मुझे लगता है की ये सीर फेज टू नामांकन फॉर्म वितरित करने से पहले हमारे देश के बहुत से लोगों को चिंता हो रही है। मैं तो समझता हूँ कि इससे मतदाताओं की संख्या बढ़ जाएगी, लेकिन फिर भी यह सवाल उठता है की क्या ये वोट डालने में कोई बदलाव करेगा। मेरा मानना है की अगर हमारे देश के बहुत से मतदाता ये फॉर्म पाने में असमर्थ होंगे, तो इससे वोट डालने का कोई जरूरी बदलाव नहीं आयेगा। इसके अलावा, यह भी सवाल उठता है की हमारे देश में मतदाताओं की सूची पुरानी हो गई है, और अब तक की कुछ ऐसी गलतियों से इससे निपटने का समय आ गया है।