चलती ट्रेन में वेंडर ने यात्री को बेल्ट से पीटा...VIDEO: झांसी में महंगा खाना देने का विरोध किया; गिड़गिड़ाने के बाद भी पीटते रहे - Jhansi News

आज झांसी में एक बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटी। ट्रेन में वेंडर ने यात्री को बेल्ट से पीटा। यह घटना इतनी गंभीर थी कि ट्रेन में मौजूद लोग उसे बचाने में असमर्थ रहे।

इस घटना में एक युवक निहाल शामिल है, जो झांसी में रहता है। वह मध्य प्रदेश से आकर अंडमान एक्सप्रेस ट्रेन में गए था। वहाँ पर उसने वेज थाली ऑर्डर की, लेकिन जब खाना देने वाला उसे 130 रुपए का बिल दिखाया, तो उसने कहा कि यह बिल सही नहीं है। ज्यादा पैसे मांगने से मना करने पर खाना देने वाला निहाल की ओर गाली-गलौज करने लगा।

इस मुश्किल में निहाल को इतना झुनझुनने लगा कि वह अपनी जिंदगी छोड़ने की बात करने लगा। उस पर खाना देने वाले साथियों ने उसे धक्का दे दिया और बेल्ट से पीटना शुरू कर दिया।

लेकिन, तब तक ट्रेन के अंदर मौजूद लोगों ने बचाव करने की कोशिश की। निहाल को जब वेंडर और उसके आदमियों ने गिरा दिया, तो वह भागने लगा। लेकिन, वेंडर ने उस पर बेल्ट से कई मार खाई।

इस घटना के बाद निहाल ने रेलवे से 1 नवंबर को अपनी शिकायत दर्ज कराई। उसने बताया कि वह माफी मांगता है कि उसने गलती की, लेकिन वेंडर ने उसकी बात नहीं सुनी।

लेकिन, जीआरपी थाने पर निहाल ने शिकायत दर्ज करने की कोशिश की, लेकिन वहां FIR नहीं लिखी गई। पुलिस बोल रही है कि अगर वेंडर उसे ग्वालियर पहुंचा देता, तो उसकी शिकायत दर्ज कराई जाएगी।
 
बिल्कुल बुरा हुआ है 😔 यह घटना मेरे लिए बहुत पागलपन है। क्या ये देश में अभी भी ऐसी बातें हो सकती हैं? मेरा मनुष्य के प्रति सम्मान करने के लिए हमें और अधिक सावधान रहना चाहिए। रेलवे पर किसी भी तरह की हिंसा नहीं तolerेट होनी चाहिए। 🚫
 
कहीं मुश्किल न हो, यह घटना कभी नहीं होनी चाहिए। ट्रेन पर किसी भी तरह की हरकत करने वाले लोगों को जरूर सजा देनी चाहिए। लेकिन, ज्यादातर लोगों की सोच समझ में नहीं आती। युवाओं को भी अपने अधिकारों के बारे में जागरूक होना चाहिए।

निहाल की शिकायत दर्ज करने पर रेलवे से रोक लगाना एक बड़ा मुद्दा है। पुलिस ने ऐसी बात कही जो कि निराशाजनक है और युवाओं के लिए खतरनाक भी है।
 
बहुत दुखद, ये घटना सुनकर मैं बहुत परेशान हुआ। ट्रेन में ऐसी घटना घटी, जहां एक युवक को बेल्ट से पीटा गया। यह देखकर तो मुझे लगने लगा कि इतनी सुविधाओं वाले समाज में भी दुर्गंध है। ज्यादा पैसे मांगने से मना करने पर वेंडर ने उसे धक्का दिया और बेल्ट से कई मार खाई। ये घटना झांसी में घटी, लेकिन मुझे लगता है कि इसका असर पूरे राजस्थान पर पड़ेगा।
 
यह घटना बहुत दुखद है। यात्रियों को सुरक्षा मिलनी चाहिए। लेकिन, यह भी पता चलता है कि वेंडर ने तो यात्री को गलत रूप से आरोपित कर दिया। अगर ऐसा नहीं होता, तो निहाल शामिल होने की ज़रूरत नहीं पड़ती। और, पुलिस ने गलती की है। FIR नहीं लिखने की वजह से यात्री की सुरक्षा खतरे में पड़ गई।
 
यह घटना बहुत दुखद है, मेरा दिल ट्रेन में हुआ। पुलिस को यह तय करना चाहिए कि अगर कोई पीड़ित बचाव करने की कोशिश करता है तो उस पर FIR लिखना चाहिए। वेंडर ने अपनी गलती को स्वीकार कर दिया और शिकायत दर्ज कराई, लेकिन अभी भी उसकी शिकायत नहीं मानी। यह एक बड़ी समस्या है जिस पर पुलिस को ध्यान देना चाहिए। 😔
 
यह बहुत ही दुखद घटना है। मुझे लगने लगा है कि हमारा देश अभी भी इतने पुराने मुद्दों से लड़ रहा है, जैसे कि न्याय और सम्मान। यह घटना झांसी में हुई, लेकिन इससे पहले ऐसी कई घटनाएं भी हुई हैं जो हमारे देश में खुलकर हो रही हैं।

मुझे लगता है कि पुलिस और रेलवे सेवाओं को इस तरह की घटनाओं की जांच करनी चाहिए। अगर वेंडर निहाल पर आरोप लगाता है, तो उस पर FIR लिखना जरूरी है। मैं समझ नहीं पा रहा हूँ कि रेलवे सेवाएं इतनी बेमानी, बेईमानी भरी काम कर सकती हैं।

आजादी के बाद हमें सोचकर सोचना चाहिए कि क्या हमने अपने देश को इतना खराब बना दिया है? मुझे लगता है कि हमें अपने देश को बदलने के लिए एक साथ चलना होगा। 🤕
 
तन्हानाक यह घटना ही नहीं बल्कि हमारे समाज की दुर्दशा का प्रतीक भी है। क्योंकि वेंडर ने निहाल पर बेल्ट से मार खाई, वही न केवल उसकी जिंदगी बर्बाद कर दी, बल्कि उसे एक भयानक डराने और चोट पहुंचाने का मौका भी दिया। लेकिन, यह घटना हमें सोचने पर मजबूर करती है कि हमारे समाज में शिकायत दर्ज करने के लिए कहाँ जाना है? और क्या पुलिस वास्तव में निहाल की शिकायत पर ध्यान देगी या फिर वह तो भी फेल हो जाएगी।
 
🤔 यह घटना बहुत ही दुखद है। मुझे लगता है कि रेलवे सुरक्षा और यात्रियों की सुरक्षा पर ध्यान देना जरूरी है। 🚂😡 अगर वेंडर ने निहाल को बेल्ट से पीटा, तो वह इसे कभी नहीं भूल पाएगा। मुझे लगता है कि उन्हें कड़ी सजा मिलनी चाहिए। 😤
 
यह घटना बहुत दुखद है। मुझे लगता है कि हमारे देश में ऐसे कई जगहों पर भी ऐसी घटनाएं होती रहती हैं। लोगों को जागरूक करना जरूरी है, ताकि ये तरह की गलतियाँ न हो।
 
यह घटना बिल्कुल भी सही नहीं है। लोगों को यह नहीं पता कि ट्रेन में खाने वेंडर को कहां से दिया जाए। पुराने समय में ऐसा करना थोड़ा आसान था, लेकिन अब युवाओं की समझ भी बढ़ गई है।

बिल्कुल नहीं समझना कि 130 रुपये में तो फिर से वेज थाली ऑर्डर क्यों लगाई जाए? क्या वेंडर को समझ में नहीं आया कि युवाओं की बात कितनी महत्वपूर्ण है?

और यहां तक कि अगर निहाल ने 1 नवंबर तक रेलवे से शिकायत दर्ज करने में संकोच कर दिया, तो भी फिर वह क्यों नहीं कहा कि वेंडर को गवाह बनने का मौका देना चाहिए?
 
यह घटना बहुत दुखद है। लोगों को हमेशा सुरक्षा की जरूरत होती है, खासकर जब वे यात्रा कर रहे हों। क्या इतने पैसे मांगने से मना करने पर भी उन्हें इस तरह से दंडित किया जाए? यह न केवल युवक को बल्कि सभी को चिंता का विषय बन गया है। सरकार को तुरंत इस मामले की जांच करनी चाहिए और पीड़ित को न्याय दिलाना चाहिए।
 
Back
Top