शराबी बाइकर की लापरवाह ड्राइविंग बनी कुर्नूल बस हादसे की वजह, पुलिस ने किया खुलासा

कुर्नूल बस हादसे में शराबी बाइकर की लापरवाह ड्राइविंग एक महत्वपूर्ण कारक रही, जिसने 19 यात्रियों की मौत कर दी। घटना के बाद पुलिस ने शिव शंकर और एरी स्वामी को नशे में मिला हुआ देखा, जिन्होंने एक ड्राइंग लाइसेंस वाली मोटरसाइकिल पर सवारी करते समय घटना में अपनी जान गंवाई थी।

बस और मोटरसाइकिल के टकराव से आग लग गई, जिससे 44 यात्रियों में से 19 की मौत हो गई। घटना के दौरान मोटरसाइकिल ने एक अन्य हादसे का शिकार कर लिया, और फिर बस के नीचे घिसटती रही, जिससे आग लग गई।

पुलिस के अनुसार, शिव शंकर और एरी स्वामी नशे में थे, लेकिन पूरी घटना को समझने के लिए फोरेंसिक साक्ष्यों की प्रतीक्षा की गई। यह दोनों व्यक्ति 24 अक्टूबर की रात एक ढाबे पर खाना खाते हुए गए थे, और स्वामी ने शराब पीने की बात स्वीकार की थी।

पेट्रोल पंप पर उनके रुकने का वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें शंकर लापरवाही से दोपहिया वाहन चलाते दिख रहे थे। पेट्रोल पंप से रवाना होने के कुछ मिनट बाद, दोपहिया वाहन फिसल गया, और डिवाइडर से टकराकर शंकर की मौत हो गई।

स्वामी ने अपने पैतृक गांव तुग्गली चला गया, जहाँ उन्हें घटना के बारे में बताया। पुलिस ने स्वामी को लेकर आई और उससे पूछताछ की, जिसमें उसने बताया कि वह घटना के दौरान डर गया था और आग लगने से बचने के लिए बस की ओर चला गया था।
 
क्या हुआ था? यह तो एक बहुत बड़ा हादसा! कुर्नूल बस हादसे में 19 यात्रियों की जान गई, और यह शराबी बाइकर की लापरवाह ड्राइविंग के कारण हुआ। तो देखो, शिव शंकर और एरी स्वामी नशे में थे, और फिर वे एक मोटरसाइकिल पर सवारी करते हुए घटना में अपनी जान गंवाते हैं। यह तो बहुत बड़ा दुर्घटनाग्रस्त है।
 
क्या ये लोग कभी अपने पैरों पर खड़े होकर नहीं रहे? पुलिस को अभ भी सब कुछ पता नहीं चलता, नशीली दवाओं के साथ यह दो लोग कैसे तय करेंगे कि वे बाइक चलाते समय बस के पास खड़े हों और फिर जान गवाएंगे।

क्या मानसिक स्वास्थ्य पर नियंत्रण किसकी जिम्मेदारी है? ये दो लोग चाहते थे नशा करने का, बस खड़ी कर देने की, और फिर अपनी जान गवाने का।

बस की दीवारें इतनी पतली थीं? पेट्रोल पंप से रुकने के कुछ मिनट बाद, वे तो सीधे ही दोपहिया चला गया।
 
यह तो बहुत ही दुखद घटना है 🤕, जिसमें इतने मेहनत करने वाले यात्रियों की जान जा गई। बस और मोटरसाइकिल के टकराव से आग लग गई, और 19 लोगों की मौत हो गई। यह तो बहुत ही दुखद है कि नशीली दवाओं की वजह से लापरवाही की जा रही है।

हमें ऐसे वाहन चलाने के साथ-साथ परिवहन मंत्रालय की सिफारिशों का पालन करना चाहिए। हमें अपने देश को बेहतर बनाने के लिए जागरूक रहना चाहिए और नशीली दवाओं के खिलाफ लड़ना चाहिए। हमें यात्रियों की सुरक्षा के लिए कोई भी व्यवधान नहीं देना चाहिए।

आजादी के बाद हमने बहुत कुछ हासिल किया है, लेकिन नशीली दवाओं की वजह से हमें कई समस्याएं मिल रही हैं। हमें अपने बच्चों को अच्छे शिक्षा प्राप्त करने और सुरक्षित रखने के लिए कोई भी रुकावट नहीं देनी चाहिए।

हमें ऐसे वाहन चलाने की शिक्षा देनी चाहिए, जिससे हम अपने परिवहन मंत्रालय की सिफारिशों का पालन कर सकें।
 
वाह वाह, ये तो बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण घटना है 🤕😔. दोनों पुलिस के अनुसार नशे में थे, लेकिन फिर भी उनकी जान गई। हमें और लोगों की जान बचानी है, ये सुनिश्चित करना है कि ऐसी घटनाओं को न हो। पुलिस को तुरंत वीडियो चालू करना होगा और मोटरसाइकिल चलाते समय लापरवाही कर रहे व्यक्ति पर गंभीर कार्रवाई करनी होगी।
 
क्या बात है! इसी तरह की दुर्घटनाएं हमेशा होती रहती हैं... शिव शंकर और एरी स्वामी जैसे लोगों की नशीली दवाओं की खुराक तो लंबी हो गई, अब उनकी दिमागी स्थिति भी खराब हो गई...

जल्दी से जल्दी ऐसी दुर्घटनाएं नहीं होनी चाहिए। बसों और मोटरसाइकिलों को सुरक्षा उपकरण जैसे कि एचडीवाई फ्यूल कार्ड लगाना चाहिए ताकि आग लगने पर जल्दी से लाल झंडा खेला जा सके।
 
🚨 ऐसा मानना मेरे लिए भी गलत नहीं है कि यह हादसा एक नशीली दवाओं की समस्या से जुड़ा हुआ है। लेकिन इसके अलावा, बस और ड्राइंग लाइसेंस वाली मोटरसाइकिल की टकराव से आग लगने की बात तो कोई अच्छी नहीं है । यह दोनों युवक नशीली दवाओं की समस्या से ग्रस्त थे, लेकिन फिर भी उन्हें अपनी जान खोनी चाहिए नहीं। इस तरह के हादसों से हमें सीखने को बहुत कुछ मिलता है और हमें नशीली दवाओं की समस्या के बारे में जागरूक रहने की जरूरत है।
 
यह तो बहुत दुखद है कि इस हादसे में इतने लोगों की जान गई। शराबी बाइकर की लापरवाह ड्राइविंग ने बहुत बड़ा कारण बना और इससे 19 यात्रियों की मौत हो गई।

हमेशा सोचना चाहिए कि अपनी दिनचर्या में हमारी लापरवाही कैसे दूसरों की जान ले सकती है। और अगर आप नशीली दवाओं का सेवन करते हैं तो फिर भी सावधानी बरतनी चाहिए।

आजकल मोटरसाइकिल चलाते समय हमें बहुत सावधानी बरतनी चाहिए, खासकर जब आप शराब पीते हैं। और अगर आपको कोई समस्या है तो सबसे पहले अपने परिवार के सदस्यों से बात कर लें।

मुझे लगता है कि हमें अपने समाज में नशीली दवाओं के विषय पर जागरूकता फैलाने की जरूरत है। ताकि लोग जानबूझकर शराब और नशीली दवाएं न लें।

किसी भी दुर्घटना को रोकने के लिए हमें सावधानी बरतनी चाहिए।
 
ये तो बस हादसा हुआ, 19 लोग मर गए, फिर भी पुलिस नशीली दवाओं के बारे में बात नहीं करती, बस और ट्रैकर के बीच टकराव से आग लग गई, ऐसे में कहीं यात्रियों का मोबाइल फोन फेल नहीं हुआ? यह तो दुर्भाग्यपूर्ण घटना है, लेकिन पुलिस पर सबकुछ छुपाने की बात कर रही है... 🚗😒
 
क्या यह हुआ चाहिए था, न जाने क्या गलत में था 🤔। इतनी जानें जा रही हैं बस और मोटरसाइकिल के टकराव से आग लग गई, लेकिन फिर भी याद रखना चाहिए कि हमारी जिंदगी किसी भी समय चली जा सकती है और हमें कभी भी खुद को बीमारी में नहीं रखा जाना चाहिए।

इस दुर्घटना से सबसे ज्यादा प्रभावित हुए यात्रियों के परिवारों पर पड़ रहा है, और हमें उनके लिए शांति और संतोष की कामना करनी चाहिए।

शायद मोटरसाइकिल की दौड़ में ज्यादा ध्यान नहीं दिया गया, और नशीली दवाओं का इस्तेमाल करने वालों को हमेशा सावधान रहना चाहिए।
 
यह तो बहुत बड़ा हादसा हुआ, bus aur bike mein kuch galat hai. yah toh sharab ki wajah se hai, wo do log nashak the. police keh rahe hain, par main sochta hu iske peeche koi badi cheez hai jiski wajah se yeh hua. agar wo do log theek the, toh bus aur bike mein toh koi galat nahin hota. bas usko nashak hone ka matlab yah hi tha ki voh log aage chalne ke liye nahi theek the 🤦‍♂️💔
 
अरे ये तो बहुत ही दुखद घटना है 🤕, 19 यात्रियों की जान गंवाई गई। और यह भी बुरा है कि इन दोनों ने शराब पीकर अपनी जान खो दी थी। लेकिन फिर भी, मुझे लगता है कि पुलिस को इस घटना का पूरा रहस्य समझने के लिए और अधिक शोध करना चाहिए। क्या नशे में ड्राइविंग कानूनों को कड़ा किया जा सकता है? और क्या हमारे देश में नशे की समस्या को ठीक से समझा जा रहा है? ये सवाल मुझे बहुत परेशान करते हैं
 
अगर ऐसा हुआ तो क्या अच्छा होगा अगर हम सभी जिम्मेदारी से चलते होंगे 🤦‍♂️, चाहे वह दोपहिया वाहन हो या मोटरसाइकिल।
 
ਇਹ ਘਟਨਾ ਤੋਂ ਬਾਅਦ ਲੱਗੀ ਰਸਮ ਕੀਤੀ ਜਾਵੇਗੀ, लੈਡੀ ਐਂਡ ਮेन ਨਹੀਂ। ਇਸ ਘਟਨਾ ਦੀਆਂ ਚੰਗੀਆਂ ਫੋਰੈਨਜ਼ਿਕ ਅਨਲਾਈਟਜ਼ ਮਿਲੀਆਂ ਹਨ, ਇਸ ਤੋਂ ਪਤਾ ਚਲਦਾ ਹੈ ਕਿ ਦੋਵੇਂ ਮਰੇ ਹੋਏ ਅਜਿਹੇ ਮਾਹੌਲ ਵਿੱਚ ਸਨ ਜਿਥੇ ਕੋਈ ਗਿਆਨ ਤੋਂ ਬਿਨਾ ਉਹ ਦੋਵੇਂ ਭੁੱਲ ਗਏ।
 
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