मुझे यह तो बहुत अजीब लगा कि जिन देशों में सरकार और निजी क्षेत्र एक हैं वहां भी इतनी भ्रष्टाचार की बात करते हैं। चाहे वह अमेरिका, यूरोप या भारत हो, हर जगह हमें इसी सामान्य दुष्चक्र को देखना पड़ता है। 
अगर मैं सच कहूँ तो मुझे लगता है कि हमारी सरकार ने अपने लोगों के लिए बहुत कुछ कर चुकी है, जैसे कि स्वास्थ्य सेवाएं, शिक्षा, और सुरक्षा। लेकिन फिर भी, इतनी भ्रष्टाचार कैसे बढ़ सकती है? यह हमारी सरकार को सुधारने में मदद करेगा या नहीं, यह एक जटिल सवाल है।
मेरी राय में अगर हम अपने देश को बेहतर बनाना चाहते हैं तो हमें सबसे पहले अपने आप को बदलना होगा। हमें अपने देश के लिए और अपने समाज के लिए जिम्मेदार बनना होगा। फिर हम ही इस भ्रष्टाचार से निपटने के लिए कदम उठा सकते हैं।
				
			अगर मैं सच कहूँ तो मुझे लगता है कि हमारी सरकार ने अपने लोगों के लिए बहुत कुछ कर चुकी है, जैसे कि स्वास्थ्य सेवाएं, शिक्षा, और सुरक्षा। लेकिन फिर भी, इतनी भ्रष्टाचार कैसे बढ़ सकती है? यह हमारी सरकार को सुधारने में मदद करेगा या नहीं, यह एक जटिल सवाल है।
मेरी राय में अगर हम अपने देश को बेहतर बनाना चाहते हैं तो हमें सबसे पहले अपने आप को बदलना होगा। हमें अपने देश के लिए और अपने समाज के लिए जिम्मेदार बनना होगा। फिर हम ही इस भ्रष्टाचार से निपटने के लिए कदम उठा सकते हैं।