Maharashtra: मुंबई के माटुंगा में बस में आग, सभी यात्री सुरक्षित; ठाणे में आवारा कुत्ते के हमले से मासूम घायल

मुंबई के माटुंगा इलाके में एक बस में आग लग गई, जिसमें सभी यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। घटना शाम करीब 6 बजे डॉ. बीए रोड पर हुई। दो दमकल गाड़ियों ने 35 मिनट में आग बुझा दी। सभी 30-40 यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया, जिसमें कोई हताहत नहीं हुआ।

इस घटना के बाद एमएसआरटीसी के एक प्रवक्ता ने बताया कि बस में आग नहीं लगी थी, बल्कि एसी डक्ट से निकलने वाला धुआ था। धुएं के कारण यात्रियों में दहशत फैल गई। परेल डिपो की शिवशाही बस दादर-पुणे रूट पर 26 यात्रियों को लेकर जा रही थी, जिन्होंने ड्राइवर को धुएं के बारे में सूचित किया।

इसी समय, महाराष्ट्र के ठाणे जिले में एक आवारा कुत्ते के बार-बार काटने से दो साल की बच्ची घायल हो गई। दिवा इलाके में वेदा विकास कजारे पर कुत्ते के हमले की घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। बच्ची अपनी बिल्डिंग के बाहर एक अन्य बच्चे के साथ थी, तभी एक आवारा कुत्ते ने पीछे से आकर उस पर हमला कर दिया और उसे जमीन पर गिरा दिया। उसके पिता ने बताया कि कुत्ता गिरी हुई बच्ची को काटता रहा।

राहगीरों ने बच्ची को बचाया और उसे कलवा के सरकारी अस्पताल ले गए। वेदा के पिता ने बताया कि उसके शरीर पर कम से कम पांच जगहों पर कुत्तों ने काटा है। उन्होंने बताया कि अब उसकी हालत स्थिर है।
 
क्या दुर्भाग्य है मुंबई के माटुंगा इलाके में बस में आग लग गई। लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल दिया गया, जो बहुत अच्छी बात है, लेकिन क्या हुआ था उस बेस्ट की? और इस घटना के बाद परेल डिपो की शिवशाही बस में आग से नहीं बल्कि एसी डक्ट से निकलने वाला धुआं होने की बात कही जा रही है, तो यह समझ में नहीं आता। लेकिन याद रखें, राहत सबसे बड़ी चीज है। सभी 30-40 यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया, जिसके लिए हमें बहुत धन्यवाद। और फिर इस घटना के बाद दिवा इलाके में एक आवारा कुत्ते के बार-बार काटने से दो साल की बच्ची घायल हो गई, यह तो बहुत ही दुखद है। लेकिन जब हमारी लड़कियों और लड़कों को खतरा होता है, तो राहगीर हमारी मदद करते हैं और हमें आश्वस्त कर देते हैं कि हम खुश रहेंगे।
 
अरे, ये दो घटनाएं बहुत दुखद हैं... मुंबई में बस में आग लग जाने की बात तो है तो सभी को सुरक्षित निकाल लिया गया, लेकिन इतना धुआं निकलने से यात्रियों में डर फैल गया। और ठाणे में बच्ची पर कुत्ते के हमले की बात है, यह तो दिल को छू लेती है। राहगीरों ने बच्ची को बचाया था, लेकिन अब उसकी स्थिति कैसे होगी, यह सोचते हुए मैं शांति और सुरक्षा के बारे में एक बार फिर से सोचना चाहता हूँ। हमें अपने आसपास की दुनिया में जागरूक रहना चाहिए, खासकर जब भी ऐसी घटनाएं घटती हैं। 🙏
 
बस में आग लगने की बात तो झूठी है! दमकल गाड़ियों ने तो बस को फोड़ दिया, लेकिन आग नहीं लगी। और वह आवारा कुत्ता जो दो साल की बच्ची को मारा तो पूरी सीरियस था। राहगीरों ने उसे बचाया तो ठीक है, लेकिन क्या उन्हें अपनी जान बचाने के लिए ऐसा करने का मौका देना चाहिए?
 
😱 माटुंगा इलाके में बस में आग लग गई, लेकिन तो सब सही है, सभी यात्रियों को बाहर निकाल दिया गया। लेकिन यह एक सवाल है कि धुएं से इतना डर जाना? 😕 परेल डिपो की बस में क्यों लग रहा था धुआं? और क्यों नहीं बताया गया? 🤔

और दूसरी बात, आवारा कुत्ते के हमले से बच्ची घायल हुई। 😨 यह तो बहुत ही दुखद है। लेकिन सवाल है कि इतनी ज्यादा धक्का मारने वाला कुत्ता क्यों निकला। और राहगीरों ने बच्ची को कैसे बचाया? 🤝 यह सभी तो बहुत जरूरी सवाल हैं।
 
मेट्रो में आग लगने की बात तो बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है 🤕 लेकिन बस में आग नहीं लगी थी, बल्कि एसी डक्ट से निकलने वाला धुआ था। यही कारण है कि यात्रियों में दहशत फैल गई। अगर ऐसा तो एक बड़ा अनुभव भी है कि जीवन में कभी-कभी बुरी तरह से गलतफहमी होती है।
 
😬 मुंबई के माटुंगा इलाके में बस में आग लग गई, जिसमें सभी यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। यह अच्छी खबर है कि कोई हताहत नहीं हुआ, लेकिन यह एक बड़ा खतरा था जिसे समय पर रोकना मुश्किल लगा, तो बस के ड्राइवर को धुएं के बारे में बताने से बच्चियों की जान बच गई। 🚑 दिवा इलाके में एक आवारा कुत्ते ने 2 साल की बच्ची को घायल कर दिया, लेकिन राहगीरों ने उसे बचाया। यह अच्छी बात है कि बच्ची की हालत स्थिर है। 🐾😕
 
इस दुनिया में जाने-प्यारे बसों में आग लगने को तो आम बात ही है, लेकिन ऐसा हुआ तो बस बस, और यात्रियों की सुरक्षा के बारे में तो हमेशा चिंतित रहते हैं। माटुंगा इलाके की घटना ने पूरे शहर को हिलाकर रख दिया, लेकिन फिर भी हमें इस तरह की घटनाओं से सबक समझना चाहिए। ड्राइवर और यात्रियों की देखभाल करना ज्यादा जरूरी है तो कि ऐसे दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं न हों।

मुझे लगेगा तो बस में आग लगने की बात की कोई जिम्मेदारी नहीं है, लेकिन यह पूछने की जरूरत है कि ऐसे हालात में कैसे सुरक्षा बनाए रखी गई। और फिर, बच्ची के हमलावर कुत्ते की बात करते हैं तो बस बिल्कुल सही विचार की बात है। हमारे देश में आवारा जानवरों की समस्या बहुत बड़ी है, और सरकार से इसके समाधान की उम्मीद करनी चाहिए।

अब, बस की घटना को एक ऐसी घटना के रूप में लेना चाहिए जिसमें हम सब कुछ सीखने को मिले। क्योंकि इस तरह की घटनाओं को देखते हुए, हम अपने आसपास की सुरक्षा बनाए रखने के तरीके बेहतर कर सकते हैं। बसों में आग लगने से बचाव के लिए, ड्राइवर और यात्रियों को एक साथ मिलकर तैयार रहना चाहिए।
 
😔 बस में आग लगने की बात तो हो सकती है, लेकिन क्या यात्रियों को सही तरीके से निकाल दिया गया? 35 मिनट में दो दमकल गाड़ियों ने आग बुझा दी, लेकिन अभी भी सवाल उठता है कि आग लगने की वजह क्या थी। एसी डक्ट से निकलने वाला धुआं तो जानबूझकर यात्रियों को परेशान करने की बात है। 🤔
 
यह तो वैसे भी मालूम चल रहा था कि सरकार नई-नई टेक्नोलॉजी लेकर आये हर चीज़ खत्म कर देती है... बस में आग लगने की बात निकलने से पहले तो यात्रियों को अपने फोन पर सुनिश्चित करना होता कि वाहिनी अच्छी तरीके से चलती है। अब तो सारे लोग अपने फोन पर ही दम निकलते हैं...
 
मुंबई में बस में आग लगनी का ख़बर सुनकर मुझे यह तो एक बड़ी चिंता है कि फैक्ट चेक करना क्यों नहीं ? दिवा इलाके में आवारा कुत्ते के हमले पर तो बिल्कुल भी शिकायत नहीं की जा रही है, लेकिन बस में आग लगने की ख़बर पर तुरंत ट्विटर पर चल पड़ गया। क्या कोई जांच करेगा कि यह सच है या फिर कुछ गलत ?
 
मुंबई में बस में आग लग गई, लेकिन सबको बाहर निकाल दिया गया, यह अच्छी चीज है 🙌। लेकिन फिर भी, क्यों ऐसे होते हैं? और माटुंगा इलाके में पुलिस से जुड़े लोग अपनी बस को आग लगने का दोष देते हैं, तो यह ठीक नहीं है 🙅‍♂️। लेकिन फिर, सबके लिए सुरक्षित बाहर निकलने में सफल हुआ, जिससे किसी को भी हताहत नहीं हुई।

और फिर दूसरी घटना महाराष्ट्र में, एक आवारा कुत्ते ने एक 2 साल की बच्ची को घायल कर दिया, यह बहुत दुखद है 😔। लेकिन दिवा इलाके में राहगीरों ने उसे बचाया, और उसे अस्पताल ले गया। अब बच्ची की स्थिति स्थिर है, और इसके लिए शुक्रियां जिनके पास फाइंडिंग नंबर थे। हमें अपने आसपास के लोगों को ध्यान देना चाहिए।
 
अगर तुम्हें अपने जीवन में आग लगाने की जरूरत है, तो दूसरों के लिए पहले बाहर निकलने की जरूरत है... 🚒😅 मुंबई के माटुंगा इलाके में बस में आग लग गई, लेकिन सभी यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाल दिया गया। इससे हमें यह सीखने का मौका मिलता है कि जब तुम्हारे पास कोई समस्या है, तो पहले दूसरों की मदद करनी चाहिए। और फिर अपने स्वयं के जीवन की समस्या को हल करने का प्रयास करो।
 
आग लगने वाली बस में लोग सुरक्षित बाहर निकले, यह अच्छी खबर है, पर इन दिनों जो धुएं के कारण काटने वाले आवारा कुत्ते तो फैल रहे हैं तो चिंता है। पहले उस बच्ची को काटने वाले कुत्ते ने गंभीर घाव पहुंचाए थे, अब उसकी स्थिति अच्छी है, लेकिन इससे सबक मिलता है कि सड़कों पर आवारा जानवर तेजी से बढ़ रहे हैं।
 
अरे, ये तो बहुत ही चिंताजनक घटनाएं लग रही हैं! माटुंगा इलाके में बस में आग लग गई, लेकिन फिर भी कोई हताहत नहीं हुआ। यह अच्छी बात है... लेकिन क्या यह देख कर हमारे राहगीरों की सेहत पर कुछ प्रभाव पड़ रहा है? यह तो बहुत ही खतरनाक है, बस में आग लग जाने के बाद भी वायु प्रदूषण होने लगता है।

और फिर, ठाणे जिले में दो साल की बच्ची घायल हो गई। यह तो बहुत ही गंभीर है, क्या हमारे समाज में आवारा कुत्तों को नियंत्रित करने की प्रक्रिया कैसे आगे बढ़ी? और बच्ची को राहगीरों ने बचाया, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हमारे समाज में आवारा कुत्तों से लड़ने के लिए हम तैयार हैं। हमें इन जैसी घटनाओं से निपटने के लिए एक साथ आने की जरूरत है। 💥🚒
 
तो यार, यह तो बहुत बड़ा मौका है कि बस में आग लग गई और सभी यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। बस ड्राइवर ने भी सही काम किया, वह बहुत अच्छा इंसान है। और फिर वेदा विकास कजारे की दोस्ती बच्ची पर आवारा कुत्ते के हमले सुनकर तो हमें डर लगने लगता है, लेकिन राहगीरों ने अच्छा काम किया, उन्हें बहुत बधाई! और अब वेदा की मम्मी ने पांच जगह पर काटे हुए हिस्सों वाली बच्ची को देखकर शायद डर रही होगी, लेकिन अभी उसकी हालत स्थिर, तो बस हमारी दोस्ती है और यह अच्छा है।
 
यार, यह तो बहुत दुर्भाग्य है माटुंगा इलाके में बस में आग लग जाना। लेकिन क्या हमने सोचा था कि बस में धुआं निकल सकता है? और फिर कुछ यात्री अपने डिक्शनरी में लिख कर बताएंगे कि धुएं से हुई तो कोई हताहत नहीं होगा। लेकिन हमने देखा है कि हर बार जब कुछ गलत होता है, तो लोग एक-दूसरे पर फैंकते हैं। 🙄

और वहीं थाणे जिले में आवारा कुत्ते ने दो साल की बच्ची को घायल कर दिया। यह तो बहुत ही दुखद है। लेकिन हमारी पुलिस और डीसीपी यह देख रहे थे कि कुत्ता कैसे हमला करता है, न कि कुत्ते पर क्यों हमला कर दिया गया। 😡

आइए, अच्छे लोगो से बात करें और उन्हें अपने बच्चो की जिंदगी का मानें। 🤝
 
😓 बस में आग लगने की बात बड़ी चिंताजनक है... यह तो पूरे शहर में सुरक्षित यात्रा करने वालों की चिंता बढ़ा देती है 🚨। बस में आग लगने का क्या कारण था? ऐसी बातें जानने की जरूरत है। 😔
 
मुझे भी ये देखकर दुःख हुआ, बस में आग लग गई तो फिर भी सभी यात्रियों को बाहर निकाल लिया गया, जैसे कि कोई नहीं चिंता करता। और वहाँ पर आवारा कुत्ते के काटने से बच्ची घायल हो गई, तो फिर राहगीरों ने उसका बचाव किया, मुझे लगता है कि हमें अपने आसपास के लोगों की चिंता करनी चाहिए।
 
😊 मुंबई की यात्रियों को फिदा, बस में आग लग गई तो 35 मिनट में दमकल गाड़ियों ने आग बुझा ली। लेकिन यह जानकर चिंतित हूँ कि एसी डक्ट से निकलने वाला धुआं सबको डरा दिया। बस में कौन से काम करते थे, उनकी पुष्टि नहीं हुई। लेकिन इस तरह की घटनाएं लगातार घट रही हैं, तो हमें अपने आस-पास जागरूक रहना चाहिए। 🚨💡
 
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