भारतीय महिला क्रिकेट टीम को लेकर एक दिलचस्प मामला सामने आया है, जिसमें पूर्व बीसीसीआई अधिकारी एन. श्रीनिवासन ने कहा है कि उन्हें महिला क्रिकेट से नफरत है। लेकिन यह सवाल उठता है कि क्या सच में वे महिलाओं को खेल के प्रति इतनी नफरत रखते हैं या बस अपने शक्तिशाली स्थिति को बढ़ाने के लिए इस तरह के बयान देते हैं।
श्रीनिवासन ने ट्वीट में कहा था कि उन्हें महिला क्रिकेट से बहुत नफरत है, जिस पर बाद में उन्होंने अपनी ट्विट पर भी खारिज कर दिया। लेकिन यह सवाल उठता है कि क्या वास्तव में वे महिलाओं को खेल के प्रति इतनी नफरत रखते हैं या बस अपने शक्तिशाली स्थिति को बढ़ाने के लिए इस तरह के बयान देते हैं।
क्योंकि श्रीनिवासन ने बीसीसीआई में कई वर्षों तक काम किया था, इसलिए यह सवाल उठता है कि वे कहाँ से जानते हैं कि महिला क्रिकेट टीम को सफलता मिलेगी। क्या वे कभी हार नहीं माने और हमेशा अपने लक्ष्यों को पूरा करने की कोशिश करते थे, जैसा कि टीम ने वर्ल्ड कप जीतकर दिखाया।
यह सवाल उठता है कि क्या श्रीनिवासन ने कभी महिला क्रिकेटर्स से बात की और उन्हें अपने अनुभवों से समझाने की कोशिश की। या फिर वे बस अपने शक्तिशाली स्थिति को बढ़ाने के लिए इस तरह के बयान देते हैं, जिससे महिला क्रिकेटर्स की आत्मविश्वास कम होती है।
यह सवाल उठता है कि क्या श्रीनिवासन ने कभी अपने बयान से भारतीय महिला क्रिकेट टीम को नुकसान पहुंचाया है। या फिर यह बस एक गलत बयान था, जिस पर वे बाद में खारिज कर देते हैं।
कुल मिलाकर, यह सवाल उठता है कि क्या श्रीनिवासन ने कभी महिला क्रिकेटर्स से बात की और उन्हें अपने अनुभवों से समझाने की कोशिश की। या फिर वे बस अपने शक्तिशाली स्थिति को बढ़ाने के लिए इस तरह के बयान देते हैं, जिससे महिला क्रिकेटर्स की आत्मविश्वास कम होती है।
श्रीनिवासन ने ट्वीट में कहा था कि उन्हें महिला क्रिकेट से बहुत नफरत है, जिस पर बाद में उन्होंने अपनी ट्विट पर भी खारिज कर दिया। लेकिन यह सवाल उठता है कि क्या वास्तव में वे महिलाओं को खेल के प्रति इतनी नफरत रखते हैं या बस अपने शक्तिशाली स्थिति को बढ़ाने के लिए इस तरह के बयान देते हैं।
क्योंकि श्रीनिवासन ने बीसीसीआई में कई वर्षों तक काम किया था, इसलिए यह सवाल उठता है कि वे कहाँ से जानते हैं कि महिला क्रिकेट टीम को सफलता मिलेगी। क्या वे कभी हार नहीं माने और हमेशा अपने लक्ष्यों को पूरा करने की कोशिश करते थे, जैसा कि टीम ने वर्ल्ड कप जीतकर दिखाया।
यह सवाल उठता है कि क्या श्रीनिवासन ने कभी महिला क्रिकेटर्स से बात की और उन्हें अपने अनुभवों से समझाने की कोशिश की। या फिर वे बस अपने शक्तिशाली स्थिति को बढ़ाने के लिए इस तरह के बयान देते हैं, जिससे महिला क्रिकेटर्स की आत्मविश्वास कम होती है।
यह सवाल उठता है कि क्या श्रीनिवासन ने कभी अपने बयान से भारतीय महिला क्रिकेट टीम को नुकसान पहुंचाया है। या फिर यह बस एक गलत बयान था, जिस पर वे बाद में खारिज कर देते हैं।
कुल मिलाकर, यह सवाल उठता है कि क्या श्रीनिवासन ने कभी महिला क्रिकेटर्स से बात की और उन्हें अपने अनुभवों से समझाने की कोशिश की। या फिर वे बस अपने शक्तिशाली स्थिति को बढ़ाने के लिए इस तरह के बयान देते हैं, जिससे महिला क्रिकेटर्स की आत्मविश्वास कम होती है।