रूस-यूक्रेन युद्ध में फंसे भारतीय छात्र का मामला, दिल्ली हाई कोर्ट ने केंद्र सरकार को दिया आदेश

भारतीय छात्र को यूक्रेन लाने के लिए सरकार को गंभीर कदम उठाना होगा: दिल्ली हाईकोर्ट

रूस-यूक्रेन युद्ध में फंसे साहिल मजोठी वाले मामले पर दिल्ली हाईकोर्ट ने केंद्र सरकार से कहा है कि आपको इस मामले में हर संभव कदम उठाने चाहिए।

भारतीय छात्र की मां की याचिका के अनुसार, उसके बेटे साहिल को झूठे ड्रग्स केस में जेल जाने से बचने के लिए जबरन रूसी सेना में भर्ती कराया गया था। दिल्ली हाईकोर्ट ने कहा है कि लगता है कि साहिल को मजबूर होकर रूसी सेना में शामिल होना पड़ा और उसे वापस लाने की कोशिश करनी चाहिए।

केंद्र सरकार ने बताया है कि रूस भेजने के बाद साहिल ने यूक्रेनी बलों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था। दिल्ली हाईकोर्ट ने कहा है कि एक अधिकारी नियुक्त किया जाए, जो यूक्रेनी सरकार से संपर्क में रहकर मामले पर काम करे।

साहिल की मां हसीनाबेन मजोठी ने अपने बेटे को वापस लाने की मांग करते हुए दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। उन्होंने कहा है कि उनके बेटे को झूठे केस में फंसाया गया और उसे रूसी सेना में भर्ती कराया गया।

दिल्ली हाईकोर्ट ने इस मामले की अगली सुनवाई 3 दिसंबर तय की है।
 
रूस-यूक्रेन युद्ध में फंसे भारतीय छात्रों को वापस लाने का सरकार का कोई जवाब नहीं आया 🤔, लेकिन अब दिल्ली हाईकोर्ट ने कहा कि लगता है कि साहिल को मजबूर होकर रूसी सेना में शामिल होना पड़ा और उसे वापस लाने की कोशिश करनी चाहिए। यह तो एक बड़ी बात है, लेकिन सरकार द्वारा क्या कदम उठाए जाएंगे इसका अभी पता नहीं चलता। हमें उम्मीद है कि सरकार इस मामले का ध्यान लेगी और साहिल को वापस लाने का प्रयास करेगी।
 
सही है सरकार, हमारे युवाओं को वापस लाने का प्रयास करना होगा। यह एक बुरा अनुभव हुआ है, लेकिन इससे सबक निकालने की जरूरत है। हमें अपने सेना में भी बदलाव लाने की जरूरत है, ताकि ऐसी घटनाओं को पहले से रोका जा सके। और यूक्रेनी सरकार के साथ बातचीत करने के लिए एक फील्ड ऑफिशियल लगाना भी चाहिए। हमें अपने देश की पहचान बनानी है, न कि रूस या किसी अन्य देश की तरह ही।
 
अरे भाइयों-बहनों, यह बहुत दुखद है जो हुआ है! साहिल की माँ की याचिका में क्या सच्चाई है, बस इतना साफ है कि उसका बेटा रूस में फंस गया और हमें उसकी वापसी की ज़रूरत है। सरकार को तुरंत इस मामले में गंभीर कदम उठाने चाहिए, यह हमेशा की तरह सच्चाई के साथ निर्णय लेना चाहिए।
 
मुझे लगता है कि यह मामला बहुत ही गंभीर है। एक भारतीय नागरिक को मजबूर होकर रूसी सेना में शामिल होने की तरह देखा जा रहा है, तो यह एक बड़ा चिंता विषय है। सरकार को इस मामले पर विचार करना चाहिए और हर संभव कदम उठाना चाहिए ताकि भारतीय नागरिक की सुरक्षा गारंटीकृत हो।

मुझे लगता है कि इस मामले पर अधिकारियों को विशेष ध्यान देना चाहिए और यूक्रेनी सरकार से संपर्क में रहना चाहिए ताकि साहिल मजोठी को वापस लाने की कोशिश की जा सके। यह एक बड़ा मामला है और इसकी समाधान के लिए हर प्रयास करना चाहिए।
 
रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच भारतीय छात्रों को लेकर सरकार को बहुत बड़ा दबाव आना पड़ रहा है 🤯। मुझे लगता है कि सरकार ने इस मामले को पहले से ही ठीक से नहीं देखा है। भारतीय छात्रों को यूक्रेन लाने के लिए गंभीर कदम उठाने चाहिए, लेकिन लगता है कि सरकार तैयार नहीं है। यहां तक कि एक अन्यायपूर्ण मामले जैसे साहिल मजोठी वाले मामले पर भी गंभीर कदम उठाने चाहिए। सरकार को दोनों पक्षों के बीच संपर्क बनाए रखना चाहिए और हर संभव कदम उठाना चाहिए ताकि भारतीय छात्रों को उनके परिवारों तक पहुंचने में सक्षम हो।
 
Back
Top