महाराष्ट्र में नगर पंचायत-नगर परिषद चुनाव में बीजेपी का शतक हासिल करने का दावा है, जिसमें 100 निर्विरोध जीते गए। यह जीत बीजेपी के लिए एक बड़ा झटका है और इसे उनकी पकड़ मजबूत बनाने का अवसर माना जा रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व की वजह से जनता का भरोसा मिला, जिसने बीजेपी को इस चुनाव में प्रमुख होने का अवसर दिया। बीजेपी के अनुसार, विपक्ष की ओर से उम्मीदवार सामने नहीं आए या अंत समय में नाम वापस ले लिया, जिससे बीजेपी ने बड़ी संख्या में जीत हासिल करने का दावा कर दिया।
उत्तर और पश्चिम महाराष्ट्र में बीजेपी की पकड़ मजबूत बनी हुई है, जहां 49 और 41 निर्विरोध चुने गए। इन आंकड़ों से यह साफ है कि बीजेपी को ये हिस्से अपने प्रभाव क्षेत्र में रखने में सफल रही।
नामांकन वापसी के दिन ही साफ हो गई तस्वीर, जिसमें विपक्षी दलों ने चुनाव लड़ने की हिम्मत नहीं दिखाई। इससे बीजेपी का दावा है कि उनकी सरकार की स्वीकार्यता और संगठन की ताकत ने इस जीत में योगदान दिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व की वजह से जनता का भरोसा मिला, जिसने बीजेपी को इस चुनाव में प्रमुख होने का अवसर दिया। बीजेपी के अनुसार, विपक्ष की ओर से उम्मीदवार सामने नहीं आए या अंत समय में नाम वापस ले लिया, जिससे बीजेपी ने बड़ी संख्या में जीत हासिल करने का दावा कर दिया।
उत्तर और पश्चिम महाराष्ट्र में बीजेपी की पकड़ मजबूत बनी हुई है, जहां 49 और 41 निर्विरोध चुने गए। इन आंकड़ों से यह साफ है कि बीजेपी को ये हिस्से अपने प्रभाव क्षेत्र में रखने में सफल रही।
नामांकन वापसी के दिन ही साफ हो गई तस्वीर, जिसमें विपक्षी दलों ने चुनाव लड़ने की हिम्मत नहीं दिखाई। इससे बीजेपी का दावा है कि उनकी सरकार की स्वीकार्यता और संगठन की ताकत ने इस जीत में योगदान दिया।