनावी भागीदारी कम हो सकती है।