शासन ने 14 नवंबर को शहीद गाम में हुए विस्फोट के बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस की ओर से एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया है। इस समिति में कश्मीर जोन के पुलिस इंस्पेक्टर जनरल, श्रीनगर के डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट और सेंट्रल फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी के सीनियर साइंटिस्ट भी शामिल हैं। इस समिति का मुख्य उद्देश्य यह जांच करना है कि घटना में कौन सी गतिविधि शामिल थी, और अगर इसमें कोई कमी रही है तो उसे पहचानना।
इस विस्फोट में शहीद हुए लोगों के परिवारों ने जांच शुरू करने का आग्रह किया था। इसी बीच, जम्मू-कश्मीर पुलिस ने सोशल मीडिया पर चल रही खबरों पर कहा है कि कई पोस्ट अंदाजे पर आधारित हैं और जनता को गुमराह कर रही हैं। लोगों से कहा गया है कि वे सिर्फ सत्यापित आधिकारिक सोर्स पर ही भरोसा करें और घटना के बारे में बिना सत्यापित सोशल मीडिया पर भ्रम न फैलाएं।
इस विस्फोट में शहीद हुए लोगों के परिवारों ने जांच शुरू करने का आग्रह किया था। इसी बीच, जम्मू-कश्मीर पुलिस ने सोशल मीडिया पर चल रही खबरों पर कहा है कि कई पोस्ट अंदाजे पर आधारित हैं और जनता को गुमराह कर रही हैं। लोगों से कहा गया है कि वे सिर्फ सत्यापित आधिकारिक सोर्स पर ही भरोसा करें और घटना के बारे में बिना सत्यापित सोशल मीडिया पर भ्रम न फैलाएं।