देशभर में लागू होगा SIR: पहले चरण में बंगाल, असम, केरल सहित इन 10 राज्यों में होगी शुरुआत

उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, कर्नाटक, राजस्थान, गुजरात और हिमाचल प्रादेश में मतदाताओं की सूचियों को न्यूनतम शुद्धता के साथ अपडेट किया जाएगा।

चुनाव आयोग ने सूचित किया है कि वेबसाइट पर उपलब्ध पुरानी सूची को संशोधित कर दिया गया है, जो SIR का आधार बनेगी। इसके लिए तीन चरणों में पूरा राज्य शामिल होगा, जिसमें पहले चरण बंगाल, असम और पश्चिम भारतीय राज्यों में विकसित होगा।

पहले चरण की शुरुआत असम सहित तमिलनाडु, पुडुचेरी और केरल से होगी। मद्रास उच्च न्यायालय में ECI ने बताया है कि तमिलनाडु में अगले सप्ताह से रिवीजन शुरू होगा, ताकि मतदाताओं की सूचियों की प्रमाणिकता बनी रहे।

चुनाव आयोग द्वारा बताया गया है कि लोकतंत्र को मजबूत करने में मदद करने के लिए यह अभियान विशेष रूप से महत्वपूर्ण है।
 
बात क्या है चुनाव आयोग की! मतदाताओं की सूचियों को अपडेट करने की बात बहुत अच्छी है, लेकिन तीन चरण में कैसे पूरा राज्य शामिल करेगा? ऐसा मुश्किल है और समय भी कम है। पहले चरण बंगाल, असम और पश्चिम भारतीय राज्यों में विकसित होगा, लेकिन तमिलनाडु, पुडुचेरी और केरल को भी शामिल करना फेल हो गया?

और यह सोचे जा रहे थे कि लोकतंत्र को मजबूत करने में मदद करेंगे, लेकिन देखा जा रहा है कि अभी भी बहुत सारी समस्याएं हैं। मतदाताओं की सूचियों में गलतियां और असावधानियां अभी भी हो सकती हैं, तो कैसे लोकतंत्र मजबूत होगा?
 
बड़े बड़े! ये जानकारी बहुत प्रभावशाली है 🤯। मैं तो लगता है कि शुद्धता के साथ मतदाताओं की सूचियों को अपडेट करना बहुत जरूरी है। इससे देशभर में चुनाव में सच्चाई और ईमानदारी का मूल्य बढ़ेगा।

चूंकि यह अभियान तीन चरणों में होगा, इसलिए मुझे लगता है कि सभी राज्यों में शामिल होने से मतदाताओं की जानकारी अच्छी तरह से पूरी हो जाएगी। और यह तो एक बहुत बड़ी बात है कि लोकतंत्र को मजबूत करने में मदद करने के लिए इस अभियान की शुरुआत होने से हमारा देश विकसित होगा।

अब मतदाताओं की सूचियों में सुधार किसी भी राज्य में अच्छा है, तो विशेषकर बंगाल, असम और पश्चिम भारतीय राज्यों में शुरुआत करने से देश के लिए बहुत फायदा होगा।
 
न्यायपालिका की तेजी से इंटीग्रेशन 🚀 होगी, तो मतदाताओं की सूचियों में त्रुटियाँ निकल नहीं पाएंगी। मुझे लगता है कि इससे हमारे देश में चुनाव प्रक्रिया बहुत साफ और शुद्ध होने वाली है। लेकिन मुझे थोड़ा संदेह है कि बंगाल, असम जैसे राज्यों में मतदाताओं की सूचियों को अपडेट करने में एक्सेस हासिल करना आसान नहीं होगा। शायद इससे हमारे देश के लिए बहुत बड़ा बदलाव आएगा।
 
नई चुनावी शुरुआत के लिए मुझे बहुत उत्साह है 🤩। मतदाताओं की सूचियों को न्यूनतम शुद्धता से अपडेट करना एक महान कदम है, जिससे हमारे देश के चुनाव प्रक्रिया में विश्वास और मजबूति आएगी। इसके लिए वेबसाइट पर उपलब्ध पुरानी सूची को संशोधित करना बहुत जरूरी है ताकि सभी मतदाताओं को अपना मत डालने में कोई समस्या न हो।
 
मुझे लगता है की हमेशा से यहां पर मतदाताओं की सूचियों में त्रुटियाँ आती रहती हैं और फिर भी हम सब अपना समय और ऊर्जा मतदान में लगाते हैं... 😒

अब जब सूचियों को अपडेट करने की बात हो रही है तो मुझे लगता है कि यह एक अच्छी बात है, लेकिन शायद पूरे राज्य को थोड़ा समय देना चाहिए, चुनाव आयोग की तरफ से यह तीन चरणों में पूरा राज्य शामिल करना थोड़ा जटिल लगता है... 🤔

कौन तय करेगा की इस पहले चरण में बंगाल, असम और पश्चिम भारतीय राज्यों को शामिल किया जाएगा? या फिर तमिलनाडु, पुडुचेरी और केरल को छोड़ दिया जाएगा... ? 🤷‍♂️
 
बात बिल्कुल हो रही है, चुनाव आयोग ने अपना एक अच्छा काम किया है! #निष्पक्षचुनाव

मतदाताओं की सूचियों में सुधार करने के लिए तीन चरण में पूरा राज्य शामिल होना एक अच्छा विचार है। इससे लोगों को मतदान के बारे में जागरूक रहने में मदद मिलेगी। #चुनावजागरूकता

असम सहित तमिलनाडु, पुडुचेरी और केरल से शुरू होने वाला पहला चरण एक अच्छा निर्णय है। इससे लोगों को अपने मतदान के अधिकारों के बारे में जागरूक रहने में मदद मिलेगी। #मतदातादायित्व

चुनाव आयोग द्वारा उठाए गए इस अभियान से हमारे लोकतंत्र को मजबूत करने में मदद मिलेगी। इससे हमें अपने देश की demok्रेसी को और भी अच्छा बनाने में मदद मिलेगी। #लोकतंत्रकोआजिम
 
मुझे लगता है की ये चुनाव आयोग द्वारा शुरू किया गया कोई अच्छा परियोजना नहीं है, चाहे पार्टी की नज़रिए से हो या मतदाताओं की। क्योंकि इन सभी राज्यों में मतदाताओं की सूची को अपडेट करना आसान नहीं होगा, और यह अभियान लोकतंत्र को मजबूत करने में मदद कर रहा है या फिर इसे कमजोर बना रहेगा।

यह तो एक बड़ी समस्या है की मतदाताओं की सूची को अपडेट करते समय इन सभी राज्यों में लोगों की सूची को पुनः सत्यापित करने के लिए तीन चरण का योजना बनाया गया है। यह बहुत बड़ा काम है, और इससे समय संवेदनशीलता खोने की संभावना है, चाहे इसका फायदा भी हो।
 
नई मतदाताओं की सूचियों को अपडेट करना बिल्कुल जरूरी है ताकि सभी मतदाता वोट दे सकें और यह सब सच्चाई पर आधारित रहे। तीन चरणों में पूरा राज्य शामिल होना अच्छा होगा, इससे किसी भी तरह से मतदाताओं को नुकसान नहीं पहुंचेगा।
 
मुझे बहुत गर्व हो रहा है जब मैं यह सुनूं कि हमारे देश में मतदाताओं की सूचियों को साफ-सुथरा करके अपडेट करने का यह प्रयास किया जा रहा है। यह एक बहुत बड़ा कदम है और मुझे यकीन है कि इससे हमारे लोकतंत्र को मजबूत बनाने में मदद मिलेगी।

मैं सोचता हूं कि शायद इस प्रयास में राज्यों की पूरी सहायता मिल जाएगी और मतदाताओं की सूचियों में सुधार करने से हम अपने देश को एक बेहतर दिशा में ले जाने की संभावना है।

मुझे उम्मीद है कि इससे चुनावों में भ्रष्टाचार कम होगा और हमारे देश में सच्चाई के निर्णय लेने की संभावना बढ़ेगी।
 
मतदाताओं की सूची अपडेट करने की बात पर फिकर नहीं करें, सब कुछ ठीक है 🙏। मुझे लगता है कि चुनाव आयोग ने अच्छा काम किया है, अब मतदाताओं को यह जानकर खुशी होगी कि उनका वोट गिना जाएगा। सिर्फ तुम्हारी सूची ठीक होनी चाहिए, और फिर सब कुछ ठीक होता है 😊
 
मुझे लगता है कि यह बहुत अच्छी बात है कि चुनाव आयोग ने मतदाताओं की सूचियों को अपडेट करने का प्रयास किया है। इससे हमारे लोकतंत्र को मजबूत बनाने में मदद मिलेगी और हर व्यक्ति की आवाज़ सुनने में मदद मिलेगी।

मुझे थोड़ा शर्मिंदा महसूस हुआ जब मैंने पढ़ा कि इस पहल के लिए तीन चरणों में पूरा राज्य शामिल होगा। यह एक बहुत बड़ी परियोजना है और मुझे लगता है कि इसमें सफल होने की संभावना है।

मैं आशा करता हूं कि इस पहल से हमारे देश में लोकतंत्र को मजबूत बनाने में मदद मिलेगी और हर व्यक्ति की आवाज़ सुनने में मदद मिलेगी।
 
ये तो बुरी बात है 🤔, मतदाताओं की सूचियों में बदलाव इतना बड़ा हुआ कि अब हमें तय करना होगा कि हमारी वोट क्या मान्य है। पहले चरण में असम सहित तमिलनाडु और पुडुचेरी शामिल होने से हमें चिंता हो रही है कि उनकी सूचियां भी बदल गई होंगी।

हमें उम्मीद है कि यह अभियान सच में हमारी लोकतंत्र को मजबूत करने में मदद करेगा, लेकिन इसके लिए अधिक समय और दृश्य की जरूरत होगी। इससे पहले सूचियों में कुछ छोटी सी गलतियां भी ठीक हो सकती थीं।
 
मैंने कल अपनी माँ ने बनाई हमारी खास दाल, जिसने मुझे बहुत याद आ गई। वह बेहद आसानी से बनती है और मेरे प्यारे भाई का शौक है। मैंने आज उसकी खासियत को खोजा तो समझ गया कि दाल में नमक की मात्रा बहुत महत्वपूर्ण होती है, अगर थोड़ा कम या ज्यादा कर दिए तो पूरी सब्जी बिगड़ जाती है 😊
 
अरे, ये तो अच्छी बात है, मतदाताओं की सूचियों को अपडेट कर दिया गया, लेकिन फिर भी, मुझे लगता है कि यह अभी भी पर्याप्त नहीं है। हमें शायद और ज्यादा सावधानी बरतनी चाहिए, ताकि कोई गलती न हो।

लेकिन, फिर से, ये अच्छी बात है कि मतदाताओं को अपना वोट डालने का मौका दिया जाएगा। और, लोकतंत्र को मजबूत करने में मदद करने के लिए यह अभियान वास्तव में जरूरी है। तो फिर, शायद हमें बस अपने मतदाताओं को सूचित करने पर ध्यान देना चाहिए, ताकि वे अपना वोट डाल सकें। 🤔
 
अरे, ये तो बहुत अच्छी बात है! मतदाताओं की सूचियों को अद्यतन करना हमारे देश में सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक है, लेकिन अब चुनाव आयोग ने इसके लिए बहुत अच्छी योजना बनाई है। तीन चरणों में पूरा राज्य शामिल करने की बात है? तो यह सुनिश्चित करता है कि कोई भी मतदाता छोड़ नहीं देता। और तमिलनाडु में अगले सप्ताह से रिवीजन शुरू होगा, तो इससे हमें उम्मीद है कि यह सब अच्छी तरह से चलेगा। लोकतंत्र को मजबूत करने में मदद करने के लिए यह अभियान वास्तव में बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि इससे हमारे देश की भavena badalti rahi hai 🤔
 
बात तो है चुनाव की तैयारी, मुझे लगता है कि ये सब बहुत अच्छी बात है, मतदाताओं की सूचियों को अपडेट करना हमेशा एक बड़ी चिंता होती है, लेकिन अब यह सुनिश्चित हुआ है कि हर राज्य में स्वच्छ और सटीक सूचियां होंगी। मुझे लगता है कि अगर मतदाताओं की सूचियों में त्रुटियाँ हो रही थीं, तो यह देश के लिए एक बड़ा मुद्दा होगा।
 
बात चीत नहीं करनी है ये बहुत अच्छा समाचार है 🙌 लेकिन तय कर लेना चाहिए कि मतदाताओं की सूचियों में कोई गलती भी न आए, इससे किसी को भी नुकसान हो सकता है।

चुनाव आयोग द्वारा उठाए गए इस अभियान का मकसद लोकतंत्र को मजबूत करना है, लेकिन इसके लिए पूरी तरह से तैयार रहना चाहिए। पहले चरण की शुरुआत असम सहित तमिलनाडु, पुडुचेरी और केरल से होने से यह अच्छा दिख रहा है।

अब तो सुनिश्चित करना ज़रूरी है कि सभी राज्यों में मतदाताओं की सूचियों की शुद्धता बनी रहती है, इससे हमारे लोकतंत्र को नुकसान नहीं पहुंच सकता।

इस अभियान का समर्थन करना ज़रूरी है लेकिन इसके पीछे सुनिश्चित करना भी ज़रूरी है कि सभी राज्यों में मतदाताओं की सूचियों को न्यूनतम शुद्धता के साथ अपडेट किया गया है।
 
बिल्कुल, ये तो अच्छी बात है मतदाताओं की सूचियों को अपडेट करना 🙌। कुछ दिनों पूर्व में भी मैंने सुना था कि कई जगहों पर सूचियां खाली पड़ी हुए थी। अब तो इससे मतदाताओं को बेचैन नहीं होना चाहिए, सिर्फ वोट देना चाहिए 😊। लेकिन अभी भी मुझे लगता है कि इस प्रक्रिया में कुछ ट्रांसपेरेंसी थोड़ी जरूरी है, ताकि लोग समझ सकें कि मतदाताओं की सूचियों में क्या बदलाव आ रहे हैं और यह सब कैसे काम कर रहा है।
 
🤔 मुझे लगता है कि अगर हम मतदाताओं की सूचियों को तुरंत अपडेट कर देंगे, तो इससे हमारे देश की लोकतांत्रिक मूल्यों को और मजबूत बनाने में मदद मिलेगी। 🇮🇳 सबसे ज्यादा मुझे यह नहीं पसंद है कि पहले चरण से पहले असम सहित तमिलनाडु, पुडुचेरी और केरल शुरू कर दिया गया है, तो फिर भी मद्रास उच्च न्यायालय ने बताया है कि तमिलनाडु में अगले सप्ताह से रिवीजन शुरू होगा। 🤷‍♂️ मुझे लगता है कि इससे हमारे देश को बेहतर बनाने की कोशिश करने वालों को खुशी मिलेगी। 😊
 
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