TOP News: दिल्ली बम धमाके का बांग्लादेश कनेक्शन; बिहार में सरकार गठन का फॉर्मूला तय; शेख हसीना पर फैसला आज

दिल्ली में हुए बम धमाके से जुड़े खुलासे तय, इस बात का सबूत पाकिस्तान ने दिया है। अमर उजाला के अनुसार, यह धमाका ढाका के निजामी मोहस्सन बाग में हुआ था, जहां कई लोगों की मौत हो गई। पुलिस की जांच में पता चला है कि हमले की योजना बांग्लादेश से की गई थी।

बिहार में सरकार गठन का फॉर्मूला तय हुआ है। विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद, राजनीतिक दलों ने एक समझौते पर पहुंच लिया है, जिसके तहत नीतीश कुमार की भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और जस्लीम प्रसाद यादव की राष्ट्रीय जनता दल संयुक्त पार्टी (राजद) को सरकार गठन में सहयोग करने का निर्णय लिया है।

उत्तर से पूर्व तक ठंड के तेवर तीखे होते नजर आ रहे हैं। कश्मीर-हिमाचल के कई हिस्सों में पारा माइनस में पहुंच गय है। वहीं पड़ोसी देश बांग्लादेश में आज पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना पर सुप्रीम कोर्ट फैसला सुनाएगा।

इस घटना के बाद से, बांग्लादेश में धमाके, आगजनी और हिंसक झड़पें देखी गई हैं। सुरक्षाबलों ने हमलावरों को पकड़ने की कोशिश की, लेकिन उन्हें मिली सफलता नहीं हुई।

इस तरह, आज के दिन बांग्लादेश में कई बड़ी घटनाएं घट रही हैं। हमें इन विषयों पर और अधिक जानकारी प्राप्त करने की जरूरत है।
 
मैं तो सोचता हूँ कि अगर ऐसी बातें सच होती तो बांग्लादेश में क्या दूसरी गड़बड़ी होगी, लेकिन फिर ये सब भी सच हो सकता है... मैंने कभी नहीं सोचा था कि पाकिस्तान इतनी जिज्ञासु हो जाएगा। और फिर दिल्ली में बम धमाका, यह तो बहुत बड़ी गड़बड़ी है, लेकिन क्या हमें इसे समझने का समय नहीं है? और भारत में सरकार गठन, यह तो अच्छा है कि पार्टियां एक-दूसरे से मिलकर काम कर रही हैं। लेकिन मैं तो सोचता हूँ कि नीतीश कुमार की बीजेपी और जस्लीम प्रसाद यादव की राजद, इन दोनों के बीच क्या फायदा होगा... 🤔😒
 
भारत सुरक्षा को लेकर बहुत ही जागरूक है, लेकिन बांग्लादेश भी इस मुद्दे पर बहुत गंभीरता से दृष्टि रख रहा है 🤔। पाकिस्तान को उनकी कार्रवाइयों का जवाब देना चाहिए। सरकार गठन में सहयोग करने वाले दलों को अब भी बहुत जिम्मेदारी है, क्योंकि इससे हमारी राजनीतिक स्थिति को प्रभावित करने की भी कोशिश की जा सकती है 🤝। ठंड तेज होने लगी है, यह अच्छा मौसम नहीं है और लोगों को अपने-अपने घरों पर बैठकर सुरक्षा और शांति के बारे में सोचना चाहिए ❤️
 
यह तो बहुत बड़ा मामला है इस धमाके का। मैंने सुना है कि हमले की योजना बांग्लादेश से की गई थी, यह तो दिखाता है कि पाकिस्तान के पास खुलासा करने के लिए भी क्या निहितार्थ है। और फिर सरकार गठन में सहयोग करने का निर्णय, यह तो राजनीतिक दलों के बीच बहस बढ़ाएगी। सुरक्षाबलों की सफलता के लिए हमें कुछ करने की जरूरत है, लेकिन यह भी पता चलना चाहिए कि हमलावर कौन थे और वे क्यों ऐसा किया।
 
बम धमाका तो तो हुआ, अब सबूत कहीं भी नहीं मिल रहे? दिल्ली में गोलीबारी तो बुराई का संदेश नहीं देती, न ही पाकिस्तान की जिम्मेदारी स्वीकार करता। ठंड तो गर्मियों में भी आती है, लेकिन यह स्थिति कितनी गंभीर है? 🌨️
 
बड़े से बद़े हुए सामाजिक तंगन का मतलब यह नहीं कि हम खुश हो गए। लोगों ने देखा है कि एक बम धमाका तो हुआ, पुलिस ने पकड़ा नहीं और अब सबकुछ ठीक है। लेकिन मैं सोचता हूँ कि यह तो हमारी दुनिया की जिंदगी है जहाँ राजनीतिज्ञ अपने हितों पर मिलते हैं, लोगों की जान जोखिम पर रखें और फिर भी सरकार बनाए।
 
बिहार में सरकार गठन होने से पहले, तय होना चाहिए कि सरकार में कौन कितना महत्वपूर्ण होगा। अब नीतीश कुमार और जस्लीम प्रसाद यादव की पार्टियों ने समझौता कर लिया, लेकिन यह सवाल अभी भी बना हुआ है कि क्या सहयोग अच्छा विचार था।
 
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