हरियाणा IPS-ASI सुसाइड से AAP विधायक का क्या कनेक्शन:IPS पूरन के साले अमित घूस केस में जेल गए, पत्नी पर भी सवाल उठे

IPS संदीप लाठर की मौत आत्महत्या नहीं है, बल्कि उन्हें दबाव और भ्रष्टाचार के चलते मारा गया। जो लोग वहां (चंडीगढ़ में IPS पूरन कुमार के घर) धरने पर बैठे थे और उनके समर्थक हैं, उनके खिलाफ भी केस दर्ज होना चाहिए।
 
संदीप लाठर की मौत तो बहुत दुखद खबर है 🤕, लेकिन जैसे ही सब कुछ ठीक से मालूम हुआ तो लगता है कि यह एक बड़ा खेल था। ये तो एक अच्छे इंसान की जिंदगी हमारे पास आ गई थी, और फिर उन्हें ऐसे में मार दिया गया? यह तो बहुत गलत है 🙅‍♂️

मुझे लगता है कि जिन लोगों ने धरने पर बैठकर उनकी मांगों को आगे बढ़ाया था, उन्हें भी खुद को खतरे में डालने की वजह से फँसा दिया गया था। और अब जब ये सब पता चल गया है, तो यह कहना गलत होगा कि उन लोगों को भी दबाव में मारा गया है। इसलिए, जिन लोगों ने धरने पर बैठकर उनके समर्थन में रहे, उनके खिलाफ भी कुछ भी नहीं होना चाहिए। यह तो संभव नहीं है कि एक इंसान को इतने दबाव में रखा जाए, और फिर वह मर जाए। ये बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है।
 
मैंने देखा है जो लोग संदीप लाठर की मौत को आत्महत्या कह रहे हैं। मुझे लगता है कि ये बहुत बड़ा झूठ है। उन्हें दबाव और भ्रष्टाचार के चलते मार दिया गया। चंडीगढ़ में धरने पर बैठे लोगों को यह पता नहीं था कि उनके घर में इतनी गंभीरता से मौका मिलेगा।

मेरा विचार है कि जिन लोगों ने धरने पर बैठा है, उनके खिलाफ भी केस दर्ज करना चाहिए। उन्हें यह समझना चाहिए कि जब भी कुछ गलत होता है, तो पुलिस को काम करना चाहिए और दबाव डालने वालों को पकड़ना चाहिए।

मैं संदीप लाठर की मौत पर बहुत गहराई से सोच रहा हूँ। उसकी मौत के पीछे कुछ बुरी तरह से घटिया चीजें हुई हैं। मुझे लगता है कि हमें एक बड़ा सवाल उठाना चाहिए - जो लोग हमारे समाज को ऐसी स्थिति में डालना चाहते हैं, उनके खिलाफ क्या किया जाएगा।
 
मैंने संदीप लाठर जी की मौत से बहुत दुख महसूस किया है 🤕। मेरा विचार है कि उन्हें दबाव और भ्रष्टाचार के चलते मारा गया। यह बात तो सभी जानते हैं कि चंडीगढ़ में IPS पूरन कुमार के घर धरने पर बैठने वालों ने क्या देखा और अनुभव किया। उन्हें दबाव में आकर उन्हीं ने मरवाया गया। 🤥

अब उनकी सेहत की जांच करनी चाहिए और अगर वहां लगातार धरना जारी रखने वालों पर कोई भ्रष्टाचार या दबाव का संदेह है तो उन्हें पकड़ लेना चाहिए। इससे हमें पता चलेगा कि सच्चाई कहाँ है। 🕵️‍♂️

हमें अपने नेताओं और अधिकारियों की प्रतिष्ठा बचाने के बजाय, सच्चाई खोजनी चाहिए। संदीप लाठर जी की मौत एक बड़ी सवाल है और हमें इसका जवाब ढूंढने की जरूरत है। 🤔
 
आईपीएस संदीप लाठर की मौत सुनकर मुझे बहुत दुःख हुआ, लेकिन मैंने सोचा कि क्या यह पूरी सच्चाई है? क्या वास्तव में आत्महत्या हुई? मेरी राय में नहीं। मुझे लगता है कि उन्हें दबाव और भ्रष्टाचार के चलते मारा गया। जो लोग वहां धरने पर बैठे थे और उनके समर्थक हैं, उनके खिलाफ भी केस दर्ज होना चाहिए। यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना हमें सोचने पर मजबूर करती है कि हमारे न्यायपालिका और पुलिस कैसे काम कर रही है। मुझे लगता है कि अगर हम सच्चाई का पता लगाने की कोशिश करेंगे, तो हमें कुछ बड़े बदलाव देखने को मिलेंगे।
 
मुझे यह जानकारी बहुत गंभीरता से लेना पड़ रहा है 🤕. हमें ऐसी स्थिति पर प्रकाश डालने देना चाहिए कि कैसे भ्रष्टाचार और दबाव किसी भी व्यक्ति को जान जोखिम में कर सकते हैं। यह एक बड़ा सवाल है कि धरनेबाजों के खिलाफ केस दर्ज क्यों नहीं हुआ? क्या उन्हें डर था कि अगर उनके खिलाफ केस दर्ज हो जाए तो वे अपनी पूरी स्थिति से निपटने में असमर्थ हैं? यह एक बहुत बड़ा सवाल है और हमें इसका जवाब देने की जरूरत है। 🤔
 
IPS संदीप लाठर की मौत की जांच अच्छी तरह नहीं की गई, यह तो बिल्कुल स्पष्ट है कि उन्हें दबाव और भ्रष्टाचार के चलते मारा गया। चंडीगढ़ में धरने पर बैठने वालों के खिलाफ केस दर्ज करना जरूरी है, लेकिन यह तो बस एक शुरुआत होगी। पुलिस और सरकार को भी अपनी गतिविधियों को साफ़ कराना चाहिए, नहीं तो लोग फिर से ऐसा ही क्या करेंगे। मेरा ख्याल है कि धरनेवालों ने अच्छी बात कही, बस कुछ साफ़ करना था, अब कोई भी गलतफहमी नहीं होनी चाहिए।
 
मैंने देखा है वहा धरने वालों की पोजीशन बहुत ही अजीब है। मुझे लगता है कि उन्हें पता नहीं है कि जो लोग संदीप लाठर की मौत को आत्महत्या बता रहे हैं वे उसकी परवाह कर रहे हैं। अगर सचमुच वह आत्महत्या कर देता तो क्यों धरने पर बैठे निकालेंगे? 🤔

मुझे लगता है कि उन्हें पता होना चाहिए कि संदीप लाठर जी किस तरह के दबाव में थे। हमारे देश में भ्रष्टाचार को रोकने वालों पर कितनी बार हमला करते हैं। 😡

मैं सोचता हूँ कि अगर उन धरने वालों के खिलाफ केस दर्ज होता तो मुझे हैरानी नहीं होगी। लेकिन मुझे लगता है कि सच्चाई को छुपाने की कोशिश कर रहे हैं। जो सचमुच सच है, उसे सामने निकाल देना चाहिए। 💡
 
🚨 यह तो बहुत दुखद न्याय है जो IPS संदीप लाठर को मिला है। मेरे मन में एक सवाल उठ रहा है कि क्या हमारी सरकार और पुलिस विभाग की देखभाल में कुछ भ्रष्टाचारी और दबावपूर्ण लोग ऐसा हो सकते हैं जो किसी इंसान की जान बेच देते हैं। 🤯 यह एक बहुत बड़ा सवाल है जिसका जवाब हमें सोच-समझकर मानना होगा। अगर धरने पर बैठे लोगों और उनके समर्थकों के खिलाफ भी केस दर्ज हो तो यह न्याय के दिशानिर्देश का उल्लंघन नहीं है, बल्कि यह न्याय को संभालता है। 🤝
 
मुझे लगता है कि संदीप लाठर जी की मौत को गंभीरता से लेना चाहिए, परन्तु मेरी राय में उनकी मौत आत्महत्या नहीं थी। दिल्ली पुलिस ने बहुत बड़ा दबाव बनाकर उन्हें घर जाने को मजबूर किया, और फिर उनके समर्थकों की धरने पर लगा संकट भी उन्हें मार डाला। यह एक दुखद घटना है और हमें इसके पीछे के कारणों को समझना चाहिए। सरकार को सख्त कदम उठाने चाहिए ताकि ऐसी घटनाओं को भविष्य में रोका जा सके।

मुझे लगता है कि धरनेबाजों के खिलाफ केस दर्ज करना भी उचित होगा, क्योंकि उनकी बंदूकबाजी ने संदीप लाठर जी को उनकी जान ले ली। यह एक बड़ा देशभंग मामला है और हमें इस पर ध्यान रखना चाहिए।
 
मुझे ऐसा लगता है कि आज के दिन बहुत से लोग नहीं समझते कि सच्चाई क्या है। संदीप लाठर जी की मौत पर सभी एक साथ आना और उनके समर्थन करना अच्छा है, लेकिन यह भी तो समझना जरूरी है कि उन्हें दबाव और भ्रष्टाचार की वजह से मरवा दिया गया। मैं वहां धरने पर बैठे लोगों की बात समझता हूँ, लेकिन उनके खिलाफ केस दर्ज करना जरूरी है। यह तो न्याय का मामला है और हमें इसकी जांच करवानी चाहिए। मुझे लगता है कि अगर सब कुछ साफ होता, तो उन्हें फिर से अपनी जिम्मेदारी पर लौटाया जा सकता।
 
नहीं तो फिर क्यों नियमित रूप से होती है जांच? इस मामले में चंडीगढ़ पुलिस की बात नहीं मान रही और अभी भी धरना ब्रेक नहीं हुआ?IPS लाठर पर दबाव डालने वाले लोगों को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए, क्या उनके पास अदालत भी है? और समर्थकों को ऐसी कोई राजनीति नहीं करनी चाहिए।
 
मुझे यह सुनकर बहुत दुख हुआ, IPS संदीप लाठर की मौत! 🤕 वह एक बहादुर पुलिस अधिकारी थे, जो सच्चाई और न्याय के लिए लड़ते थे। उनकी मौत का इस तरह का कारण तो बहुत दुखद है, दबाव और भ्रष्टाचार के चलते उनकी जान गंवा दी गई। 🚫

मैं समझता हूँ कि वहां धरने पर बैठे लोगों ने उनके समर्थन में खड़े होने की कोशिश की, लेकिन उन्हें भी पता था कि जो दबाव और भ्रष्टाचार चल रहा था, वह बहुत गंभीर है। 🤔

अब जब उनके समर्थकों पर केस दर्ज होना चाहिए, तो मुझे लगता है कि यह एक अच्छी बात है, लेकिन मैं भी सोचता हूँ कि इसके पीछे क्या तर्क है? क्या वास्तव में उनके समर्थन में खड़े लोगों ने ऐसा कुछ गलत किया था जिससे उन्हें दबाव में लाना पड़ा? 🤔

मुझे लगता है कि यह एक बहुत बड़ी सवाल है, और इसका जवाब देना भी जरूरी है। हमें यह समझना चाहिए कि कैसे दबाव और भ्रष्टाचार एक व्यक्ति को अपनी जान गंवा देता है। 🤕
 
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