‘चुनाव में डूबने की प्रैक्टिस…’: PM मोदी ने राहुल गांधी के मछली तालाब में गोता लगाने का मजाक उड़ाया

प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी विपक्षी दलों के प्रति आक्रामकता को बढ़ाया। उनके हमले राहुल गांधी से लेकर राजद और बिहार विधानसभा तक फैल गए। उन्होंने कहा, 'राजद के नेतृत्व में विपक्ष सत्ता पर पहुंच जाता है, तो वह लोगों के सिर पर कट्टा रख देगा और उन्हें अपने आदेशों का पालन करने की भावना खो देगा।'

मोदी ने बिहार में राजद की सत्ताधारित सरकार की ओर एक खतरनाक संकेत दिया। उन्होंने आरोप लगाया, 'राजद अपने प्रचार में बच्चों से कह रहा है कि बड़े होकर वे रंगदार बनना चाहते हैं।' उन्होंने यह भी कहा, 'बिहार को ऐसी सरकार नहीं चाहिए जिसमें कट्टा, कुशासन, क्रूरता और भ्रष्टाचार हो।'
 
मोदी की बातें सुनकर मुझे एक अलग दुनिया लगती है जिसमें हमारे बड़े पापा सत्ता में थे। लेकिन फिर सोचने पर आता है, उन्होंने कैसे ऐसे शब्दों का उपयोग किया जो बच्चों की दुनिया की बात करते हैं।

मोदी ने राहुल गांधी और बिहार विधानसभा पर हमला किया, लेकिन मुझे लगता है कि उन्हें थोड़ा ध्यान रखना चाहिए। भ्रष्टाचार और कट्टा लगाकर सत्ता पाना आसान नहीं है। और फिर सोचने पर आता है, राजद नेताओं में से कौनसे लोग वास्तव में लोगों की जरूरतों को समझते हैं?
 
मोदीजी से तो लोग दूर ही, बिहार में राजद पर उनके टिप्पणियां बहुत ही गलत हैं। वे पुराने तरीकों का इस्तेमाल कर रहे हैं जैसे कि कुछ लोग पुराने कार से दौड़ में उतरे। उन्हें यह जानना चाहिए कि राजद ने बिहार में बहुत अच्छी सरकार बनाई है और लोगों को उनके नेतृत्व में अच्छी जिंदगी देने वाली सरकार का अहसास कराया है।
 
मैं समझ नहीं पाया क्या तो प्रधानमंत्री जी से राजद के नेताओं पर ऐसा हमला करने में खास मुश्किल नहीं हुई? 🤔 कुछ दिन पहले भी हमने पढ़ा था कि लोकसभा चुनावों में कई पार्टियां लड़ रही हैं, फिर क्यों प्रधानमंत्री जी ने इस तरह तेजी से हमला किया? 🤷‍♂️
 
मुझे लगा कि मोदी जी क्यों सा घुसपैठ कर देते हैं? पहले तो विपक्षी दल उनकी बातें सुनते रहते थे, लेकिन अब वह सीधे-सीधे हमला करने लगते हैं। मुझे नहीं समझ में आता कि उन्हें विपक्ष को इतना दुख लगा कि वह इस तरह बोलना पड़े। और राजद की सरकार पर तो बहुत सारी गलतियाँ हो सकती हैं, लेकिन फिर भी मुझे लगता है कि उन्हें थोड़ा धैर्य देना चाहिए।
 
मोदी दादाजी कितने आक्रामक हो गए हैं 🤯। मुझे लगता है कि वे अपने पुराने सामान में इतने खुश हैं कि वे अब भी पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी जी की तरह 'बेटे और बेटियों' को देखकर हंसते हैं। 😂

मुझे लगता है कि उनकी आलोचना राहुल गांधी जी पर लगी है, लेकिन मोदी दादाजी को यह पता नहीं है कि उन्होंने 2014 से 2020 तक भी बहुत ही आक्रामकता का प्रदर्शन किया था। 🤔

अब बिहार में राजद की सरकार पर हमला करने के बाद, मुझे लगता है कि मोदी दादाजी अपने पुराने सामान खो रहे हैं जैसे कि मैंने उनकी 'ख़मोश़' राजनीति से बहुत प्यार किया था। 💔
 
😡 ये तो बहुत बड़ा मोड़ है! प्रधानमंत्री की बातें सुनने से पहले मैं सोचता था कि विपक्षी दल को खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन अब लगता है कि वे अपनी सत्ता बचाने के लिए हर कीमत पर लड़ रहे हैं। राजद की सरकार को निशाना बनाते हुए, मोदी जी की बातें तो जरूरी हैं, लेकिन इससे पहले कि विपक्षी दलों को अपने आप पर ध्यान देने का समय मिले, उन्हें खुद को साफ करने की जरूरत है। बिहार में सरकार को निशाना बनाते हुए, मोदी जी की बातें तो अच्छी लगती हैं, लेकिन इससे पहले कि हम विपक्षी दलों को खत्म कर दें, उन्हें अपने अंदर के समस्याओं को हल करने का समय मिले।
 
मोदी का यह बयान सुनकर मुझे थोड़ा असहज महसूस हुआ। लगता है कि वे राजद पर आरोप लगाएं क्यों? जो लड़के हैं और अपने भविष्य के बारे में सोच रहे हैं, उन्हें पता नहीं है कि वास्तविकता कैसी है? मोदी ने कहा है, 'बिहार को ऐसी सरकार नहीं चाहिए...' जैसे मानो वह देश के प्रत्येक घर की बात कर रहे हैं। लेकिन यह सवाल उठता है कि क्या वास्तव में हमारे देश की सरकारें ऐसी हैं?
 
😔 मुझे लगता है कि प्रधानमंत्री जी की बोलियां बहुत तेज़ हो गए हैं। उन्होंने अपने विपक्षी दलों को बहुत मुश्किल में डाल दिया है। 🤕 लेकिन मुझे लगता है कि ऐसा करने से हमारे राजनीतिक समाज को नुकसान होगा। 😞

हमें अपने विपक्षी दलों के साथ संवाद करना चाहिए, उनकी बातें सुननी चाहिए और समझनी चाहिए। इससे हमारा राजनीतिक समाज मजबूत हो सकता है। 🤝

मुझे लगता है कि प्रधानमंत्री जी को अपनी निंदा करने की जरूरत नहीं है, बल्कि विपक्षी दलों के साथ मिलकर समाधान ढूंढने की जरूरत है। 🤔
 
मोदी जी के दांव पर निकल गए हैं! राहुल गांधी जी से लेकर राजद तक सबको अपने निशाना बनाया है। लेकिन मुझे लगता है कि वो बस बच्चों को खेलने के लिए चालाक हैं। बिहार की सरकार पर हमला करना तो एक दुर्भाग्यपूर्ण बात है, हमें उनके पैसों और संसाधनों पर ध्यान देना चाहिए। मोदी जी को अच्छी तरह से सोच लेनी चाहिए, इससे विपक्षी दलों को भी थोड़ी राहत मिलेगी।
 
मोदी जी की बात सुनकर मैंने सोचा कि ये तो विपक्ष के लिए एक अच्छा मौका है 🤔। अगर राजद और अन्य दल सत्ता पर आते हैं, तो शायद लोगों को अपने देश की सेवा करने की प्रेरणा मिलेगी। और यह बात सच में खासकर युवाओं के लिए महत्वपूर्ण है – वे अपने भविष्य को बनाने के लिए कुछ कर सकते हैं! 🌟

इसके अलावा, मोदी जी ने बिहार की सरकार पर ध्यान दिया है। मुझे लगता है कि सरकार की गुणवत्ता और प्रशासनिक तंत्र को सुधारने पर काम करना बहुत जरूरी है। अगर हमें अपने देश को बेहतर बनाने के लिए कुछ करने का मौका मिलता है, तो यह अच्छा होगा। 🙏
 
🤔 मुझे लगता है कि प्रधानमंत्री से यह बात निकलना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। 🙅‍♂️ जैसे ही वे अपने विपक्षी दलों पर हमला कर रहे थे, मेरी सोच में एक सवाल उठता है कि उनके खिलाफ यह तरह से भाषण करके वह हमारी राजनीतिक संस्कृति को नुकसान पहुंचा सकते हैं। 🤷‍♂️ जैसे शिष्टाचार और सम्मान को छोड़कर पूरे विपक्ष पर हमला करना चाहिए, नहीं। 🚫 मुझे लगता है कि अगर हम अपने विपक्षी दलों के साथ बातचीत करके, समझौते करके और देश के हित में काम करके प्रधानमंत्री जैसे नेताओं को बनाए रख सकते हैं। 💪
 
मोदी जी के हमलों से लोगों में डर हो रहा है, तो फिर विपक्ष में से कोई भी दोषी नहीं है। राजद नेताओं को सरकार बनाने की बातें करने की ज़रूरत नहीं है, जब उन्हें अपनी सत्ता में रहने की तरीकों की आलोचना करने की जरूरत है।
 
मोदी को निश्चित रूप से उनके दिल में सहानुभूति है 🤝, विपक्षी दलों की ओर से हमला करना एक आसान बात नहीं है। लेकिन हमें यह भूलना नहीं चाहिए कि विपक्ष भी अपने खिलाफ़ हमलावर बनने का मौका देते हैं। मोदी जी ने कहा है कि राजद सरकार लोगों के सिर पर कट्टा रख देगी, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हमें उनके खिलाफ़ एकजुट होकर हमलावर बनना चाहिए। 🤔

राजद नेतृत्व में विपक्ष सत्ता पर पहुंचने से पहले, उन्होंने बहुत कुछ सुधारा होगा। और अगर हम उनके आरोपों पर विश्वास करते हैं तो फिर भी हमें उनके खिलाफ़ सख्त कदम उठाने चाहिए। मोदी जी ने बिहार को ऐसी सरकार नहीं चाहती, लेकिन हमें यह सवाल करना चाहिए कि हमने उन्हें दिया है या नहीं। 🤝
 
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