मध्यप्रदेश में सिंहस्थ 2028 के लिए लैंड पूलिंग एक्ट को लागू करने की घोषणा हुई, जिसमें किसानों की जमीन पर विकास कार्य किए जाएंगे। इसके तहत अधिग्रहण के बाद विकसित भूमि का 50 प्रतिशत भाग वास्तविक भू-स्वामी को दिया जाएगा।
लेकिन, कुछ किसानों ने इस योजना के समर्थन में अपनी सहमति व्यक्त कर दी है, जिसमें उन्होंने कहा, "हम अपनी जमीन बेचने से नहीं हिचकिचाते। हमें उम्मीद है कि यह योजना हमारे लिए एक अच्छा मौका होगा।"
सिंहस्थ 2028 की योजना को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं, जैसे कि यह योजना वास्तव में किसानों के लाभ के लिए बनाई गई है या नहीं। इसके अलावा, जमीन अधिग्रहण के बाद विकसित भूमि पर नियंत्रण कैसे होगा, यह सवाल अभी तक उत्तर नहीं दिया गया है।
लेकिन, कुछ किसानों ने इस योजना के समर्थन में अपनी सहमति व्यक्त कर दी है, जिसमें उन्होंने कहा, "हम अपनी जमीन बेचने से नहीं हिचकिचाते। हमें उम्मीद है कि यह योजना हमारे लिए एक अच्छा मौका होगा।"
सिंहस्थ 2028 की योजना को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं, जैसे कि यह योजना वास्तव में किसानों के लाभ के लिए बनाई गई है या नहीं। इसके अलावा, जमीन अधिग्रहण के बाद विकसित भूमि पर नियंत्रण कैसे होगा, यह सवाल अभी तक उत्तर नहीं दिया गया है।