स्ट्रीट डॉग केस, सुप्रीम कोर्ट बोला-देश की छवि खराब हुई: बंगाल-तेलंगाना को छोड़कर सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को तलब किया; अगली सुनवाई 3 नवंबर को

यारे तो यह बहुत ही अजीब है कि सुप्रीम कोर्ट इतना रूखा हो गया है। आवारा कुत्तों के मामले में तो हमारा देश भारत है, जहां हर किसी का दिल कोमल होता है... लेकिन फिर यह तो सुप्रीम कोर्ट ही ऐसी बातें कर रहा है। क्या राज्यों ने बस एक छोटी-छोटी बात नहीं समझी? अब मुख्य सचिवों को तलब करना और उन्हें जवाबदेह ठहराना... यह तो सिर्फ़ एक बड़ा झगड़ा बना रहेगा।
 
मैंने पहले भी कहा था कि इस प्लेटफार्म पर सुधार की जरूरत है। मुख्य सचिवों को तलब करने की बात बिल्कुल सही है, लेकिन इतनी देर से? यह तो कोर्ट की जिम्मेदारी नहीं, इस प्लेटफॉर्म की। हमें इसके लिए जवाबदेह ठहराना चाहिए कि कैसे सभी राज्यों को बताया गया है कि उनके मुखियों पर सुप्रीम कोर्ट की नजरें हैं। यह तो एक बड़ी खामी है। और फिर सुनवाई अगली 3 नवंबर को होगी, अरे यह तो पहले से देर हो रही है, क्या हमारा समय बर्बाद होता है?
 
क्या लगता है इस तरह से राज्य सरकारें आवारा कुत्तों को देखने में इतनी असफल होती जा रही हैं? 🤷‍♂️ अगर सभी राज्यों ने अपनी तैयारी और योजनाओं का खुलासा करने से पहले सुप्रीम कोर्ट से अनुमति नहीं मांगी तो क्या हुआ? 🤔

मेरा कहना है कि अगर राज्य सरकारें आवारा कुत्तों के बारे में जागरूकता फैलाने में सफल नहीं हो रही हैं तो हमें अपनी सामूहिकता और एकजुटता को भी देखना पड़ेगा। 🌟
 
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