दिल्ली ब्लास्ट में खो दिया अपना तो 10 लाख दे रही रेखा सरकार, जानें कैसे मिलेगा मुआवजा?

दिल्ली में हुए आतंकी हमले ने देशभर में साजिश को उजागर कर दिया है. इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में, 13 लोगों की जान गई है और कई घायल हैं. सरकार ने तुरंत पीड़ित परिवारों के लिए राहत का ऐलान करते हुए कहा है कि हम उनके साथ खड़े हैं.

दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने घोषणा की है कि सरकार हर प्रभावित परिवार के साथ खड़ी है. इस हमले में दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने मुआवजे का भी ऐलान कर दिया है. सरकार की ओर से मृतकों को घायलों के परिवार वालों को मुआवजा दिया जाएगा. मृतकों को 10 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा है कि अगर आपका अपना भी खोया है, तो जान लें कैसे लिया जा सकता है मुआवजा. पीड़ित परिवार को सबसे पहले संबंधित थाने या राहत विभाग में घटना की रिपोर्ट और जरूरी दस्तावेज जमा करने होंगे. इसमें डेथ सर्टिफिकेट या मेडिकल रिपोर्ट, पहचान पत्र, बैंक पासबुक की कॉपी और पते का प्रमाण शामिल है. इसके बाद आवेदन दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण या राजस्व विभाग के जिला कार्यालय में जमा किया जाता है.
 
तो ये तो एक बहुत ही खेदजनक घटना हुई. मैंने भी देखा था कि मेरे गांव में एक सी के हमले हुआ था। मेरे चाचा ने मृत्यु हो गई थी। उस समय हमारे पास बिल्कुल 5 रुपये थे। अगर मैंने वह समय भी अपने बच्चों को खाना देने जाता, तो कैसे करूं। लेकिन सरकार ने तब से बहुत बदलाव लाया है। अब हमारे पास भी राहत की आशा है।

मुझे लगता है कि अगर हम अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा दें और उनके भविष्य के बारे में सोचें, तो आतंकवाद जैसी समस्याओं से लड़ने में आसान है। हमें अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा, रोजगार और स्वास्थ्य के अवसर देने की जरूरत है।

मैं भी उम्मीद करता हूं कि सरकार और लोग एक साथ मिलकर आतंकवाद के खिलाफ लड़ेंगे। हमें अपने देश को बेहतर बनाने की जरूरत है।
 
यह तो बहुत बड़ा झटका है... आतंकी हमले से देशभर में चिंता और दर्द है। मेरा मन भी इस घटना से भर गया है... 13 लोगों की जान जानकर मुझे खेद हुई है ... उनके परिवार को यह घंटे-घंटे बीतने वाली दुःख क्या रहेगा? मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने साफ कहा है कि सरकार पीड़ित परिवारों के साथ खड़ी है, लेकिन अगर आपका अपना भी खोया है तो जान लें कैसे लिया जा सकता है मुआवजा... यह तो बहुत ही दुखद बात है। हमें सरकार की सहायता से पीड़ित परिवारों का सहारा करना चाहिए।
 
यार भाई यह तो बहुत बड़ी साजिश का नतीजा है.. आतंकी हमले में 13 लोगों की जान गई है, बाकी घायल हैं और सरकार कह रही है हम उनके साथ खड़े हैं। लेकिन सच्चाई तो यह है कि जिस जोखिम में ये जवान और नागरिक गए थे, उसका बदला उन्होंने इस हमले में खुद लिया।

मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने घोषणा की है कि सरकार हर प्रभावित परिवार के साथ खड़ी है, लेकिन यह सवाल उठता है कि अगर आपका अपना भी खोया है, तो जान लें कैसे लिया जा सकता है मुआवजा।

पीड़ित परिवारों को सबसे पहले संबंधित थाने या राहत विभाग में घटना की रिपोर्ट और जरूरी दस्तावेज जमा करने होंगे, लेकिन यह तो समझना चाहिए कि यह न केवल एक प्रक्रिया है, बल्कि एक सुरक्षित स्थान भी।
 
मेरा सुनिश्चित है कि इन परिस्थितियों में हम सब दुखी हैं 🤕। यह हमला तो बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है, 13 लोगों की जान गई है और कई घायल हुए हैं। सरकार ने तुरंत पीड़ित परिवारों के लिए राहत का ऐलान करते हुए कहा है कि हम उनके साथ खड़े हैं। यह अच्छी बात है, लेकिन मेरा विचार है कि सरकार को और भी कुछ करना चाहिए, जैसे कि आतंकवादियों की गिरफ्तारी के लिए कड़ी कार्रवाई करें।
 
हमारा देश ऐसा नहीं रह सकता जहां हर साल कोई और खो जाता है 😔। आतंकवादी हमलों की बातें करने वाले लोगों को अपने शब्दों का पता लगाना चाहिए। हमारे देश में हमेशा से पुलिस व थानों पर बैठकर साजिश को उजागर करने वाले लोग ही ऐसे हमले तय करते हैं। उन्हें जेल पकड़ना चाहिए। सरकार को भी पूरी तरह जवाबदेह होनी चाहिए। मैंने दिल्ली में एक such article पढ़ा है जिसमें पुलिस ने आतंकवादियों को पकड़ने के लिए तय किया था। https://www.ndtv.com/india-news/del...police-nabs-2-more-investigation-says-2258159
 
आतंकवाद ने फिर से देश को घायल कर दिया है और हमें सिर्फ शोक में नहीं रहना चाहिए, लेकिन यह सवाल उठना चाहिए कि क्या पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों ने पर्याप्त तैयारी नहीं की थी? दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता जी की बात करनी चाहिए, लेकिन यह सवाल उठना चाहिए कि सरकार को सुरक्षा में सुधार करने के लिए क्या कदम उठाएगी। मुझे लगता है कि पीड़ित परिवारों को बेहतर मुआवजा देना जरूरी है, लेकिन इससे पहले हमें आतंकवाद के खिलाफ लड़ने के लिए एक मजबूत रणनीति बनानी चाहिए। 🤕
 
आज की घटना को पढ़कर खेद हुआ मैं . तुरंत मुआवजा और सहायता देने की बात सुनकर अच्छा लगी, लेकिन चिंता है कि यहाँ साजिश को उजागर करने वाली घटनाएँ और भी बढ़ सकती हैं तो हमें एक दूसरे पर भरोसा रखना होगा।
 
मैंने इस तरह से जो सोचा उस पर तय कर दूंगा, आतंकी हमलों की बात करने की, और सरकार ने क्या कहा है, यह बहुत गंभीर मुद्दा है हमेशा से चल रहा है। लेकिन जब कोई ऐसा बड़ा हमला होता है तो दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की बात सुननी बहुत अच्छी लगती है, वह तो हमेशा ज़रूरतमंदों के लिए मदद करने के लिए आगे आती है।
 
अगर हम इस दुखद घटना को ध्यान से देखें, तो यह साफ़ है कि सरकार तुरंत पीड़ित परिवारों की मदद करने के लिए कदम उठा रही है. मुआवजा और राहत की घोषणा सरकार की पहली सही कदम मानी जा सकती है. लेकिन हमें यह भी सोचना चाहिए कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ने के लिए हमें एक-दूसरे के साथ खड़े होने की जरूरत है. दिल्ली में घटित हमले ने एक बार फिर से यह प्रकाश टाल दिया है कि हमें अपनी सुरक्षा को लेकर अधिक जागरूक रहना चाहिए. 🤔
 
जानकर मुझे बहुत दर्द हुआ 🤕, इस तरह की बुरी साजिश तो कभी नहीं हुई, यह देश कैसा है ? आतंकी हमले में इतने लोगों की जान गई, यह तो दुखद है। सरकार ने अच्छा काम किया है, पीड़ित परिवारों को राहत देने के लिए। लेकिन मुझे लगता है कि अगर मिलकर काम करें, ज्यादा से ज्यादा लोगों की मदद की जा सकती थी।
 
बस यह तो साबित कर रहा है कि सरकार में चालाकी कितनी है। दिल्ली में आतंकी हमले हुए, लेकिन इसका असर वास्तविक समय में दिखने लगा है. पहले तो पीड़ित परिवारों को 10 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा, लेकिन यह सिर्फ एक झूठी बात है। वास्तव में, सरकार से पहले से ही हर चीज़ करने की उम्मीद करना बंद कर दें। पीड़ित परिवारों को अपनी जान खरीदने की जिम्मेदारी तो अब उनकी नहीं है, बल्कि सरकार की। यह भी साबित होता है कि मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने हर दिल्लीवासी को मुआवजा देने का वादा तो बिना चिंताएं किया. बस यह देखने की जरूरत नहीं है कि वे लोग मुआवजा देते समय कितने वाकई में निराश और चिंतित होंगे.
 
अगर आतंकवादी हमलों को रोकने के लिए हम अपनी सरकार की मुआवजा घोषणाओं पर खरे उतरें, तो यह अच्छा होगा, लेकिन अगर वास्तविकता में उन्हें भी सुरक्षित रखने के लिए हमें न केवल घोषणाएं करनी पड़ती हैं, बल्कि उनके बारे में जागरूकता बढ़ानी भी जरूरी है, तो फिर यह हमारे समाज को सच्चाई की ओर ले जाने में मदद करेगा. मैं उम्मीद करता हूँ कि सरकार द्वारा घोषित राहत की योजनाओं में वास्तविक सामाजिक समर्थन भी शामिल होगी.
 
🌟 यह तो बहुत दुखद है... 13 लोगों की जान गई, यह तो हमारे देश के लिए बहुत भारी है... और सरकार ने तुरंत राहत का ऐलान किया, यह अच्छी बात है... मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने सभी परिवारों से प्यार से बात की और हमें आश्वासन दिया कि वे उनके साथ खड़े हैं। 🙏

कुछ लोग कहते हैं कि यह हमला किसी भी परिस्थिति में नहीं हुआ हो सकता। अगर सरकार ने तुरंत पीड़ित परिवारों की मदद करने की घोषणा कर दी, तो शायद हमारे देश को इस तरह की घटना से निकलने की संभावना होती। यह एक अच्छा अनुभव भी है कि सरकार और मुख्यमंत्री हमारे लिए क्या कर सकते हैं। 🤞

मैं आशा करता हूं कि इस दुखद घटना के बाद, हमारे देश के नागरिकों ने एक साथ आ गए और सरकार को अपना समर्थन दिया। 🌈
 
आगरे यह घटना बहुत ही दुखद है। मुझे लगता है कि हमें एक साथ खड़े होकर इस दुःख को भांप लेना चाहिए। 13 लोगों की जान गई है, यह तो कोई छोटी सी बात नहीं है। पीड़ित परिवारों के लिए मुआवजा देना जरूरी है, लेकिन हमें यह भी ध्यान रखना चाहिए कि हमारी सरकार ने तुरंत राहत की घोषणा की है।

मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की बात करने से अच्छी तरह दिल्ली के लोगों को समझ में आ रहा है कि सरकार उनके साथ खड़ी है। और हमें इस हमले ने जो उजागर कर दिया है, वह साजिशों की बात है। तो हमें अपनी सुरक्षा का ख्याल रखना चाहिए।
 
आतंकवादी हमलों से निकलने वाला समाज में डर बढ़ गया है 🚨। लेकिन यह सवाल उठता है कि हम आतंकवाद से लड़ने के लिए तैयार हैं या नहीं? शायद ही कोई परिवार एक-एक करके मुआवज़ा मांगता है। पीड़ित परिवारों को आर्थिक और भावनात्मक सहायता देनी ज़रूरत है ताकि वे आतंकवाद से निपटने के लिए मजबूत बन सकें।

आजकल समाज में देशभर में साजिश को उजागर करने का सवाल उठता है। लेकिन हमें यह भी समझना चाहिए कि आतंकवाद एक ऐसी समस्या है जिसका समाधान न केवल सरकार के द्वारा नहीं लगाया जा सकता। हम सभी को इसके खिलाफ सामूहिक प्रयास करने की आवश्यकता है।
 
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