चुनाव आयोग की छाती पर बुलडोजर चढ़ाते हुए एक बयान करने के लिए ललन सिंह को नोटिस में रखा गया है। उनकी यह बातें जदयू पार्टी के समर्थन में आयोजित रोड शो और सभा के दौरान सुनाई गईं। उन्होंने कहा, "कमान संभाल लीजिए।"
लेकिन क्या यह बयान चुनाव में जीतने की रणनीति है या न केवल वोटरों को दंगा करने की प्लान?
चुनाव आयोग ने इस बयान से नाराजगी जताई और ललन सिंह पर नोटिस जारी किया। पार्टी के इस बयान ने विरोध को जन्म देने के लिए कुछ लोगों को मिला है।
इसके अलावा, बिहार के राजधानी पाटना स्थित एक समाचार चैनल, के मुताबिक, ललन सिंह ने रोड शो के दौरान कहा, "गरीबों को वोटिंग के दिन घर से निकलने नहीं देना है, घर में बंद कर देना है। अगर ज्यादा हाथ-पैर जोड़ेगा, तो अपने साथ ले कर वोट गिराने दिए।"
यह बयान बहुत बड़ा मुद्दा बन गया है और यह पूरी तरह से चुनाव आयोग की छाती पर बुलडोजर लगाकर किया गया है। चुनाव आयोग ने इस बयान को लेकर ललन सिंह के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और उन्हें दंडित करने का प्रावधान है।
चुनाव आयोग ने कहा, "इस बयान से चुनावी जीत की रणनीति बनाकर वोटरों को दंगा करने का प्रयास किया गया है, इसलिए हमें इसका खाता चलाना पड़ेगा।"
लेकिन क्या यह बयान चुनाव में जीतने की रणनीति है या न केवल वोटरों को दंगा करने की प्लान?
चुनाव आयोग ने इस बयान से नाराजगी जताई और ललन सिंह पर नोटिस जारी किया। पार्टी के इस बयान ने विरोध को जन्म देने के लिए कुछ लोगों को मिला है।
इसके अलावा, बिहार के राजधानी पाटना स्थित एक समाचार चैनल, के मुताबिक, ललन सिंह ने रोड शो के दौरान कहा, "गरीबों को वोटिंग के दिन घर से निकलने नहीं देना है, घर में बंद कर देना है। अगर ज्यादा हाथ-पैर जोड़ेगा, तो अपने साथ ले कर वोट गिराने दिए।"
यह बयान बहुत बड़ा मुद्दा बन गया है और यह पूरी तरह से चुनाव आयोग की छाती पर बुलडोजर लगाकर किया गया है। चुनाव आयोग ने इस बयान को लेकर ललन सिंह के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और उन्हें दंडित करने का प्रावधान है।
चुनाव आयोग ने कहा, "इस बयान से चुनावी जीत की रणनीति बनाकर वोटरों को दंगा करने का प्रयास किया गया है, इसलिए हमें इसका खाता चलाना पड़ेगा।"