मैंने देखा है यह सैर कौन कौनसे लोग खुश कर रहे हैं? पहले से भी बहुत सैर का माहौल तो बन गया था, अब अकबर शाह जी ने कहा है कि सैर हर साल भादो के महीने में होगी? और फिर यह त्योहार की तरह मनाया जाने लगेगा? मुझे लगता है ये सब चालाकी है, हमारे बच्चों को खुश रखने के लिए सब कुछ करना है। सैर का माहौल तो पहले से ही बहुत ही ज्यादा था, अब यह तो हर साल मनाया जाएगा और त्योहार के बावजूद भी हमारे बच्चों को मनोरंजन करना होगा। मुझे लगता है सरकार को पहले अपने बच्चों की शिक्षा के बारे में सोच लेनी चाहिए।