ऑनलाइन जुआ-सट्टा मामला, सुप्रीम कोर्ट ने सरकार से जवाब मांगा: ई-स्पोर्ट्स गेम्स के नाम पर ऑनलाइन जुआ चलाने वालों पर एक्शन लेने को कहा

कोर्ट ने कहा, तुम्हारे विरोध में जवाब देना होगा

सुप्रीम कोर्ट ने ऑनलाइन जुआ-सट्टेबाजी चलाने वालों पर एक्शन लेने को कहा। कोर्ट ने सभी याचिकाओं पर सरकार से विस्तृत जवाब देने को कहा है।
 
अरे, यह तो बहुत बड़ी बात है! ऑनलाइन जुआ-सट्टेबाजी को रोकने की बात में मुझे पूरी तरह से सहमति है 🙌। लेकिन, हमें यह ध्यान रखना चाहिए कि सरकार को भी अपनी पकड़ बनानी होगी। इसके लिए उन्हें ऑनलाइन पेमेंट प्रणाली, डिजिटल भुगतान विकल्पों जैसे सुविधाओं पर देखने होंगे। सरकार का जवाब तो बिल्कुल सही है 📝, लेकिन हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि ऑनलाइन जुआ-सट्टेबाजी चलाने वालों को उनकी गतिविधियों में रुकने के लिए मजबूर किया जाए।
 
यादgaar ho gaya, ब्लॉकचेन और डिजिटल भुगतान का सही मायने में इस्तेमाल करने वालों ने जुआ-सट्टेबाजी पर रोक लगाने का प्रयास किया है। 🤩

मुझे लगता है कि ऑनलाइन जुआ-सट्टेबाजी पर नज़र रखने वाले अदालत की कार्रवाई बिल्कुल सही है। सरकार को जवाब देने से यह सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी कि ऑनलाइन जुआ-सट्टेबाजी पर रोक लगाने के लिए पूरी तैयारी हो। इसका फायदा हमारे देश के लोगों को भी होगा, जो इससे बचना चाहते थे।

मुझे लगता है सरकार जल्दी जवाब देती है तो अच्छा होगा।
 
मुझे लगता है कि यह अच्छी बात है 🙌 क्योंकि ऑनलाइन जुआ-सट्टेबाजी बहुत ही नुकसानदायक होती है। हमें अपने देश को शिक्षित करना चाहिए और लोगों को इसके खतरों के बारे में जागरूक करना चाहिए। अब कोर्ट ने सरकार से जवाब मांगने का आदेश दिया, तो यह अच्छी बात है 🙏 क्योंकि सरकार अपने नियमों और कानूनों को लागू करने का प्रयास करेगी। हमें उम्मीद है कि जल्द ही ऑनलाइन जुआ-सट्टेबाजी को रोकने की कोशिश की जाएगी। यह एक अच्छा कदम है और हमें इसकी सुरक्षा में सुनिश्चित होना चाहिए।
 
मुझे लगता है कि यह अच्छा निर्णय है, ऑनलाइन जुआ-सट्टेबाजी चलाना बिल्कुल मनमोहक नहीं है, इसके फायदे तो बहुत कम हैं और खतरनाक भी। मेरे गुरु-गुरु का कहना था कि "सज्जा से बच", यही बात आज के युवाओं को सुननी चाहिए। लेकिन सरकार को इस पर जोर देने की जरूरत है। मुझे लगता है कि ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स को शायद बंद कर दिया जाना चाहिए, या फिर बहुत सख्त नियम लगाए जाने चाहिए ताकि इनमें कोई भी गलती नहीं हो।
 
जुआ-टाटेबाजी की बात करें तो यह बहुत बड़ा मुद्दा है 🤔। लेकिन फिर भी, ऑनलाइन जुएं चलाने वालों पर कोई एग्जामिनेशन नहीं करने से निकल पड़ता है। सरकार को यह समझनी चाहिए कि जुआ एक दुर्गंध है जिसे हम सभी से दूर रखना चाहिए। लेकिन फिर भी, बाजार में इसकी मांग तो बस बढ़ रही है 📈

मुझे लगता है कि सरकार को यह समझने की जरूरत है कि ऑनलाइन जुएं चलाने वालों पर कोई रोक नहीं लग सकती है। लेकिन फिर भी, उनको अपनी कार्रवाई में सावधानी बरतनी चाहिए। अगर सरकार ने सचमुच काम करना शुरू किया तो इससे हमारे समाज में जुआ की दुर्गंध कम हो सकती है। 🙏
 
अरे, यह तो बहुत बड़ा मुद्दा है! ऑनलाइन जुआ-सट्टेबाजी चलाने वालों को पकड़ने की जरूरत है, लेकिन फिर भी सरकार पर जवाब देने की जरूरत है? समझ नहीं आ रही है... 😕

ज़रूरat कोर्ट में जाकर बैठना आसान नहीं है, और वहाँ से जवाब देना भी कोई मजा नहीं करता। सरकार को जल्द से जल्द जवाब देना चाहिए, ताकि हमें पता चले कि वे ऑनलाइन जुआ-सट्टेबाजी को कैसे रोकेंगे। और फिर भी, हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि ऑनलाइन जुआ-सट्टेबाजी चलाने वालों को दंडित किया जाए। मुझे लगता है कि सरकार को ऑनलाइन खेलों के नियम बनाने चाहिए और उन्हें भी सख्ती से लागू करनी चाहिए। तो हमारी देशभक्ति बाकी रह जाए! 🙏
 
अरे, यह बहुत ही अच्छी बात है कि कोर्ट ने ऑनलाइन जुआ-सट्टेबाजी पर ध्यान दिया है, लेकिन लगता है कि इसके पीछे कुछ गलत भी हो सकता है। अगर वास्तव में लोगों को इससे बचाने की जरूरत है, तो सरकार से पहले जानकारी इकट्ठा करने की जरूरत होती।

कोर्ट का निर्णय अच्छा है, लेकिन इसके पीछे क्या तर्क है? ऑनलाइन जुआ-सट्टेबाजी को पूरी तरह से रोकना मुश्किल नहीं होगा, इससे पहले कि सरकार हमें बताए कि यह कैसे हो सकता है।
 
क्या तो यह बहुत ही दिलचस्प मामला है 🤔। कुछ लोग ऑनलाइन जुआ-सट्टेबाजी चलाते रहते हैं और फिर वे कहीं भी खेलने लगते हैं। इससे पहले उनके घर या किसी निजी जगह पर जाना पड़ता था, अब यह ऑनलाइन हो गया है... लेकिन इसके साथ-साथ इस तरह की गतिविधियों को रोकने में भी सरकार को थोड़ा समय लगेगा। चाहे तो एकदम सभी पर रोक लगा दी जाए या फिर धीरे-धीरे सख्त नियम बनाए जाएं।
 
नहीं तो यह अच्छा नहीं है जुआ-खेल को पूरे देश में बंद कर दिया जाए। लोगों की जान जोखिम पर लगाई जा रही है, और फिर भी ऐसा नहीं हुआ। कोर्ट ने कहा कि ऑनलाइन जुआ चलाने वालों को जवाब देना होगा, तो इसका मतलब यह है कि सरकार को उनके खिलाफ कुछ करना चाहिए। लेकिन अगर कोई जवाब नहीं देता है, तो क्या होता है? इससे लगता है कि ऑनलाइन जुआ चलाने वालों पर कोई निश्चित कार्रवाई नहीं होगी। 🤔
 
क्या यह तो भी मजाक है 🤣, ऑनलाइन जुआ-सट्टेबाजी चलाने वालों पर एक्शन लेते समय तो सबकुछ ठीक है, लेकिन तो सरकार को भी खुलकर जवाब देने की जरूरत है? और क्या याचिकाओं को सुनने के बाद तो सरकार ने पहले कभी भी कोई एक्शन नहीं लिया था? यह तो हमेशा देखने को मिल रहा है कि सबकुछ किस प्रकार से होता है।
 
मुझे लगता है कि यह बहुत अच्छा निर्णय है 🙌। ऑनलाइन जुआ-सट्टेबाजी चलाना बिल्कुल गलत है, और इसके लिए कड़ी सजा चाहिए ⚖️। हमारे देश में ऐसे लोगों को पकड़ने और उन्हें अपने अपराधों से दूर करने के लिए कोर्ट की यह बात अच्छी है 🙏

लेकिन लगता है कि सरकार भी अपने हाथ मिलाए नहीं चुकी हैं 🤔। अभी तक ऑनलाइन जुआ-सट्टेबाजी पर रोक लगाने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है, इसलिए यह निर्णय अच्छा है कि सरकार से विस्तृत जवाब देने को कहा जाए 📝
 
क्या ऐसा मामला तो पहले नहीं आया था? तो अब ऑनलाइन जुआ खेलने का मतलब ग्रामीण इलाकों में भी लोग बैठकर सट्टेबाजी कर सकते हैं? यह तो सरकार को नियंत्रित करना चाहिए, नहीं तो इसका फायदा केवल एक दूसरे व्यक्ति को ही होगा। मुझे लगता है कि ये अदालतें अधिक सावधानी बरतनी चाहिए।
 
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