मुझे दीपावली की विरासत तो बहुत पसंद है
, लेकिन यह सवाल खुला रहता है कि हम सिर्फ अपने परिवार और दोस्तों के साथ मिलकर मनाते हैं या हम अपने समाज और देश के लिए भी कुछ कर सकते हैं? मेरी राय है कि जैसे ही हम एक-दूसरे की जरूरतों को पूरा करते हैं, वही हमारे समाज में खुशियां भरने वाली सोच विकसित होती है।