तमिलनाडु में फर्जी इरिडियम की डीलिंग में 27 लोग गिरफ्तार:करोड़ों का लेन देन कर रहे थे; CB-CID ने कस्टमर बनकर पकड़ा

करोड़ों का लेन देन: तमिलनाडु पुलिस ने 27 लोगों को गिरफ्तार किया, जिनमें खाली रिजर्व बैंक (RBI) डॉक्यूमेंट और फर्जी ईमेल खाते हुए शामिल थे।

तमिलनाडु पुलिस ने 23-24 अक्टूबर को रेड किया था। अब तक, यह धंधा तमिलनाडु के 15 जिलों में फैला हुआ है। पुलिस की जांच में सामने आया है कि लोगों से '1 लाख दो, 1 करोड़ पाओ' या 'इरिडियम बेचकर विदेश से करोड़ों मिलेंगे' जैसे दावे कर ठगी करते थे।

पुलिस ने बताया कि आरोपी लोगों से आम लोगों को यह कहकर फंसाया कि RBI इस धातु की बिक्री की मंजूरी देता है। इसके लिए नकली रिजर्व बैंक दस्तावेज तैयार किए गए और फर्जी ईमेल खातों से संपर्क किया।

इससे पूरा उनकी बातें असली जैसी लगीं। मामले में कई गैंग ने रजिस्ट्रेशन रहित ट्रस्ट बनाकर करोड़ों रुपए वसूले।

इनमें मुख्य आरोपी कंबम चंद्रन, पेरुमनल्लूर रानी, मुसिरी युवराज, वरुसनाडू पल्लानीअम्मल और नागपट्टिनम राजासिवम शामिल हैं। पहले 12 सितंबर को हुई पहली कार्रवाई में पुलिस ने 30 अन्य लोगों को गिरफ्तार कर चुकी थी।

अब सभी गिरफ्तार आरोपी न्यायिक हिरासत में भेज गए हैं। तमिलनाडु पुलिस ने लोगों से ऐसे किसी भी लालच में न आने की चेतावनी दी है और साइबर या क्राइम ब्रांच को तुरंत रिपोर्ट करने को कहा है।
 
ਬੁਰਾ ਅਜਿਹਾ ਕੀਤਾ ਗਿਆ, ਇਸ ਨਾਲ ਪਹਿਲਾਂ ਦੀਆਂ ਮਥਿਆਂ ਵੀ ਜ਼ਬਰਦਸਤ ਹੋ ਗਈਆਂ हਨ। ਅਜਿਹੇ ਪੁਲਿਸ਼ ਕੈਸਾਂ ਦੀ ਪੜਤਾਲ ਵੀ ਕਰਨੀ ਚਾਹੀਦੀ। ਅਗਲੇ ਦਿਨ ਵੱਡੇ ਆਉਣ ਵਾਲਿਆਂ ਤੋਂ ਪਹਿਲਾਂ ਮੁੜ ਇਸ ਗੱਲ 'ਤੇ ਧਿਆਨ ਦੇਣਾ ਚਾਹੀਦਾ ਕਿ ਪਹਿਲਾਂ ਵੀ ਇਸ ਤਰ੍ਹਾਂ ਦੇ ਡਾਨਜ਼ਰ ਖਲਾਸ਼ੇ ਆਏ ਹਨ।
 
ਮੈਂ ਕਦੇ ਵੀ ਨਾ ਸੁਣਿਆ ਹੈ ਕਿ ਕੋਈ ਘੱਟ ਭੀ ਪੈਸੇ ਖ਼ੁਰਾਕ ਦੇ ਜਾਂਦਾ ਨਹੀਂ ਤਾਂ, ਇਹ ਗੰਢ-ਬੋਲ ਮੌਡੀ ਠੱਗੀ ਬਣ ਕੇ। ਪੁਲਿਸ ਨੇ ਇਸ ਡਰੈਕ ਵਿੱਚ 27 ਦਾਅਦਾਂ ਨਹੀਂ ਛੱਡੇ, ਸਾਰੇ ਗੰਢ-ਬੋਲ ਪੈਸੇ ਤੋਂ ਲੈ ਕੇ ਉਸ ਵਿੱਚ ਡਿਟਲ ਹੀਰੇ ਦੀ ਖ਼ਾਲੀ ਜਾਚ ਤੱਕ।
 
अरे वाह! यह तो बहुत बड़ी ठगी की बात है 🤯। मैंने भी ऐसी कई बार सुनाई दी है, लेकिन अब तो पुलिस ने पहले भी कुछ लोगों को पकड़ लिया था, अब यह जानकारी अच्छी है। लालच में आ सकते हैं ना, लेकिन हमें सावधान रहना चाहिए और कभी भी ऐसे लोगों से नहीं बातना चाहिए जो कुछ ठगने का इरादा रखते हैं। 👮‍♂️

मुझे लगता है कि पुलिस ने बहुत अच्छी तरह से जांच की है और आरोपियों को पकड़ने में सफल रही। इसके लिए उन्हें बधाई देनी चाहिए। 👏 और यह भी सच है कि हमें अपने आसपास की लोगों से सावधान रहना चाहिए और कभी भी ऐसे लालच में नहीं पड़ना चाहिए जो हमारे परिवार और समाज को नुकसान पहुंचाए। 🙏
 
इस तरह की ठगी कैसे बढ़ गई? देश में सार्वजनिक प्रतिष्ठा भी नष्ट होती जा रही है 🤔। ये लोग किसी भी तरह से रिच फेल डोंग बनाने का तरीका ढूंढते हैं और आम आदमी को मोहित करते हैं। यह सब ठगी है, पूरी तो झूठी बातें बोलकर लोगों को अपना नाम लेकर दिखाई देता है। इस तरह की चाल अक्सर ऐसे लोगों से शुरू होती है जो कभी भी सफल नहीं हुए, बस नशे में रहते और दूसरों पर भरोसा करते हैं। 🚫
 
इन आरोपियों ने तमिलनाडु में अपने लालच का फायदा उठाने की कोशिश की, लेकिन अब उन्हें सजा का सामना करना पड़ेगा। मुझे यकीन है कई लोग ऐसे हैं जो इन धोखाधड़ी के बारे में जानते होंगे, और फिर भी वे अपने बच्चों को ऐसी चीजें नहीं सिखाते।

मेरा सोचना है कि पुलिस ने अच्छा काम किया है, लेकिन अब यह देखना दिलचस्प होगा कि लोग इन आरोपियों की सजा में भाग लेंगे या नहीं। और फिर भी, हमें अपने बच्चों को ऐसे लालच की सीख देनी चाहिए, जिससे वे खुद अच्छे निर्णय लें।
 
नमस्ते दोस्तों! 🤔 मुझे लगता है कि यह धंधा बहुत बड़ा था और लोगों को बहुत पैसे से ठगा गया। इन लोगों ने जिस तरह से लोगों को फंसाया, वह बहुत ही चतुराई से किया गया था। RBI दस्तावेज और फर्जी ईमेल खाते से उन्हें अपनी बातें ठीक से असली जैसी लगने देने में सफल रहे।

यह धंधा इतना बड़ा हुआ कि 15 जिलों में फैल गया और कई गैंग ने इसमें शामिल होने का मौका लिया। यह बहुत ही खतरनाक है कि लोग ऐसे विदेशी पैसे के लालच में पड़ जाएं।

उम्मीद है, अब लोगों को इस बारे में सावधानी बरतनी चाहिए और किसी भी तरह की घोटाले में नहीं पड़ना चाहिए। हमें अपने पैसे की सुरक्षा के लिए हमेशा सावधान रहना चाहिए। 💸
 
अरे वाह, यह तमिलनाडु पुलिस की जासूसी की तरह हुई है, तो मुझे लगता है कि लोगों को इस तरह से धोखा देने के लिए बहुत मेहनत करनी पड़ी होगी। 1 करोड़ तक की जिस्म देकर भी लोग ठगे गए, तो यह सचमुच अजीब है। कंबल चंद्रन और उसके साथियों को गिरफ्तार किया गया, लेकिन मुझे लगता है कि पुलिस ने पहले से ही सब कुछ पकड़ लिया होगा।
 
क्या ये लोग सचमुच पुलिस जैसे पास आए थे? 1 करोड़ देने की बात तो एकदम झूठी लगती है, क्योंकि आरबीआई ने कभी भी ऐसी घोषणा नहीं की है। और क्या ये लोग वास्तव में रेड करते थे? सोशल मीडिया पर जो चीजें दिखाई देती हैं उनमें कितनी सच्चाई है?
 
यह धंधा बहुत बड़ा हुआ है, अब यह 15 जिलों में फैल गया है... मेरी सोच है कि अगर बच्चे यह पढ़ लेते तो क्या करेंगे? ये दोस्ताना लोग अपने बच्चों को ठगने की कोशिश कर रहे थे। जैसे कि RBI की दस्तावेज और ईमेल खाते बनाकर किसी से पैसे मांगने की बात... यह तो बहुत बड़ा धोखा है 🤦‍♂️

मैं सोचता हूँ कि इन लोगों को पकड़ने में कितनी मुश्किल हुई, अगर नहीं पकड़ दिया जाता तो ये धंधा बिल्कुल फैल गया होता। अब जब सभी गिरफ्तार आरोपी न्यायिक हिरासत में भेज गए हैं तो यह अच्छी बात है... लेकिन हमें अपने बच्चों को ऐसे लोगों से बचाना चाहिए, जो उन्हें ठगने की कोशिश करते हैं...
 
यह तो एक बहुत बड़ा मामला है 🤯। लोगों को इतनी आसानी से ठगा जा रहा है, और पुलिस भी अक्सर इन दुष्चक्र का शिकार होती है। यह हमें सोचने पर मजबूर करता है कि हम अपने आसपास के लोगों को कितनी अच्छी तरह से जानते हैं और क्या हम उन्हें खतरे में डालने वाले लोगों से दूर रहते हैं।

अरे, ये तो एक बड़ा सवाल है कि क्या हम अपने आसपास की सच्चाई को पहचान पाते हैं? या हम उसे खुद से भूल जाते हैं और लोगों की बातों में फंस जाते हैं? यह तो एक गहरी सवाल है, जिसके जवाब मिल नहीं सकते।
 
क्या लगता है कि यह जैसा हुआ था? पूरा धंधा लोगों की आसानी से ठगने का। आरोपियों ने बुद्धिमत्ता से गुमनाम रहते भी इतने पैसे उगाड़ लिए। मुझे लगता है कि उन्हें क्राइम जांच एजेंसी को शिकायत करनी चाहिए, अगर वे सही रास्ते पर चलना चाहते हैं।
 
अरे दोस्तों की बात... ये लोग तो क्या बोल रहे थे... करोड़ों में पैसे मिलेंगे, एक लाख दो, एक करोड़ पाओ... और RBI दस्तावेज तैयार करके फंसाने का तरीका... यह गैंग्स तो कितनी बुद्धिमान हैं? 🤣

मुझे लगता है कि ये लोग तो सिर्फ अपने पैसे कमाने के लिए ऐसा कर रहे थे, और आम लोगों को फंसाने के लिए नकली जानकारी दे रहे थे।

और यह बात है... कई गैंग्स ने रजिस्ट्रेशन रहित ट्रस्ट बनाकर लोगों से पैसे वसूले... ये तो बहुत ही गलत है, और पुलिस को उनका ध्यान रखना चाहिए।
 
अरे, यह तो लगता है कि लोगों को अपने पैसे फेंकने में मजा आता है 🤑। आरोपियों ने लोगों से इतनी बड़ी लालच कराई, जैसे अगर उन्हें विदेश से 1 करोड़ रुपये मिलेंगे। और इसके लिए नकली दस्तावेज तैयार किए गए। यह तो ठगने का सबसे आसान तरीका है 🤦‍♂️। लोगों ने इतनी चपलता से अपना पैसा फेंक दिया, जैसे उन्हें पता था कि ये एक अच्छा व्यवसाय है। लेकिन अब सब ठीक है, सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और लोगों को साइबर या क्राइम ब्रांच से संपर्क करने की चेतावनी दी गई है।
 
यह गड़बड़ी क्या हुआ? पुलिस के मुताबिक, लोगों से ऐसी बातें करते हुए थे जैसे विदेश से करोड़ों मिलेंगे, लेकिन वास्तविकता यह है कि वह ठगते हैं और करोड़ों का लेन देन करते हैं। और पुलिस तो इतनी मुश्किल से उनका ट्रैक करती है कि अब तक 15 जिलों में फैल गया है। कंबम चंद्रन, पेरुमनल्लूर रानी, और अन्य आरोपियों ने लोगों को धोखा देने के लिए नकली दस्तावेज और ईमेल खाते बनाए। यह तो एक बहुत बड़ी चाल है और पुलिस को शुक्रिया करना चाहिए कि उन्होंने इसे पकड़ लिया।
 
अरे, यह तो बहुत बड़ा धंधा है जो हुआ है! पुलिस ने 27 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है और फिर से ये लोग क्या बातें करते थे? खाली रिजर्व बैंक डॉक्यूमेंट और फर्जी ईमेल खाते की बात करके लोगों को ठग रहे थे। यह बहुत खतरनाक है और पुलिस ने सही करना है।

मुझे लगता है कि ये लोग हमारे देश में भी ऐसे धंधे चला रहे थे, जानबूझकर लोगों को भ्रमित करके उनका पैसा चुराते हैं। यह बहुत बड़ा अपराध है और इसके लिए सजा मिलनी चाहिए।

मैं समझता हूँ कि साइबर क्राइम बहुत ज्यादा बढ़ गया है, इसलिए हमें अपनी निगरानी रखनी चाहिए और सुरक्षित रहने की कोशिश करनी चाहिए। पुलिस को जरूर सहायता मिले ताकि हमारे देश में ऐसे धंधों को रोका जा सके।
 
ये तमिलनाडु की खामियों को भारी साबित कर रहा है, लोग जितना भी लालच में पड़ते हैं वो अपना पैसा खोने का हिस्सा बन जाते हैं 🤦‍♂️। आरोपियों ने इतना बोलकर लोगों को ठगने की कोशिश की थी, ताकि वो उनका पैसा चुरान सकें।

क्या हमें अपने देश में ऐसे घोटालों से न रोकने का तरीका ढूंढते हैं? हमारी पुलिस और जांच एजेंसियां तो ऐसे लोगों को पकड़कर सजा दिलानी चाहिए।

और ये सबसे बड़ा मुद्दा है कि आरोपियों ने अपने गैंग को लेकर रजिस्ट्रेशन रहित ट्रस्ट बनाकर लोगों से पैसे वसूलने का दावा किया। यह जानकर कुछ भी नहीं होना चाहिए, जब तक हम अपने पैसे संभालते हैं तब तक जिम्मेदारी की बात करना आसान है।

अब जब सभी गिरफ्तार आरोपी न्यायिक हिरासत में हैं, तो लोगों को फिर से सावधान रहना चाहिए। हमें अपने पैसे सुरक्षित रखने के तरीके ढूंढने चाहिए और ऐसे घोटालों से न रोखें।
 
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