तेजस्वी देंगे महिलाओं को 30 हजार, क्या पलट जाएगी सरकार: 2020 में NDA से सिर्फ 0.03% पीछे था महागठबंधन, 9 राज्यों में हो चुका है खेला - Bihar News

बिहार में तेजस्वी ने दो बड़े ऐलान किए। पहला यह कि ‘माई बहन योजना’ के तहत हर साल 14 जनवरी को महिलाओं के खाते में एकमुश्त 30 हजार रुपए डाले जाएंगे। इस प्रकार 5 साल में कुल 1.5 लाख रुपए। दूसरा यह कि चीफ मोबलाइजर जीविका दीदी को परमानेंट करने और हर महीने 31 हजार रुपए देने का वादा किया गया।
 
बिल्कुल सही, तेजस्वी के नेतृत्व में बिहार सरकार ने अपनी पहली पंचायत चुनावों में बड़ा ऐलान किया है। जैसे ही पंचायत चुनावों की घोषणा की गई, यह एक अच्छा संकेत था कि उन्होंने अपनी व्यवस्था ठीक कर ली है और अब सरकार में स्थिरता देखी जा सकती है। लेकिन क्या यह योजनाएं वास्तव में महिलाओं के लिए फायदेमंद होंगी? तेजस्वी ने कहा है कि ये राशियां गरीब और बेरोजगार महिलाओं को दी जाएंगी, लेकिन यह देखभाल एक स्थायी समाधान नहीं होगी।
 
तेजस्वी जी ने बिहार के लोगों को खुश कर दिया है। माई बहन योजना से महिलाओं को ज्यादा पैसा मिलना ही अच्छी बात है, लेकिन उम्मीदें ऊंची होनी चाहिए। 30 हजार रुपए एकमुश्त नहीं देना तो अच्छा लग सकता है... न कि हर साल एक बार, तो फिर महिलाओं के खाते में यह पैसा कहीं और भी जमा हो जाएगा।
 
तेजस्वी ने तो दूसरी बार से अच्छा ऐलान किया है 🤩। माई बहन योजना का यह फैसला महिलाओं के लिए बहुत फायदेमंद है, विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में जहां महिलाएं अक्सर आर्थिक रूप से पीछे रहती हैं। 30 हजार रुपए एकमुश्त हर साल एक बड़ा बदलाव है और इस तरह 5 साल में उनका आय का फैसला होना ही निश्चित है। चीफ मोबलाइजर जीविका दीदी को परमानेंट करने का वादा भी बहुत अच्छा है, वह अपने काम पर लगना और कमाई करने का एक नया संदेश लेकर आई है। तेजस्वी बिहार के नौजवानों को प्रेरित कर रहे हैं और उन्हें सपनों को सच बनाने का मौका देने वाले हैं।
 
मुझे लगता है कि तेजस्वी से यह ऐलान थोड़ा बहुत ही बढ़िया नहीं लग रहा है। क्योंकि पहले से भी महिलाओं को माई बहन योजना में राशि मिलने की उम्मीद थी, और अब वे हर साल एक ही समय पर 30 हजार रुपए पाएंगे, इसका मतलब यह नहीं होगा कि कोई भी महिला इस योजना को लाभान्वित कर सकेगी। और चीफ मोबलाइजर जीविका दीदी के साथ परमानेंट करने का वादा? यह तो बहुत ही खतरनाक होगा, अगर कोई ऐसी लड़की है जो अभी भी अपनी जिंदगी को सुधारने की सोच रही है, तो अब उनके लिए यह एक बड़ा जोखिम होगा।
 
तेजस्वी ने बिहार में बहुत बड़ा ऐलान किया है 🤩। पहले उसने बताया कि माई बहन योजना में महिलाओं को हर साल 14 जनवरी को खाते में एकमुश्त 30 हजार रुपए डाले जाएंगे। यह बहुत अच्छा है न? तीन साल बाद पहले नौकरी करने वाली लड़कियों को इस पैसे से बच्चे उगाने में मदद मिलेगी। लेकिन फिर उसने जीविका दीदी को परमानेंट करने और हर महीने 31 हजार रुपए देने का वादा भी किया है। यह बहुत अच्छी बात है न? तेजस्वी का यह फैसला महिलाओं के लिए बहुत फायदेमंद होगा।
 
तेजस्वी ने फिर से अपना हाथ फेर लिया है 😂। मैंने तो उम्मीद की थी कि वे पुरानी मुश्किलों पर ध्यान देंगे, लेकिन लगता है वे खुद को फिर से मुसीबत में डाल रहे हैं। 5 साल में एकलौती 1.5 लाख रुपए? यह तो निश्चित रूप से पार्टी के लिए पैसा उधार लेने जैसा है 🤦‍♂️। और चीफ मोबलाइजर जीविका दीदी को परमानेंट करने का वादा? यह तो बात सुनकर मजाक ही लगता है। उन्हें पहले अपनी पार्टी की समस्याओं पर ध्यान देना चाहिए, फिर हमारी समस्याएं हल करना चाहिए। तेजस्वी, तुमने फिर से अपनी पार्टी को एक बार फिर मुश्किल में डाल दिया है 😤
 
तेजस्वी ने बिहार में बहुत ही अच्छी खबरें दीं। मुझे लगता है कि ‘माई बहन योजना’ से महिलाओं को अपना स्थान बनाने में मदद मिलेगी। इससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। लेकिन, यह भी देखنا चाहिए कि योजना कैसे लागू होगी और कैसे महिलाएं इसका फायदा उठा सकेंगी। इसके अलावा, जीविका दीदी को परमानेंट करने और उनकी जिंदगी में स्थिरता लाने का यह वादा बहुत ही अच्छा है। लेकिन, हमें आशा रखनी चाहिए कि ये सभी प्रयासों से बिहार की महिलाओं की जिंदगी में परिवर्तन आ सकेगा।
 
बिहार में तेजस्वी ने कुछ अच्छी बातें कही है 😊। यह सोच लेते हैं कि उनकी 'माई बहन योजना' में महिलाओं को हर साल 30 हजार रुपए मिलेगा, वह तो एक अच्छी बात है। लेकिन इसके पीछे भी कुछ सवाल उठते हैं। जैसे कि यह कैसे संभव होगा कि हर साल 1.5 लाख रुपए तेजस्वी सरकार दे सकेगी। और इसके नुकसान कौन साबिताएगा।

और चीफ मोबलाइजर जीविका दीदी को परमानेंट करने का वादा भी एक अच्छा है। लेकिन यह तो जरूरी नहीं है कि उसकी जिंदगी सुधरेगी। हमें उम्मीद होनी चाहिए, लेकिन वास्तविकता भी देखनी चाहिए।
 
😊 तेजस्वी ने बिहार में महिलाओं के लिए बहुत बड़ी योजनाएँ बनाई हैं! 'माई बहन' से प्रत्येक साल 14 जनवरी को महिलाओं के खाते में एकमुश्त 30 हजार रुपए डाले जाएंगे। यह बहुत अच्छा निर्णय है और महिलाओं को आर्थिक स्वतंत्रता देगा। और जीविका दीदी को परमानेंट करने का वादा तो ये बिहार में कुछ ऐसा है जिसने हमेशा से सरकार को प्रेरित किया था! 😊 अब उनकी बात मानने के लिए समय है। यह देखकर मन मोहक लग रहा है कि तेजस्वी क्या हासिल कर सकते हैं और कितना बदलाव लाने जा सकते हैं।
 
तेजस्वी के ये ऐलान बहुत अच्छे हैं! 🤩 माई बहन योजना से महिलाओं को आर्थिक सहयोग मिलेगा, जिससे उनकी जिंदगी में सुधार हो सकता है। तेजस्वी ने यह भी अच्छा विचार दिया है चीफ मोबलाइजर जीविका दीदी को परमानेंट करने, इससे उन्हें अपनी जिंदगी में स्थिरता मिलेगी। #माईबहनयोजना #जीविकादीदीकोपरमानेंट #महिलाओंकेअर्थिकसहयोग
 
तेजस्वी जी के ऐलान से पहले तो बहुत उत्साह में भर गया था, लेकिन फिर सोचते हुए भी बोला जा रहा है... 'माई बहन योजना' का नाम तो अच्छा लगता है, लेकिन यह देखकर चिंतित हूँ कि इससे कैसे हमारी अर्थव्यवस्था संबंधित बाजारों पर प्रभाव पड़ेगा। और जीविका दीदी की पेशकश, वह तो एक अच्छी कोशिश है, लेकिन यह पूरी तरह से कानूनी संरचित नहीं होने पर भी खतरनाक भी हो सकती है।
 
तेजस्वी सी ने बिहार में बहुत ही अच्छा ऐलान किया है 🤩। 'माई बहन योजना' जैसे नाम से लगता है कि यह महिलाओं के लिए ही नहीं बल्कि समाज के बेटियों के लिए है। 14 जनवरी को हर साल महिलाओं के खाते में 30 हजार रुपए डाले जाएंगे, तो यह एक बहुत बड़ा पैसा है और निश्चित रूप से उनकी जिंदगी बदलेगी। लेकिन चीफ मोबलाइजर जीविका दीदी के लिए परमानेंट करने और हर महीने 31 हजार रुपए देने का वादा, यह एक अच्छा निर्णय है। उम्मीद है कि ये योजनाएं बिहार में बहुत ही सफल होंगी।
 
तेजस्वी से बिहार के लोग खुश होंगे। महिलाओं को पैसे मिलने से अच्छा खासा विकल्प नहीं है? 30 हजार रुपए एकमुश्त और हर साल कुल 1.5 लाख। यह तो बहुत ही कम है। लेकिन जीविका दीदी को परमानेंट करने का वादा तो अच्छा है... ज्यादातर पुरुषों के लिए नौकरी बनाना मुश्किल होती है, लेकिन यह अच्छा संदेश देता है।
 
तेजस्वी ने बिहार में कुछ ऐसा ही अच्छा ऐलान किया है जो हमारी पूरे समाज के लिए अच्छा संदेश देता है। महिलाओं के खाते में हर साल 30 हजार रुपए डालना एकदम अच्छा है, यह जरूर सोचा जाना चाहिए कि इससे न केवल महिलाएं बल्कि पूरी परिवारों की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। और जीविका दीदी को परमानेंट करने और हर महीने 31 हजार रुपए देना एकदम अच्छा वादा है। यही नहीं, तेजस्वी ने अपने सरकार के पास हमेशा से चांगले ऐलानों की बात की थी, इसीलिए यह बिल्कुल सही लग रहा है कि उन्होंने ऐसे ही कुछ और भी ऐलान किया है।
 
तेजस्वी ने खूब सारी अच्छाई बातें की हैं पर मुझे लगता है कि यह सब सिर्फ चुनाव में फायदा दिखाने की कोशिश है। और तो ज्यादा। क्या वास्तव में ऐसा कुछ बदलने की कोशिश कर रहे हैं या नहीं। ‘माई बहन योजना’ से महिलाओं को पैसे देने से पहले उनकी आर्थिक स्थिति क्या है, इसकी जांच की जानी चाहिए। और जीविका दीदी को परमानेंट करने का वादा भी मुझे थोड़ा अजीब लगता है।
 
तेजस्वी साब के ऐलानों से तो मुझे ये लगा कि अब बिहार में महिलाओं के लिए अच्छे नियम बनाए गए हैं 🙌। पहला ऐलान ‘माई बहन योजना’ की बात कर रहा है, जिसमें हर साल 14 जनवरी को महिलाओं के खाते में एकमुश्त 30 हजार रुपए डाले जाएंगे। यह तो बहुत अच्छा निकालta hain, अब महिलाओं को भी अपना दिनचर्या बनाने का मौकa milta hai. और चीफ मोबलाइजर जीविका दीदी को परमानेंट करने का ऐलान तो बिलकुल सही hain, अब उन्हें निश्चित वेतanamil milta hai.
 
तेजस्वी से मैं थोड़ा निराश 🤔 हूँ। यह सुनकर लगता है कि सरकार को अभी भी बहुत कुछ करना है। मैं तो सोचता था कि योजनाओं से सब अच्छा होगा, लेकिन यह सुनकर लगता है कि एक हाथ से दूसरा हाथ भरने की बात भी कही जा रही है। और जीविका दीदी को परमानेंट करने का वादा तो बहुत अच्छा लगता है, लेकिन इससे पहले तक यह कैसे होगा, मुझे पता नहीं है।

मैं सिर्फ इतना कह सकता हूँ कि अगर ये वादे पूरे किये जाएंगे, तो मेरी राय में सब अच्छा होगा। लेकिन अगर बाकी सारी सरकारी योजनाओं जैसे ही, तो मैं थोड़ा Optimist nahin 🤷‍♂️ हूँ।
 
तेजस्वी ने बिहार में दो बड़े ऐलान किए जो हमेशा से ही दिल को छू गएंगे। पहला, महिलाओं को 14 जनवरी को एकमुश्त 30 हजार रुपए मिल जाएंगे, इससे बहुत सारी दूरदराज की महिलाएं अपनी जिंदगी को बेहतर बना पाएंगी। यह तेजस्वी की सरकार की बेहतरी है कि वे ऐसे ऐलान कर रहे हैं।

दूसरा, चीफ मोबलाइज़र जीविका दीदी को परमानेंट करने और हर महीने 31 हजार रुपए देने का वादा किया गया। इससे सड़क पर जीवन बिताती जीविका दीदी को भी अपनी जिंदगी को सुरक्षित बनाने में मदद मिलेगी। यह बहुत अच्छा ऐलान है, और मुझे उम्मीद है कि इससे बिहार की महिलाओं की जिंदगी में फेरबदल आएगा।
 
Back
Top