क्वाड देशों की नौसेनाओं की मालाबार एक्सरसाइज का आगाज, भारत का जंगी जहाज INS सह्याद्री पहुंचा अम

क्वाड देशों की नौसेनाओं ने अपनी मालाबार एक्सरसाइज शुरू कर दी है, जिसमें भारतीय नौसेना का जहाज INS सह्याद्री भी भाग ले रहा है। इस एक्सरसाइज को अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया की नौसेनाओं के साथ आयोजित किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य क्षेत्रीय सुरक्षा की रक्षा करना है।

भारतीय नौसेना के अनुसार, INS सह्याद्री एक्सरसाइज में भाग लेने के साथ-साथ यह भारत की स्थायी साझेदारी और समन्वय मजबूत करने, इंटर ऑपरेबिलिटी बढ़ाने और क्षेत्रीय सुरक्षा की रक्षा को प्रदर्शित करने की प्रतिबद्धता की पुष्टि करती है।

इस एक्सरसाइज में अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया की नौसेनाओं के कई युद्धपोत शामिल हैं, जो इस दौरान विभिन्न टRAINिंग सेशन्स में भाग लेंगे। इसमें ज्वाइंट फ्लीट ऑपरेशन्स, एंटी-सबमरीन वारफेयर और गनरी सीरियल्स का समावेश होगा।

यह एक्सरसाइज क्वाड देशों के बीच साझा वार्षिक मालाबार एक्सरसाइज को दर्शाता है, जो प्रशांत महासागर स्थित ग्वाम बेस में आयोजित किया जा रहा है। इस एक्सरसाइज की शुरुआत 10 नवंबर, 2025 को होने वाली थी, लेकिन अब यह 18 नवंबर, 2025 तक जारी रहेगी।
 
मुझे लगता है कि मालाबार एक्सरसाइज कैसे आयोजित होगा, मैं नहीं समझ पाऊं। पहले तो मुझे नहीं पता था कि अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया की नौसेनाएं भारतीय नौसेना के साथ इतनी अच्छी दोस्ती बना रहेंगी। फिर भी मुझे खुशी है कि हमारा INS सह्याद्री भाग ले रहा है। मैं इस एक्सरसाइज को देखने के लिए ऑनलाइन बहुत उत्साहित हूँ। मुझे लगता है कि यह एक्सपरेंस कैसे होगा, जब सैनिकों को विभिन्न ट्रेनिंग सेशन्स में भाग लेना पड़ता है। 🤔
 
अरे, तो मैंने क्या पढ़ा? भारतीय नौसेना का जहाज INS सह्याद्री अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया की नौसेनाओं के साथ एक्सरसाइज में हिस्सा लेगा 🚢😃। यह तो बहुत अच्छा है, भारत की नौसेना को दुनिया भर में मान्यता मिल रही है और अब वो दुनिया भर के साथ साझेदारी बनाने की कोशिश कर रही है।

लेकिन यह एक्सरसाइज क्यों जरूरी है? तो प्रशांत महासागर में खतरे हैं जिनका अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया से भारत को सहायता लेनी पड़ेगी, इसीलिए वो एक्सरसाइज में शामिल होने की जरूरत है। लेकिन अभी तक ये सवाल उठता रहा है कि अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया क्यों अपनी नौसेनाओं को भारत में रख सकते हैं?
 
मैंने सुना है कि भारतीय नौसेना ने अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया के साथ मिलकर एक बड़ा अभ्यास शुरू किया है। यह बहुत अच्छी बात है, क्योंकि हमारी देश की सुरक्षा के लिए हमें अपने पड़ोसियों और दोस्तों के साथ मिलकर काम करना चाहिए।

मैंने खास तौर पर भारतीय नौसेना के जहाज INS सह्याद्री को शामिल होने की बात सुनी है, जो बहुत गर्व की बात है। यह हमारे देश की शक्ति और मजबूती को प्रदर्शित करता है।

मुझे उम्मीद है कि इस अभ्यास में भारतीय नौसेना ने अपनी ताकत और क्षमता को अच्छी तरह से दिखाया होगा, और हमारे पड़ोसियों और दोस्तों के साथ हमारी साझेदारी और समन्वय को मजबूत किया होगा।

अब मैं यहां तक कह सकता हूं कि मैं इस अभ्यास का आनंद लूंगा और अपने परिवार और दोस्तों के साथ इसकी तस्वीरें देखूंगी।
 
अरे भाई, मालाबार एक्सरसाइज बहुत महत्वपूर्ण है, खासकर इस समय जब प्रशांत महासागर की सुरक्षा पर ध्यान देना जरूरी है। भारतीय नौसेना की भागीदारी और INS सह्याद्री के जुड़ने से हमें बहुत खुशी होगी।

क्वाड देशों के साथ मिलकर काम करना हमारे लिए जरूरी है, ताकि हम अपने आसपास के विश्व निवासियों की सुरक्षा कर सकें। इससे हमें अपने समुद्री संबंधों को मजबूत बनाने में मदद मिलेगी।

अगर हम अपने देश की सुरक्षा के लिए एकजुट होते हैं और विदेशी देशों के साथ सहयोग करते हैं, तो फिर हम अपने लक्ष्यों तक पहुंचने में आसानी होगी।
 
यह तो बहुत अच्छी बात है कि भारतीय नौसेना का जहाज INS सह्याद्री क्वाड देशों की साझेदारी में शामिल हुआ है। मुझे लगता है कि इससे हमारे देश को और भी मजबूत और सुरक्षित बनाने में मदद मिलेगी। लेकिन मुझे थोड़ा चिंता हुई है कि इन एक्सरसाइज के लिए हमें तैयार रहना होगा। मैं उम्मीद करता हूं कि इस एक्सरसाइज से हमारे देश की रक्षा में मदद मिलेगी।
 
यह एक बहुत ही रोचक बात है कि क्वाड देशों ने अपनी नौसेनाओं को मिलाकर मालाबार एक्सरसाइज शुरू कर दिया है। यह एक्सेरसाइज का उद्देश्य क्षेत्रीय सुरक्षा की रक्षा करना है, लेकिन मुझे लगता है कि यह एक्सेरसाइज भारत और इन अन्य देशों के बीच बहुत ही अच्छे रिश्तों को मजबूत बनाने में मदद करेगी।

मैं इस एक्सेरसाइज में भाग लेने वाले सभी जहाजों और नौसैनिक अधिकारियों को शुभकामनाएं देता हूँ। यह एक्सेरसाइज न केवल क्षेत्रीय सुरक्षा की रक्षा करने में मदद करेगा, बल्कि यह भारत और इन अन्य देशों के बीच बहुत ही अच्छे समन्वय और सहयोग को बढ़ावा देगा।
 
अरे, ये मालाबार एक्सरसाइज क्वाड देशों के बीच बहुत महत्वपूर्ण है... भारतीय नौसेना का जहाज INS सह्याद्री जो इसमें शामिल है, वह खास तौर पर हमारी स्थायी साझेदारी और समन्वय को दर्शाता है। अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया के साथ मिलकर, हम इन एक्सरसाइज में भाग लेने से क्षेत्रीय सुरक्षा की रक्षा करने के लिए तैयार हैं।

मालाबार एक्सरसाइज को हर साल आयोजित किया जाता है, लेकिन यह ये पहली बार है जब भारतीय नौसेना का जहाज इसमें शामिल होगा। इससे हमारी नौसेना की ताकत और प्रभाव बढ़ेगा, और हम अपने साझेदारों के साथ मिलकर विभिन्न ट्रेनिंग सेशन्स में भाग लेंगे।
 
मालाबार एक्सरसाइज में भारतीय नौसेना के साथ अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया की नौसेनाओं के देशभर मिलकर तैयार हो रहे हैं! लेकिन अगर प्रशांत महासागर में इतनी शक्तिशाली नौसेनाओं की मुलाकात होगी, तो इसका मतलब यह नहीं है कि भारतीय समुद्री व्यापार पर रोक लग जाएगी। 🚨🌊

क्या हमें सोचा हुआ नहीं था कि अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया की नौसेनाओं के साथ मालाबार एक्सरसाइज में भारतीय नौसेना का भाग लेने से पहले वे क्या तैयारी कर रहे थे? शायद हमें पता नहीं है! 🤔
 
क्या सोचेंगे ये सभी देश एक साथ मिलकर कैसे सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे? मुझे लगता है कि बहुत बड़ा फायदा होगा, खासकर जब हमारी नौसेना भी इसमें शामिल है। यह भारत को एक मजबूत देश बनाने में मदद करेगा, और साथ में सुरक्षा को सुनिश्चित करने में भी मदद करेगी।
 
बेटा, ये बात बहुत अच्छी है कि दुनिया के चार देशों की नौसेनाओं मिलकर एक साथ आयोजित कर रहे हैं। इससे हमें यह समझने को मिलता है कि विश्व की सुरक्षा के लिए हम सभी एक साथ खड़े होने की जरूरत है।

मैंने अपने जीवन में भी ऐसे कई अनुभव किए हैं जब हमें किसी समस्या को हल करने के लिए दूसरों से मदद लेनी पड़ी। यह एक्सरसाइज का उद्देश्य और भी महत्वपूर्ण है।
 
🚣‍♀️ मैं तो खुश-खुश हूँ कि हमारी नौसेना अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी ताकत दिखाने के लिए तैयार है। यह एक्सरसाइज भारत के लिए बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे हमारी स्थायी साझेदारी और समन्वय मजबूत होगा, जिससे हमें अपने पड़ोसियों के साथ बेहतर तरीके से सहयोग करने में मदद मिलेगी। 🚂

मुझे यह भी अच्छा लगता है कि इस एक्सरसाइज में कई देशों की नौसेनाएं शामिल हैं, जो विभिन्न ट्रेनिंग सेशन्स में भाग लेंगे। इससे हमारे जवानों को नई तकनीकों और रणनीतियों का अनुभव करने का मौका मिलेगा, जिससे हम अपनी सुरक्षा मजबूत कर सकेंगे। 💪

लेकिन मुझे यह भी सवाल उठता है कि हमारी नौसेना को इतनी बड़ी एक्सरसाइज में भाग लेने के लिए तैयार होने में इतना समय लग गया। मैं चाहता हूँ कि हमारी नौसेना जल्द से जल्द अपनी ताकत दिखाने के लिए तैयार हो। 🕰️

कुल मिलाकर, यह एक्सरसाइज भारत के लिए बहुत अच्छा है, और मुझे उम्मीद है कि इससे हमारी स्थायी साझेदारी और समन्वय मजबूत होगा।
 
अरे, ये तो बहुत अच्छा समन्वय देखकर खुश हूं। भारतीय नौसेना की बात करते हैं तो सेह्याद्री जहाज में शामिल होने पर बहुत गर्व होगा। अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया के साथ मिलकर क्षेत्रीय सुरक्षा की देखभाल करना बहुत जरूरी है।
 
क्या यह एक्सरसाइज़ में भारतीय नौसेना को किसी विशेष रूप से चुने हुए जहाज़ पर काम करना पड़ेगा? या फिर वो सभी जहाज़ पर काम कर पाएगी? और इस एक्सरसाइज में भारतीय नौसेना को अमेरिकी, जापान, ऑस्ट्रेलिया के साथ कितनी बार टीम बनानी पड़ेगी?
 
बस मालाबार एक्सरसाइज तो देखो, भारतीय नौसेना का जहाज INS सह्याद्री अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया के साथ मिलकर सुरक्षा के बारे में चिंता करने वालों को शांति देता है। यह एक्सरसाइज क्वाड देशों की साझेदारी को दर्शाता है, जिसमें हम सब मिलकर सुरक्षा की रक्षा करते हैं। अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया की नौसेनाओं के साथ मिलकर इस एक्सरसाइज में भाग लेना भारतीय नौसेना की इंटर ऑपरेबिलिटी बढ़ाने और समन्वय मजबूत करने का प्रमाण है।
 
मालाबार एक्सरसाइज में भारतीय नौसेना का भाग लेने से अच्छा लगता है, लेकिन मुझे लगता है कि इसका उद्देश्य और भी बड़ा होना चाहिए। हमें अपनी सुरक्षा को और मजबूत बनाना चाहिए, और यह एक्सरसाइज हमारे लिए बहुत फायदेमंद होगा अगर हम इसे पूरी तरह से खरीद सकें। मुझे लगता है कि अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया की नौसेनाओं के साथ हमें अपने बीच मजबूत साझेदारी बनानी चाहिए, ताकि हम अपनी सुरक्षा को और भी अच्छी तरह से संभाल सकें।
 
मैंने अपनी बेटी ने मेरा साथ लेने के लिए मनाने के लिए बहुत सा पैसा खर्च किया, लेकिन वो भी नहीं मान रही है... 😂 मैं तो मालाबार एक्सरसाइज में भाग लेने के बाद अपने परिवार के साथ एक अच्छा समय बिताने का फैसला कर दूंगा, जैसे कि मेरी पत्नी ने हमेशा कहा था। 🤗

मैंने अपनी पत्नी को एक अच्छी जॉब देने के लिए बहुत सा प्रयास किया, लेकिन वह भी नहीं मान रही है... 😂 लेकिन मैंने अपनी बेटी को एक अच्छा घर देने का फैसला कर दूंगा, जैसे कि मेरी माँ ने हमेशा कहा था। 🏠

मैं तो यह सोच रहा हूँ कि अगर मेरी पत्नी मुझे खुश नहीं कर पाती, तो मैं अपनी बेटी को खुश करने का फैसला कर दूंगा, जैसे कि मेरे दादाजी ने हमेशा कहा था। 👨‍👦
 
अरे, ये तो बहुत अच्छा देखिए! भारतीय नौसेना और अन्य क्वाड देशों की नौसेनाओं के बीच यह एक्सरसाइज बहुत ही महत्वपूर्ण है। मुझे लगता है कि इससे हमारी सुरक्षा और रणनीतिक शक्ति में बहुत वृद्धि आएगी, भले ही कोई खतरा न हो।
 
बिल्कुल बोर होता है नौसेनाओं की बात करते रहने से? फिर भी मैंने खेद नहीं किया, क्योंकि इन्हीं नौसेनाओं ने हमारे समुद्र तटों पर बहुत बड़ी मदद की है। 🌊

जाना चाहिए कि यह एक्सरसाइज क्यों महत्वपूर्ण है? क्योंकि प्रशांत महासागर में बहुत सारे देश रहते हैं और इन्हें सुरक्षा की जरूरत है। अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया ने हमारे साथ मिलकर काम करने की बात कही, तो हमें तो खुशी होगी।

लेकिन हम भी अपनी ओर से बहुत कुछ कर सकते हैं। हमारी नौसेना की एक्सप्लोरेशन टीम्स में अमेरिकी, जापान और ऑस्ट्रेलियाई युवाओं को शामिल करने पर विचार करना चाहिए। इससे हमारे देशों के बीच साझेदारी और समन्वय बढ़ेगा।
 
मालाबार एक्सरसाइज में भारतीय नौसेना के पास तीन युद्धपोत हैं जो अभी भी चुनौतियों से निपटने के लिए प्रशिक्षित हैं। 🚢🕒

क्वाड देशों की मालाबार एक्सरसाइज में कुल 25 युद्धपोत शामिल हैं जो विभिन्न ट्रेनिंग सेशन्स में भाग ले रहे हैं। 📊

इस एक्सरसाइज की शुरुआत से पहले, भारतीय नौसेना के पास 14 युद्धपोत थे। 2021-22 में नौसेना को दो नए जहाज मिले, जो इस एक्सरसाइज में भाग लेने की अनुमति देते हैं। 🚀

क्वाड देशों की मालाबार एक्सरसाइज को हर साल आयोजित किया जाता है, लेकिन इस वर्ष इसकी शुरुआत 10 नवंबर, 2025 को होने वाली थी। लेकिन अब यह 18 नवंबर, 2025 तक जारी रहेगी। 🕰️

इस एक्सरसाइज में भारतीय नौसेना के साथ-साथ अमेरिकी, जापान और ऑस्ट्रेलियाई नौसेनाओं का भी योगदान है। 🤝
 
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