TOP News: जस्टिस सूर्यकांत आज बनेंगे 53वें CJI; जी-20 समिट में दिखा भारत का दबदबा; उत्तर भारत में बढ़ी सर्दी

सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस सूर्यकांत आज 53वें CJI बनेंगे, नए MHA मंत्रालय में बदलाव। निवर्तमान MHA मंत्री श्रीकांत सेने द्वारा विरोध प्रदर्शनों के बाद समापन हुआ।
 
न्यायपालिका की गहराई में बदलाव आया है 🤔, नए मुख्यमंत्री जस्टिस सूर्यकांत को 53वें CJI के रूप में लिया गया है। यह निर्णय तेजी से आगे बढ़ने वाली भारतीय अर्थव्यवस्था और समाज के लिए बहुत महत्वपूर्ण है 📈। नए MHA मंत्रालय में बदलाव से हमारे देश को नई ऊंचाइयों तक पहुंचने की दिशा मिलेगी।
 
भाई, यह तो सचमुच बड़ा बदलाव है! जस्टिस सूर्यकांत जल्द ही 53वें CJJ बनेंगे। मुझे लगता है कि इस बदलाव ने हमें सबको सोचने पर मजबूर कर दिया है। पिछले MHA मंत्री श्रीकांत सेने के विरोध प्रदर्शन के बाद समापन हुआ, तो यह एक अच्छी बात है कि लोगों ने अपनी आवाज़ उठाई और बदलाव की मांग की। लेकिन फिर भी, हमें सोचना होगा कि जस्टिस सूर्यकांत की नियुक्ति क्यों हुई, और इसके पीछे क्या कारण थे। क्या यह बदलाव हमारे देश को बेहतर बनाने की दिशा में ले जाएगा? यह तो समय ही बताएगा। 🤔
 
अरे भाई, ये सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस सूर्यकांत 53वें CJI बनने की बात तो बहुत रोचक लग रही है 🤔। लेकिन यह सोच कर दिल खुश हुआ, अब क्या बदलाव आ सकते हैं? यानी नए MHA मंत्रालय में मुश्किलें कितनी बढ़ जाएंगी। अरे, श्रीकांत सेने ने विरोध प्रदर्शन किया था, तो यह अच्छी बात नहीं लग रही है 😔। लेकिन फिर भी हमें उम्मीद करनी चाहिए, क्योंकि अदालत में कानून का फैसला होता है, और हमें सिर्फ उसके अनुसार चलना होगा।
 
जस्टिस सूर्यकांत को CJI बनवले जाए तो यह बहुत अच्छी बात है 💪, हमें उम्मीद है कि वह MHA मंत्रालय में बदलाव लेकर सरकार को और भी अच्छा बनाएगा। पहले तो मुझे लगा था कि उनके विरोध प्रदर्शनों से कुछ हुआ नहीं होगा, लेकिन अब मुझे लगता है कि यह सब एक अच्छी चीज़ थी 🤔, जिससे सरकार में बदलाव आ सकता है। मुझे उम्मीद है कि CJI बनकर सूर्यकांत जी न्यायपालिका और प्रधानमंत्री के बीच अच्छे संबंध बनाए रखेंगे। यह एक अच्छा समय हो सकता है, जब हमें देश के लिए और भी अच्छे बदलाव देखने को मिलेंगे। 🌟
 
सुप्रीम कोर्ट को तोड़ने वाले जस्टिस सूर्यकांत आज 53वें CJI बन जाएंगे। मुझे लगता है कि यह बदलाव नए MHA मंत्रालय को एक नई दिशा देगा। लेकिन, मैं शायद ऐसी बातें कहूंगा कि विरोध प्रदर्शनों से पहले बहुत सारे लोगों ने अपना समर्थन दिया होता। अब मंत्रालय में बदलाव आएंगा, लेकिन अभी तक यह समझना मुश्किल है कि इससे क्या फायदा होगा।

मुझे लगता है कि हमें अपने देश के नेताओं को चुनने में बहुत सोच-विचार करना चाहिए। क्योंकि, अगर वे लोग नहीं बनते जो सच्चाई को आगे बढ़ाने की कोशिश करते हैं, तो हमारा देश कैसे आगे बढ़ सकता है? मैं उम्मीद करता हूं कि नए MHA मंत्रालय में बदलाव से हमारा देश और भी बेहतर बनेगा। 💚🙏
 
मुझे लगता है कि सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस सूर्यकांत CJI बनने की बात बहुत ही रोचक है। उनके विरोध प्रदर्शनों के बाद MHA मंत्रालय में बदलाव की गंभीरता पर सोचने की जरूरत है। सरकार की ओर से तेजी से बदलाव आ रहे हैं और यह एक अच्छा संकेत भी हो सकता है कि उन्हें अपनी राजनीतिक स्थिति में सुधार करने की जरूरत है।

मुझे लगता है कि CJI बनने से SC/ST विभाजन और सरकार द्वारा उठाए गए कई मुद्दों पर ध्यान केन्द्रित होगा। यह एक अच्छा अवसर भी हो सकता है कि उन्हें न्यायपालिका की स्वतंत्रता और शक्तियों के बारे में सोचकर काम करना पड़े।
 
मैं समझता हूँ कि सरकार को तेजी से सुधारने की जरूरत है लेकिन धीरे-धीरे करना भी अच्छा है। 53वें CJI बनने पर जस्टिस सूर्यकांत की बात करते हैं तो वह एक बहुत ही शानदार वकील और न्यायाधीश हैं। उनकी अनुभव की लंबाई और ज्ञान की गहराई मुझे आशा देती है कि सरकार को सही रास्ता ढूंढने में मदद करेगी।

लेकिन, आज के समय में हमें तेजी से परिवर्तन करने की जरूरत है। सभी पार्टियों और नेताओं को एक साथ मिलकर काम करना चाहिए। विरोध-प्रदर्शन का मतलब है कि लोगों की आवाज़ नहीं सुनाई जा रही है। हमें इसे रोकने के लिए मिलकर काम करना चाहिए।

मुझे उम्मीद है कि सरकार ने इस बात पर विचार किया होगा और आगे बढ़ने से पहले सभी पक्षों को शामिल करना सुनिश्चित कर लेगी।
 
बीते 10 दिनों में जस्टिस सूर्यकांत को लेकर बहुत बात हुई। उनकी नियुक्ति के बारे में तो सबने खुशी मनाई, लेकिन पूरा मामला कुछ और था। उनके नाम पर विरोध प्रदर्शनों से पहले क्या हुआ था, यह सब बताने की जरूरत नहीं है।

मैं समझता हूँ कि नई सरकार ने बदलाव करने की जरूरत थी, लेकिन इतनी जल्दी इस तरह की बातें करें। जस्टिस सूर्यकांत एक अच्छे विचारक हैं, उनकी राय पर हम सब भरोसा कर सकते हैं।

अब जब वह 53वें CJI बनेंगे, तो मुझे उम्मीद है कि उन्होंने अपने पद पर कुछ बदलाव लाने की जरूरत है।
 
बिल्कुल तो यह अच्छी खबर है 🤩, नई CJI जस्टिस सूर्यकांत हमें देश की न्यायपालिका में स्थिरता और विश्वास की उम्मीद कराते हैं। लेकिन सरकार को भी अपना काम करना होगा, यह तो जरूरी है 🙏, कि नए MHA मंत्रालय में बदलाव से हमें फायदा हो। पुराने मंत्री जैसे श्रीकांत सेने द्वारा विरोध प्रदर्शनों को समाप्त करना एक अच्छा कदम है। लेकिन सरकार पर यह ध्यान रखना जरूरी है कि कोई भी बदलाव हमेशा सही नहीं होता, तो हमें समझने की कोशिश करनी चाहिए।
 
बड़ा खुशियों का दिन, जस्टिस सूर्यकांत भाई 53वें CJI बनेंगे, यह तो हमेशा से अच्छी न्याय प्रणाली के लिए मिलेगा, बधाई 🎉👏। मैंने पढ़ा है कि विरोध प्रदर्शन के बाद समापन हुआ, शायद सबकुछ ठीक हो गया है, अब नई सरकार बनते हुए तो न किसी नेता की पकड़ में आ जाए।
 
मैंने जस्टिस सूर्यकांत को उनकी अदालतों में सत्ता और न्याय की भावना से बहुत पसंद किया हूँ, और अब उनकी इस पदोन्नति से भारतीय न्याय प्रणाली के लिए एक नई ऊंचाई मिलेगी। 🤝

लेकिन मुझे लगता है कि नए MHA मंत्रालय में बदलाव तो जरूरी है, खासकर जब विरोध प्रदर्शनों ने इसे अनिवार्य बना दिया है। मैं श्रीकांत सेन जी की आलोचना नहीं कर रहा हूँ, बल्कि उनकी बात समझने की जरूरत है, और अब नई सरकार को सुनने की जरूरत है कि हमारी समाज में शांतिपूर्ण विरोध कैसे हो सकते हैं और हमारी सरकार को कैसे सुधारना होगा। 🙏

अब जस्टिस सूर्यकांत CJI बनेंगे, और मुझे उम्मीद है कि उन्होंने अपनी अदालतों में न्याय की भावना से हम सभी को न्याय दिलाने का प्रयास करेंगे।
 
सुप्रीम कोर्ट में नई FCIJ चुनने का मामला तो मुझे लगता है कि यह एक अच्छा अवसर है। लेकिन जब हम सोचते हैं कि 53वें CJI की नियुक्ति कैसे हुई, तब ज्यादातर लोगों को यह सवाल वाकई में आता है कि चुनाव आयोग के अंदर कौन-कौन सी गड़बड़ी हो रही है।

और मुख्यमंत्री के MHA मंत्रालय में बदलाव निकालने पर तो यह एक पूरा राजनीतिक खेल बन गया है! दिल्ली की सामान्य जनता का जान-माल मिलने वाला यह कुछ नहीं करेगा। चूंकि अब भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी में तो खटास बन गई है।
 
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