दिल्ली के लाल किले पर 10 नवंबर को हुए विस्फोट से जुड़ी आतंकवादी योजना को अंजाम देने के लिए जैश-ए-मोहम्मद के सफेदपोश आंतकी मॉड्यूल ने दिल्ली और अयोध्या दोनों जगह धमकी भरे हमले की योजना बनाई थी। इन धमकियों से यह तय करने का भी प्रयास हुआ था कि विस्फोट में कितने लोग मारे जाएंगे, कहाँ रखा जाएगा, और कब कर दिया जाएगा।
यह योजना चार चरणों में रची गई थी। पहला चरण, जो 8 से 12 नवंबर तक चलेगा। इसमें बड़े हमले की तैयारी होगी, लेकिन अभी तक इस पर चर्चा नहीं हुई है। दूसरा चरण, जो 13-15 नवंबर तक रहेगा, में विस्फोटक सामग्री इकट्ठा करने और वाहनों की व्यवस्था करने का प्रयास होगा।
तीसरा चरण, जो 16 नवंबर तक चलेगा, में आतंकवादियों के लिए आश्रय और ठिकाने तैयार करने की परवाह कर रहे हैं। इन चरणों में बड़े हमले की योजना बनाई जाएगी, लेकिन अभी तक इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है।
चौथा और अंतिम चरण, जो 25 नवंबर को शुरू होगा, में विस्फोट की तैयारी होगी। इसमें इमारतों को निशाना बनाया जाएगा, लेकिन अभी तक इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है।
इन चरणों में बड़े हमले की योजना बनाई जा रही है, लेकिन अभी तक इस पर चर्चा नहीं हुई है। दिल्ली और अयोध्या दोनों जगह धमकी भरे हमले की योजना बनाने के बारे में भी जानकारी आई है।
आखिरकार 10 नवंबर को लाल किले पर विस्फोट हुआ था, इस साजिश का अंजाम देने की कोशिश की गई थी।
यह योजना चार चरणों में रची गई थी। पहला चरण, जो 8 से 12 नवंबर तक चलेगा। इसमें बड़े हमले की तैयारी होगी, लेकिन अभी तक इस पर चर्चा नहीं हुई है। दूसरा चरण, जो 13-15 नवंबर तक रहेगा, में विस्फोटक सामग्री इकट्ठा करने और वाहनों की व्यवस्था करने का प्रयास होगा।
तीसरा चरण, जो 16 नवंबर तक चलेगा, में आतंकवादियों के लिए आश्रय और ठिकाने तैयार करने की परवाह कर रहे हैं। इन चरणों में बड़े हमले की योजना बनाई जाएगी, लेकिन अभी तक इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है।
चौथा और अंतिम चरण, जो 25 नवंबर को शुरू होगा, में विस्फोट की तैयारी होगी। इसमें इमारतों को निशाना बनाया जाएगा, लेकिन अभी तक इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है।
इन चरणों में बड़े हमले की योजना बनाई जा रही है, लेकिन अभी तक इस पर चर्चा नहीं हुई है। दिल्ली और अयोध्या दोनों जगह धमकी भरे हमले की योजना बनाने के बारे में भी जानकारी आई है।
आखिरकार 10 नवंबर को लाल किले पर विस्फोट हुआ था, इस साजिश का अंजाम देने की कोशिश की गई थी।