चीनी की आदत बचपन से, उम्रभर बीमारी का कारण
बचपन में अत्यधिक चीनी की आदत बन सकती है उम्रभर की बीमारी, वैज्ञानिक अध्ययन में खुलासा हुआ है। शुरुआती उम्र में ज्यादा चीनी का सेवन शरीर और मस्तिष्क के स्वास्थ्य पर लंबे समय तक असर डालता है।
आज के बच्चों को अनुशंसित सीमा से कई गुना अधिक चीनी मिलती है। वैज्ञानिक अध्ययन ने बताया है कि शुरुआती उम्र में ज्यादा चीनी का सेवन शरीर और मस्तिष्क के स्वास्थ्य पर लंबे समय तक असर डालता है। बच्चों को अनुशंसित दैनिक चीनी सेवन सीमा लगभग 25 ग्राम यानी 6 चम्मच है, लेकिन अधिकांश बच्चे इससे दोगुना या तिगुना सेवन कर रहे हैं।
चीनी की आदतें एक साइकोलॉजिकल पैटर्न के रूप में विकसित हो जाती हैं, जिन्हें बदलना अत्यंत कठिन होता है। वैज्ञानिकों ने बताया है कि बचपन में शुरू होने वाली चीनी की आदतें आगे चलकर निकोटीन या कैफीन जैसी अधिक मीठे की तरह स्थिर हो सकती हैं।
भारतीय परिप्रेक्ष्य में यह चिंता और भी गंभीर है। शहरी भारत में 6 से 16 वर्ष आयु वर्ग के बच्चे औसतन 32 से 45 ग्राम तक चीनी प्रतिदिन ले रहे हैं जो अनुशंसित सीमा से लगभग दोगुना है।
बचपन में अत्यधिक शुगर सेवन से जुड़ी आदतें एक साइकोलॉजिकल पैटर्न के रूप में विकसित हो जाती हैं, जिन्हें बदलना अत्यंत कठिन होता है। बच्चों के लिए निर्धारित दैनिक चीनी सेवन सीमा लगभग 25 ग्राम यानी 6 चम्मच है, लेकिन अधिकांश बच्चे इससे दोगुना या तिगुना सेवन कर रहे हैं।
बचपन में अत्यधिक चीनी की आदत बन सकती है उम्रभर की बीमारी, वैज्ञानिक अध्ययन में खुलासा हुआ है। शुरुआती उम्र में ज्यादा चीनी का सेवन शरीर और मस्तिष्क के स्वास्थ्य पर लंबे समय तक असर डालता है।
आज के बच्चों को अनुशंसित सीमा से कई गुना अधिक चीनी मिलती है। वैज्ञानिक अध्ययन ने बताया है कि शुरुआती उम्र में ज्यादा चीनी का सेवन शरीर और मस्तिष्क के स्वास्थ्य पर लंबे समय तक असर डालता है। बच्चों को अनुशंसित दैनिक चीनी सेवन सीमा लगभग 25 ग्राम यानी 6 चम्मच है, लेकिन अधिकांश बच्चे इससे दोगुना या तिगुना सेवन कर रहे हैं।
चीनी की आदतें एक साइकोलॉजिकल पैटर्न के रूप में विकसित हो जाती हैं, जिन्हें बदलना अत्यंत कठिन होता है। वैज्ञानिकों ने बताया है कि बचपन में शुरू होने वाली चीनी की आदतें आगे चलकर निकोटीन या कैफीन जैसी अधिक मीठे की तरह स्थिर हो सकती हैं।
भारतीय परिप्रेक्ष्य में यह चिंता और भी गंभीर है। शहरी भारत में 6 से 16 वर्ष आयु वर्ग के बच्चे औसतन 32 से 45 ग्राम तक चीनी प्रतिदिन ले रहे हैं जो अनुशंसित सीमा से लगभग दोगुना है।
बचपन में अत्यधिक शुगर सेवन से जुड़ी आदतें एक साइकोलॉजिकल पैटर्न के रूप में विकसित हो जाती हैं, जिन्हें बदलना अत्यंत कठिन होता है। बच्चों के लिए निर्धारित दैनिक चीनी सेवन सीमा लगभग 25 ग्राम यानी 6 चम्मच है, लेकिन अधिकांश बच्चे इससे दोगुना या तिगुना सेवन कर रहे हैं।