शादी में गठबंधन: एक पवित्र बंधन जो सम्मान और प्यार का प्रतीक है।
गद्दू, तीज़, मेहंदी और सात फेरे लेने से पहले किसी भी शादी में गठबंधन करना आवश्यक माना जाता है, खासकर पारंपरिक हिंदू विवाह में। यह रस्म दुल्हन की चुनरी और दूल्हे के पटके को एक दुपट्टे के सहारे मजबूती से बांधती है, जिससे उनका पत्न-पति का रिश्ता सच्चाई और पवित्रता से चलने वाला साबित होता है।
गठबंधन करते समय दुल्हन को तीन गान्थियाँ बंधी जाती हैं, जिनका अर्थ है - चुनरी, छाती और पटका। इन सभी गांठों को मजबूत बनाने वाला दुपट्टा उपयोग किया जाता है। इस रस्म में पति-पत्नी अपने रिश्ते को मजबूत बनाने के लिए संकल्प लेते हैं और एक-दूसरे का सम्मान करते हैं।
गठबंधन बांधते समय दुल्हन की चुनरी पर पीला या गुलाबी रंग का दुपट्टा लगाया जाता है, जिसे शुभ माना जाता है। इस रस्म को बहुत महत्व दिया जाता है और इसके बिना कोई भी शादी अधूरी मानी जाती है। गठबंधन करते समय अगर कुछ गलत कर लेते हैं तो फिर उसे 'गृहस्थ' या 'विवाहित' माना जाता है, जिससे उसकी शादी पूरी नहीं मानी जाती।
इस रस्म में बहुत सारे अर्थ और महत्व हैं। यह पति-पत्नी के रिश्ते को मजबूत बनाने का एक प्रतीक है। गठबंधन करते समय अगर हम अपने वादों को सच मानते हैं और अपने रिश्ते को मजबूत रखते हैं, तो फिर हमारी शादी सफल होगी।
शादी जैसी पवित्र रस्म में गठबंधन एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह पति-पत्नी के रिश्ते को मजबूत बनाने का एक प्रतीक है और उनके विवाह की सफलता सुनिश्चित करता है। गठबंधन बांधते समय दुल्हन की चुनरी पर पीला या गुलाबी रंग का दुपट्टा लगाया जाता है, जो शुभ माना जाता है और इस रस्म को बहुत महत्व दिया जाता है।
गद्दू, तीज़, मेहंदी और सात फेरे लेने से पहले किसी भी शादी में गठबंधन करना आवश्यक माना जाता है, खासकर पारंपरिक हिंदू विवाह में। यह रस्म दुल्हन की चुनरी और दूल्हे के पटके को एक दुपट्टे के सहारे मजबूती से बांधती है, जिससे उनका पत्न-पति का रिश्ता सच्चाई और पवित्रता से चलने वाला साबित होता है।
गठबंधन करते समय दुल्हन को तीन गान्थियाँ बंधी जाती हैं, जिनका अर्थ है - चुनरी, छाती और पटका। इन सभी गांठों को मजबूत बनाने वाला दुपट्टा उपयोग किया जाता है। इस रस्म में पति-पत्नी अपने रिश्ते को मजबूत बनाने के लिए संकल्प लेते हैं और एक-दूसरे का सम्मान करते हैं।
गठबंधन बांधते समय दुल्हन की चुनरी पर पीला या गुलाबी रंग का दुपट्टा लगाया जाता है, जिसे शुभ माना जाता है। इस रस्म को बहुत महत्व दिया जाता है और इसके बिना कोई भी शादी अधूरी मानी जाती है। गठबंधन करते समय अगर कुछ गलत कर लेते हैं तो फिर उसे 'गृहस्थ' या 'विवाहित' माना जाता है, जिससे उसकी शादी पूरी नहीं मानी जाती।
इस रस्म में बहुत सारे अर्थ और महत्व हैं। यह पति-पत्नी के रिश्ते को मजबूत बनाने का एक प्रतीक है। गठबंधन करते समय अगर हम अपने वादों को सच मानते हैं और अपने रिश्ते को मजबूत रखते हैं, तो फिर हमारी शादी सफल होगी।
शादी जैसी पवित्र रस्म में गठबंधन एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह पति-पत्नी के रिश्ते को मजबूत बनाने का एक प्रतीक है और उनके विवाह की सफलता सुनिश्चित करता है। गठबंधन बांधते समय दुल्हन की चुनरी पर पीला या गुलाबी रंग का दुपट्टा लगाया जाता है, जो शुभ माना जाता है और इस रस्म को बहुत महत्व दिया जाता है।