पैनक्रियाटिक कैंसर एक ऐसी बीमारी है जो शरीर के पेट में नहीं होती, बल्कि यह बेहद खतरनाक और तेजी से फैलने वाली बीमारी है। इसे अक्सर 'साइलेंट किलर' के नाम से जाना जाता है। इसके शुरुआती लक्षणों में पेट दर्द, पीलिया और अचानक वजन घटना शामिल होती है, लेकिन कई मरीजों में शरीर के अन्य हिस्सों, खासकर पैरों में होने वाली कुछ समस्याएं भी इसकी शुरुआती चेतावनी हो सकती हैं।
पैरों में दर्द, सूजन, लालिमा या गर्माहट जैसे छोटे-छोटे लक्षण अक्सर नजरअंदाज कर दिए जाते हैं, लेकिन ये पैनक्रियाटिक कैंसर की ओर इशारा कर सकते हैं। अगर समय रहते ध्यान दिया जाए तो शुरुआती निदान और बेहतर इलाज की संभावना बढ़ जाती है।
अगर आपको लगातार या बिना वजह पैरों में दर्द महसूस होता है, तो यह डीप वेन थ्रॉम्बोसिस यानी गहरी नसों में ब्लड का थक्का जमने का संकेत हो सकता है। इस बीमारी में शरीर की ब्लड क्लॉटिंग प्रक्रिया प्रभावित हो जाती है, जिससे DVT का खतरा बढ़ जाता है।
इसलिए, अगर आपको पैरों में दर्द, सूजन, लालिमा या गर्माहट महसूस होती है, तो इसे नजरअंदाज न करें। समय पर इलाज मिलने से बीमारी की पहचान आसान हो जाती है और मरीज को बेहतर इलाज विकल्प मिल सकते हैं।
पैरों में दर्द, सूजन, लालिमा या गर्माहट जैसे छोटे-छोटे लक्षण अक्सर नजरअंदाज कर दिए जाते हैं, लेकिन ये पैनक्रियाटिक कैंसर की ओर इशारा कर सकते हैं। अगर समय रहते ध्यान दिया जाए तो शुरुआती निदान और बेहतर इलाज की संभावना बढ़ जाती है।
अगर आपको लगातार या बिना वजह पैरों में दर्द महसूस होता है, तो यह डीप वेन थ्रॉम्बोसिस यानी गहरी नसों में ब्लड का थक्का जमने का संकेत हो सकता है। इस बीमारी में शरीर की ब्लड क्लॉटिंग प्रक्रिया प्रभावित हो जाती है, जिससे DVT का खतरा बढ़ जाता है।
इसलिए, अगर आपको पैरों में दर्द, सूजन, लालिमा या गर्माहट महसूस होती है, तो इसे नजरअंदाज न करें। समय पर इलाज मिलने से बीमारी की पहचान आसान हो जाती है और मरीज को बेहतर इलाज विकल्प मिल सकते हैं।