काकाडा राजू, अनादा कुमार और मोर्था कोंडय्या जैसे तीन किशोरों की हाल ही में शादी समारोह से लौट रही थीं जब उन्हें बिना चेतावनी दिए कार बस स्टैंड पर टकराने का मौका मिल गया। उनकी यह गुमनामी वाहबना अब तो हमेशा के लिए खत्म हो गई, और जीवन से मिलने की यात्रा पर निकलने के साथ-साथ, इस दुनिया से भी उनको अलग कर देना पड़ा।
शादी समारोह से लौट रही थीं जब बस स्टैंड की ओर बढ़ रही थीं, वहां कोई सावधानी न होने पर दुर्घटना हो गई। पुलिस की जांच में पता चला है कि, यह तीनों किशोर काकीनाडा जिले के रहने वाले थे। दुर्घटना में हुए इन तीनों की मौत एक बार फिर से पीड़ा और दर्द की घड़ी बन गई। इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर आगे की जांच चल रही है और जल्द ही आरोपियों को सजा के सामने लाया जाएगा।
शादी समारोह में शामिल सभी ने अपनी गहन बुद्धिमत्ता का प्रदर्शन नहीं किया, उन्होंने अपने विचारों और भावनाओं पर ध्यान नहीं दिया। तीनों किशोरों को जीवन से मिलने का इस मौका मिल गया था, लेकिन उन्हें अच्छी सोच और सावधानी करने की जरूरत नहीं थी। यह दुर्घटना ही उन्हें प्राप्त हुई, जिसे कभी न भूलने वाला एक दुखद अनुभव बन गया।
इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर सभी को सुनवाई करनी चाहिए और दूसरों से सीखने का मौका नहीं होना चाहिए। तीनों किशोरों की यह यादगार मृत्यु हमें हमेशा के लिए याद रहेगी।
शादी समारोह से लौट रही थीं जब बस स्टैंड की ओर बढ़ रही थीं, वहां कोई सावधानी न होने पर दुर्घटना हो गई। पुलिस की जांच में पता चला है कि, यह तीनों किशोर काकीनाडा जिले के रहने वाले थे। दुर्घटना में हुए इन तीनों की मौत एक बार फिर से पीड़ा और दर्द की घड़ी बन गई। इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर आगे की जांच चल रही है और जल्द ही आरोपियों को सजा के सामने लाया जाएगा।
शादी समारोह में शामिल सभी ने अपनी गहन बुद्धिमत्ता का प्रदर्शन नहीं किया, उन्होंने अपने विचारों और भावनाओं पर ध्यान नहीं दिया। तीनों किशोरों को जीवन से मिलने का इस मौका मिल गया था, लेकिन उन्हें अच्छी सोच और सावधानी करने की जरूरत नहीं थी। यह दुर्घटना ही उन्हें प्राप्त हुई, जिसे कभी न भूलने वाला एक दुखद अनुभव बन गया।
इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर सभी को सुनवाई करनी चाहिए और दूसरों से सीखने का मौका नहीं होना चाहिए। तीनों किशोरों की यह यादगार मृत्यु हमें हमेशा के लिए याद रहेगी।