केंद्रीय अर्धसैनिक बल 'सीआरपीएफ' ने अपनी एकमुश्त सहायता राशि में बड़ी वृद्धि कर दी है। अब शहीद कार्मिकों के परिवारों को 35 लाख रुपये, अन्य सभी मृत्यु मामलों में 25 लाख रुपये मिलेंगे।
शासी निकाय ने वर्ष 2024-25 की शासन नीति की बैठक में इस फैसले पर सहमति व्यक्त की है। इससे पहले, शहीद होने वाले सैनिकों के परिजनों को मिलने वाली अनुग्रह राशि 30 लाख रुपये थी। इसी तरह, मृत्यु के अन्य सभी मामलों में यह राशि 20 लाख रुपये ही थी।
इसने, सीआरपीएफ ने देश के सबसे बड़े केंद्रीय अर्धसैनिक बल में शहीद होने वाले जवानों के परिवारों को एक बेहतर सहायता प्रदान करने का यह फैसला किया है। जोखिम निधि से दी जाने वाली अनुग्रह राशि में भी वृद्धि, अब इसे 500 रुपये से बढ़ाकर 800 रुपये प्रति माह कर दिया गया है और यहां पर शहीद कार्मिकों के परिवारों को एक बेहतर सहायता प्रदान करने का यह फैसला किया गया है।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सेविंग व रिस्क फैक्टर को 60:40 के अनुपात में बदल दिया है। इसके साथ, प्रत्येक कार्मिक द्वारा प्रति माह 800 रुपये, अंशदान में से 480 रुपये सेविंग और 320 रुपये रिस्क फैक्टर के रूप में जमा किया जाएगा।
इसके अलावा, सेवानिवृत्त/सेवा छोड़ने से जुड़े मामलों में बोनस की राशि में बढ़ोतरी के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी गई है।
शासी निकाय ने वर्ष 2024-25 की शासन नीति की बैठक में इस फैसले पर सहमति व्यक्त की है। इससे पहले, शहीद होने वाले सैनिकों के परिजनों को मिलने वाली अनुग्रह राशि 30 लाख रुपये थी। इसी तरह, मृत्यु के अन्य सभी मामलों में यह राशि 20 लाख रुपये ही थी।
इसने, सीआरपीएफ ने देश के सबसे बड़े केंद्रीय अर्धसैनिक बल में शहीद होने वाले जवानों के परिवारों को एक बेहतर सहायता प्रदान करने का यह फैसला किया है। जोखिम निधि से दी जाने वाली अनुग्रह राशि में भी वृद्धि, अब इसे 500 रुपये से बढ़ाकर 800 रुपये प्रति माह कर दिया गया है और यहां पर शहीद कार्मिकों के परिवारों को एक बेहतर सहायता प्रदान करने का यह फैसला किया गया है।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सेविंग व रिस्क फैक्टर को 60:40 के अनुपात में बदल दिया है। इसके साथ, प्रत्येक कार्मिक द्वारा प्रति माह 800 रुपये, अंशदान में से 480 रुपये सेविंग और 320 रुपये रिस्क फैक्टर के रूप में जमा किया जाएगा।
इसके अलावा, सेवानिवृत्त/सेवा छोड़ने से जुड़े मामलों में बोनस की राशि में बढ़ोतरी के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी गई है।