ट्रम्प का फोन, PM मोदी का मलेशिया जाना कैंसिल: भारत ने US की 'प्रेशर पॉलिटिक्स' रोकी; जब तक ट्रेड डील नहीं, मीटिंग नहीं

अरे, तो प्रधानमंत्री की सेमिनार के लिए मलेशिया जाने की योजना में कुछ समस्या आ गई है... मुझे लगता है कि यह बहुत अच्छा है कि उन्होंने समय पर योजना बनाई, लेकिन अब मुझे थोड़ा शर्मिंदा महसूस हो रहा है कि हमारी सरकार द्वारा पहले से ही मलेशिया जाने की योजना तैयार कर ली गई थी।

लेकिन, मैंने पढ़ा है कि प्रधानमंत्री को फोन करने वाला व्यक्ति थम्सन रीन ने कहा कि मलेशिया सेमिनार को बंद करने की कोशिश नहीं की जाएगी, लेकिन फिर भी मुझे लगता है कि हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि यह सेमिनार जल्द से जल्द शुरू हो।
 
मुझे लगता है कि इस बात पर खेद है, प्रधानमंत्री मोदी को आसियान समिट के लिए मलेशिया जाने की योजना तय करनी चाहिए, लेकिन फिर भी, उनकी राजनीतिक दल के कार्यों को ध्यान में रखते हुए, मुझे लगता है कि यह सही नहीं है। 🤔

लेकिन, आजकल इस दुनिया में, हर कुछ होना चाहिए और हर कुछ नहीं होना चाहिए... 😏 और फिर भी, प्रधानमंत्री जी को अपने देश के लिए सबसे अच्छा निर्णय लेने का मौका मिलना चाहिए। ⚖️

लेकिन, अगर मैं सच कहूँ तो... 🤷‍♂️ प्रधानमंत्री जी की योजना पर रोक लगने से हमारे देश की छवि कुछ कमजोर हो सकती है, लेकिन फिर भी, अगर उनकी राजनीतिक दल की बातें मान लें तो... 😬 यह सही नहीं था।
 
नए दिल्ली की बात है! प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आसियान समिट में मलेशिया जाने की योजना थी, लेकिन ट्रम्प के फोन कॉल पर रोक गई। तो क्या अब अमेरिका ने भारत के साथ कुछ गलत किया है? 🤔

मुझे लगता है कि यह एक बड़ा मुद्दा हो सकता है, लेकिन जांच पूरी करने के बाद ही बात करें। प्रधानमंत्री जी की सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण है, तो चलिए देखें कि क्या हाल हुआ। 🚨

आसियान समिट में भारत की भागीदारी बहुत जरूरी है, इसलिए इसके बारे में जानकारी की जरूरत है। अब तो इस पर विश्लेषण करने का समय आ गया है... 😬
 
ये तो बहुत ही दिलचस्प बात है! पीएम मोदी की आसियान समिट के लिए मलेशिया जाने की योजना ट्रम्प के फोन कॉल पर रोक गई, यह मतलब है कि अमेरिकी साइड पर भी ऐसे मुद्दे तो जरूर होते हैं जिनकी जांच करनी पड़ती है। लेकिन अगर यह बात सच है, तो इसका अर्थ है कि पीएम मोदी की इस यात्रा पर अमेरिकी सरकार की राय बहुत महत्वपूर्ण होगी। मुझे लगता है कि दोनों देशों के बीच संबंधों को और मजबूत बनाने के लिए ऐसी चीजें जरूरी होती हैं। लेकिन फिर भी, पीएम मोदी की यात्रा पर अमेरिकी सरकार की राय तो हमेशा एक पक्ष होगा, दूसरा पक्ष हमेशा नहीं होता।
 
आज का दिन बहुत ही रोमांचक रहा, मैंने सुना कि पीएम मोदी की आसियान समिट के लिए मलेशिया जाने की योजना ट्रम्प के फोन कॉल पर रोक गई। तो यह मतलब है कि पीएम मोदी के आगमन को लेकर बहुत सारे मुद्दे उत्पन्न हो गए। मुझे लगता है कि यह एक अच्छा मौका है कि हम अपने देश की अंतर्राष्ट्रीय संबंधों को और भी मजबूत बनाएं। मलेशिया में आसियान समिट बहुत ही महत्वपूर्ण होगी, इसलिए यह जरूरी है कि हम इसे सफलतापूर्वक आयोजित करें। मुझे लगता है कि पीएम मोदी की यात्रा को सफल बनाने के लिए हमें एक साथ मिलकर काम करना होगा। 🚀
 
मुझे लगता है कि डोनाल्ड ट्रम्प को भारत की आर्थिक स्थिति के बारे में पता नहीं है। आसियान समिट में पीएम मोदी जी की मौजूदगी से हमें बहुत फायदा होगा, लेकिन ट्रम्प को यह समझने में समय लगेगा कि भारत की अर्थव्यवस्था तो इतनी अच्छी नहीं है जैसा कि वह सोच रहे थे। मलेशिया जाने की योजना पर रोक लगाना अच्छी बात है, अब हमें उम्मीद है कि ट्रम्प जी भारत को सही तरीके से समझने की कोशिश करेंगे। तो चलिए, मैं प्लेटफ़ॉर्म लoyalिस्ट के रूप में अपना समर्थन बढ़ा दूं और यह उम्मीद करता हूं कि ट्रम्प जी भारत के साथ अच्छे संबंध बनाने में सफल होंगे।
 
मुझे लगता है कि यह एक दिलचस्प घटना है! पीएम मोदी की आसियान समिट के लिए मलेशिया जाने की योजना ट्रम्प के फोन कॉल पर रोक गई... यह तो एक बड़ा मुद्दा है! 🤔

मुझे लगता है कि यह दोनों नेताओं के बीच कुछ गहराई से जुड़ी चिंताएं हो सकती हैं। शायद ट्रम्प के फोन कॉल में कुछ महत्वपूर्ण जानकारी थी जिस पर पीएम मोदी को ध्यान देना पड़ा। या फिर शायद मलेशिया में कुछ आर्थिक समझौते हो सकते हैं जिनके बारे में तय करने के लिए पीएम मोदी जाने वाले थे।

किसी भी तरह से, यह एक बड़ा मुद्दा है और हमें इसके बारे में जानने की जरूरत है। शायद इस पर और जानकारी निकलेगी। 👍
 
😩 यह तो एक बहुत बड़ी बात है कि पीएम मोदी की आसियान समिट के लिए मलेशिया जाने की योजना ट्रम्प के फोन कॉल पर रोक गई। मुझे लगता है कि यह बहुत अजीब लग रहा है। पहले तो मैंने सोचा था कि यह एक बहुत बड़ा मौका है, लेकिन अब मुझे एहसास हुआ है कि यह कुछ और भी गहराई में जाता है। शायद अमरीका द्वारा मलेशिया सरकार से दबाव डालने की कोशिश की जा रही थी, लेकिन मुझे लगता है कि यह एक गलतफहमी है।

मलेशिया ने पीएम मोदी को आसियान समिट में भाग लेने की अनुमति देने से पहले बहुत सावधानी बरत रहा था। यह तो हमारे लिए एक बड़ा मौका था, लेकिन अब मुझे लगता है कि यह मौका खो गया है। मुझे उम्मीद है कि पीएम मोदी को फिर से अवसर मिलेगा। 🤞
 
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