कोलकाता में आईएसआई संस्थान पर लगाए गए नफरत भरे संदेशों को लेकर एक बड़ा मुद्दा तैयार हो गया है। यह घटना दिल्ली आतंकी हमले के एक दिन बाद हुई, जिसमें कई लोग घायल हुए थे।
ग्राफिटी पर लगाए गए संदेश समुदाय विशेष के खिलाफ हैं, और इस तरह की पोस्टर को लगाने वालों ने अपना खुलासा नहीं किया है। आईएसआई की निदेशक संघमित्रा बंदोपाध्याय ने कहा है कि उन्हें यह घटना बहुत गंभीर लगती है, और वह इस मामले में शामिल लोगों को खोजने में लगे हुए हैं।
आईएसआई का कहना है कि संस्थान हमेशा से ही बहुतलतावादी परंपराओं के लिए खड़ा रहा है, और वह अपने हितधारकों में किसी भी तरह के भेदभाव के खिलाफ है। उन्होंने कहा है कि सेमेस्टर परीक्षाएं खत्म होने के बाद वे इसमें शामिल लोगों की काउंसलिंग करेंगे और सुधार के लिए अन्य उपाय भी अपनाएंगे।
कोलकाता में लगाए गए नफरत भरे संदेशों पर आईएसआई की प्रतिक्रिया को देखकर कई लोगों को यह बुरा लगता है कि देश की शैक्षणिक संस्थानों में भेदभाव होता जा रहा है।
ग्राफिटी पर लगाए गए संदेश समुदाय विशेष के खिलाफ हैं, और इस तरह की पोस्टर को लगाने वालों ने अपना खुलासा नहीं किया है। आईएसआई की निदेशक संघमित्रा बंदोपाध्याय ने कहा है कि उन्हें यह घटना बहुत गंभीर लगती है, और वह इस मामले में शामिल लोगों को खोजने में लगे हुए हैं।
आईएसआई का कहना है कि संस्थान हमेशा से ही बहुतलतावादी परंपराओं के लिए खड़ा रहा है, और वह अपने हितधारकों में किसी भी तरह के भेदभाव के खिलाफ है। उन्होंने कहा है कि सेमेस्टर परीक्षाएं खत्म होने के बाद वे इसमें शामिल लोगों की काउंसलिंग करेंगे और सुधार के लिए अन्य उपाय भी अपनाएंगे।
कोलकाता में लगाए गए नफरत भरे संदेशों पर आईएसआई की प्रतिक्रिया को देखकर कई लोगों को यह बुरा लगता है कि देश की शैक्षणिक संस्थानों में भेदभाव होता जा रहा है।