JNU छात्रसंघ चुनाव के लिए वोटिंग आज 5:30 बजे तक: 9 हजार स्‍टूडेंट्स वोट देंगे, 20 प्रत्‍याशियों में लड़ाई; 6 नवंबर को मिलेगा रिजल्‍ट

जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी के छात्रसंघ चुनाव में लोकप्रिय पार्टियां एक साथ मिलकर लड़ रही हैं। यह चुनाव 6 नवंबर को समाप्त होने वाला है।

इस बार SFI, AISA और DSF ने मिलकर लेफ्ट अलायंस बनाया है, जिसमें स्नातकोत्तर छात्रों और स्नातक छात्रों दोनों को अपनी पक्ष प्रतिनिधियां शामिल हैं। इस अलायंस ने अपनी पूरी ताकत एक साथ रखकर 20 पदों पर प्रतिस्पर्धा जारी करने का फैसला किया है।

इस चुनाव में कई पार्टियां भी लड़ रही हैं, जिनमें ABVP और NSUI शामिल हैं। ABVP ने 4 पदों पर कैंडिडेट्स रखे हैं, जबकि NSUI ने 4 पदों पर कैंडिडेट्स रखे हैं।

दोस्तों, यहां इस चुनाव में जुड़े सभी पार्टियां हैं:

Lefat alayans:
SFI, AISA और DSF
ADITI MISHRA, KIZAKUAT GOPHIKA BABU, SUNIL YADAV, DANISH ALI

ABVP: विकास पटेल, तान्या कुमारी, राजेश्वर कान्त दुबे और अनुज
NSUI: विकास बिश्नोई, शेख शाहनवाज आलम, प्रीति मलिक और कुलदीप ओझा

इस चुनाव में लगभग 9 हजार छात्र ही मतदान करने जा रहे हैं। सभी पार्टियों ने अपने गठबंधन योग्य उम्मीदवार तैयार कर लिए हैं और उनको अपने फेवर के लिए वोट देने का आग्रह कर रहे हैं।

इस चुनाव में जीतने के बाद, जीतने वाली पार्टी के नेताओं पर भविष्य में छात्रों के हितों को ध्यान में रखकर काम करना सुनिश्चित करना पड़ेगा।
 
🤔 चुनाव की देरी से पूरा दिल दुखता है। लेकिन यह तो एक बात है, चुनाव में जुड़ी पार्टियों के गठबंधन से हमें उम्मीदें हैं। SFI, AISA और DSF के अलायंस ने अपनी पूरी ताकत एक साथ रखकर 20 पदों पर प्रतिस्पर्धा करने का फैसला किया है, जिससे छात्रों के विकल्प बढ़ गए हैं।

ABVP और NSUI भी अपने गठबंधन के माध्यम से चुनाव में सकारात्मक भूमिका निभाने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन दोस्तों, यह चुनाव छात्रों के भविष्य पर बहुत बड़ा प्रभाव डालेगा। जीतने वाली पार्टी के नेताओं पर हमें उम्मीद है कि वे छात्रों के हितों को ध्यान में रखकर काम करें।

चुनाव का परिणाम 6 नवंबर को, मतदान की आबादी लगभग 9 हजार छात्र ही, और हम उम्मीद करते हैं कि यह चुनाव निष्पक्ष और सफल होगा। 🤞
 
चुनाव तय है लेकिन जीतने वाली पार्टी पर यह तय करेगा कि वह छात्रों के भविष्य को कैसे आकार देती है। मुझे लगता है कि युवाओं को अपने वोट का भावपूर्ण इस्तेमाल करना चाहिए और उन्हें यह तय करना चाहिए कि उनके भविष्य की दिशा कैसे निर्धारित होगी।

कोई भी पार्टी जो छात्रों के हित में लड़ती है वही जीतेगी। लेकिन हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि वोट देने से पहले अपने विचारों और विश्वासों को तय कर लेना चाहिए। मतदान एक ऐसा अधिकार है जिसे हमें बहुत बड़ी सावधानी से उपयोग करना चाहिए।

आजकल युवाओं पर बहुत प्रेशर पड़ रहा है और उनके भविष्य के बारे में संदेह होना एक आम बात हो गई है। इस चुनाव में हमें यह तय करना होगा कि हम अपने भविष्य की दिशा निर्धारित करने के लिए कौन सी पार्टी और कौन सा व्यक्ति सही है।
 
बस चाचा, यूनिवर्सिटी में ऐसा पहली बार हो रहा है कि सभी प्रमुख छात्रसंघ विरोधियों ने एक साथ मिलकर फोरम बनाया है। मुझे लगता है कि यह बहुत अच्छी बात है, क्योंकि छात्रों को अपने अधिकारों के लिए लड़ने का मौका मिलने वाला है। 🤝 #छात्रसंघचुनाव #लेफ्टएलायंस #स्नातकोत्तरछात्र

अब, यह देखना रोचक होगा कि क्या सNFIFIA और DSF की फोरम के पास जीतने का मौका मिलेगा। और NSUI और ABVP भी अच्छी तरह से तैयार हैं, इसलिए यह चुनाव बहुत रोमांचक दिख रहा है! 🎉 #छात्रलक्ष्मी #नएउम्मीदवार
 
ये तो बिल्कुल सही है... Lefat alayans ko ek saath miltkar badle se koi party jit sakti hai. SFI, AISA aur DSF ke inhein ek saath karke ladne ka faisla kyun nahi kiya? ADITI MISHRA, KIZAKUAT GOPHIKA BABU, SUNIL YADAV, DANISH ALI ko ek saath ladne dena chahiye. ABVP aur NSUI bhi apni power ko badhane ke liye lad rahe hain, lekin Lefat alayans ko ek saath miltkar badle se jo jeet sakti hai voh sach mein sach mein jitiske liye taiyaar honi chahiye.
 
चाहे जो भी हो, यह चुनाव बहुत रोमांचक देखने वाला है। लेफ्ट अलायंस ने एक साथ मिलकर लड़ रहे हैं और इससे प्रतिस्पर्धा बढ़ गई है 🤔। अगर SFI, AISA और DSF जैसी पार्टियां मिलकर लड़ती हैं, तो यह चुनाव बहुत दिलचस्प होने वाला है।

ABVP और NSUI भी अपने गठबंधन के साथ लड़ रहे हैं और इससे अच्छी प्रतिस्पर्धा आ गई है 😊। छात्रों को यह तय करना मुश्किल होगा कि उनके दिल की बात कौन सुनेगा।

मुझे लगता है कि इस चुनाव में जीतने वाली पार्टी के नेताओं पर भविष्य में छात्रों को ध्यान में रखना बहुत जरूरी होगा 📚
 
बेटा, यह चुनाव बहुत ही रोचक रहेगा। लेफ्ट अलायंस ने बहुत अच्छा गठबंधन बनाया है और मुझे लगता है कि वे इस चुनाव में जीतने की संभावना रखते हैं। ABVP और NSUI भी अच्छे उम्मीदवार लेकर आए हैं, लेकिन मुझे लगता है कि वे इस चुनाव में पीछे रह जाएंगे। छात्रों को अपने हितों को ध्यान में रखकर काम करना सुनिश्चित करना बहुत जरूरी है, इसलिए मुझे उम्मीद है कि जीतने वाली पार्टी अच्छा काम करेगी। 🤞

मैं यहाँ सभी पार्टियों को शुभकामनाएं देता हूँ और उम्मीदवारों से वोट करने की बात करता हूँ। लेकिन मुझे लगता है कि छात्रों को अपने अधिकारों के बारे में जागरूक होना बहुत जरूरी है, इसलिए मैं उम्मीद करता हूँ कि वे इस चुनाव में अपने वोट का सही उपयोग करेंगे।

आइए, सभी पार्टियों को अच्छा सफल्ता देने की शुभकामनाएं।
 
यह चुनाव देख रहा था तो लगता है कि लेफ्ट अलायंस की बात सच है, उन्होंने अपने पक्ष के छात्रों को साथ मिलाकर लड़ाया है। फिर भी, ABVP और NSUI ने भी अच्छी तरह से तैयारी की है। लेकिन, यह सवाल उठता है कि जीतने वाली पार्टी के नेताओं ने अपने भविष्य में छात्रों के हितों पर ध्यान देने का वादा किया है या नहीं। यह देखने के लिए ही होगा कि चुनाव में जो उम्मीदवार जीतते हैं और उनका भविष्य कैसा साबित होता है।
 
राजनीति का खेल जैसा है तो हर खिलाड़ी अपने तरीके से लड़ता है, लेकिन यह अच्छा है कि SFI, AISA और DSF ने एक साथ मिलकर लेफ्ट अलायंस बनाया है। इससे छात्रों की आवाज सुनने की कोशिश करना जरूरी है।

कुछ दोस्तों को लगता है कि यह चुनाव में जीतने वाली पार्टी के नेताओं पर भविष्य में छात्रों के हितों को ध्यान में रखना जरूरी है। लेकिन अगर हम सभी साथ मिलकर अपने सपनों को देखने की कोशिश करते हैं तो निश्चित रूप से हमारे भविष्य में बेहतरियां होंगी।

हमें यह भी नहीं भूलना चाहिए कि छात्रों को वोट करने की उम्र अभी फिर से 18 है। इसलिए, हमें अपने वोटों का सही उपयोग करना जरूरी है ताकि हमारा भविष्य बेहतर हो।

आइए, हम सभी एक-दूसरे को समझने और मिलकर काम करने की कोशिश करें।
 
क्या दोस्तोंने, मैं अभी तो देख रहा था कि यह चुनाव कहाँ चल रहा था, तब भी पूरे विश्वविद्यालय में ऐसा ही छात्र संघ चुनाव चल रहा था। मैंने कभी नहीं सोचा था कि एक बार जब तक सब और अच्छा लग रहा होता है तब तक कुछ गलत तो नहीं होने देगा।
 
मुझे लगता है कि यह चुनाव केवल एक छोटी सी बात नहीं है, बल्कि यह हमारे भविष्य को बनाने वाला निर्णय है। लोगों को अपने मतदान का सही उपयोग करने में मदद करने के बजाय, हमें सभी पार्टियों के बीच राजनीतिक भावना को बढ़ावा देने की तुलना में छात्रों के हितों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।

ABVP और NSUI जैसी पार्टियों ने अपने अभिनेताओं जैसे विकास पटेल और शेख शाहनवाज आलम को आगे बढ़ाया है, लेकिन मुझे लगता है कि यह केवल एक छोटा सा दृश्य नहीं है। हमें अपनी प्राथमिकताओं पर विचार करना चाहिए और जिस पार्टी ने हमारे भविष्य को देखने के लिए सबसे अच्छा रास्ता तैयार किया है, उसे अपना समर्थन देना चाहिए।

कुलदीप ओझा जैसे उम्मीदवारों ने छात्रों की समस्याओं पर ध्यान देने का वादा किया है, लेकिन हमें उन्होंने या नहीं सुना था। इस चुनाव में, हमें अपने मतदान का सही उपयोग करने की जिम्मेदारी लेनी चाहिए।

वोट देने से पहले, मुझे लगता है कि हमें पूरी तरह से यह समझना चाहिए कि हम अपने भविष्य को कैसे बनाना चाहते हैं।
 
बिल्कुल सही किया जाए, यह चुनाव बहुत रोमांचक होने वाला है! यहां पर सबसे बड़ी बात यह है कि सभी पार्टियां एक साथ मिलकर लड़ रही हैं, जो हमें उम्मीद देती है। ADITI MISHRA, KIZAKUAT GOPHIKA BABU, SUNIL YADAV और DANISH ALI जैसे लोग बेहद प्रतिभाशाली होंगे।

ABVP की तरफ से विकास पटेल और तान्या कुमारी बहुत अच्छे नेता हैं। जबकि NSUI में शेख शाहनवाज आलम और प्रीति मलिक भी बहुत प्रतिभाशाली होंगे। यह चुनाव देखने लायक हो सकता है।
 
मुझे लगता है कि यह चुनाव बहुत रोचक होगा, और देखूँगा कि यह लेफ्ट अलायंस कैसे प्रदर्शन करेगा। सीनियर्स वाली छात्राओं और सीनियर्स वाले छात्रों को शामिल करना एक अच्छा फैसला है, और मुझे लगता है कि यह भी उनके लिए जरूरी रहेगा।

ABVP के चार पदों पर उम्मीदवार रखने से पहले, उन्हें अपने दावों को पूरा करना होगा, खासकर अगर वे वास्तव में छात्रों के हितों को ध्यान में रखते हैं। NSUI ने भी अपने गठबंधन उम्मीदवारों को अच्छी तरह से तैयार किया है, और देखूँगा कि वे कैसे प्रदर्शन करेंगे।

यह चुनाव हमेशा से महत्वपूर्ण रहा है, और मुझे लगता है कि यह भी इस बार बहुत रोचक रहेगा।
 
बेटा, यह चुनाव बहुत ही रोमांचक है 🤩। मुझे लगता है कि यह एक अच्छा अवसर है छात्रों को अपने विचार और सपनों को लेकर बोलने का। लेकिन, मैं थोड़ा चिंतित भी हूँ कि यह चुनाव बहुत ही पार्टियों के हाथों में है।

मुझे लगता है कि हमें इस चुनाव में एक नई दिशा देखनी चाहिए। लेकिन, फिर भी, यह चुनाव छात्रों को अपने भविष्य के बारे में सोचने और अपने विचारों को व्यक्त करने का मौका देना चाहिए।

आजकल, मैं बहुत ही संदेहित हूँ कि हमें अपने पूर्वजों की आदतों और परंपराओं को भूल जाना चाहिए, लेकिन हमें उन्हें याद रखना भी चाहिए। 🙏

और, बेटा, मुझे लगता है कि यह चुनाव में जीतने वाली पार्टी पर भविष्य में छात्रों के हितों को ध्यान में रखकर काम करना पड़ेगा। हमें अपने छात्रों की जरूरतों और समस्याओं को समझना चाहिए।
 
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