युवा कांग्रेस ने ECI दफ्तर की दीवारों पर चिपकाए 'ब्राजील मॉडल वोट चोरी' के पोस्टर, चुनाव आयोग प

युवा कांग्रेस ने रविवार को भारतीय चुनाव आयोग के मुख्यालय के बाहर बड़ा प्रदर्शन किया। युवा कांग्रेस संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय भानु चिब ने सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ-साथ इस मामले को लेकर कई सवाल उठाए।

उदय भानु चिब ने कहा, 'लोकतंत्र की नीलामी अब और बर्दाश्त नहीं की जाएगी. वोट चोरी के तीन मुख्य आरोपी हैं और वो हैं भारतीय चुनाव आयोग के मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार, चुनाव आयुक्त सुखबीर संधू और विवेक जोशी। आज हमने उनके दफ्तर के बाहर पोस्टर चिपकाकर चुनाव आयोग से सीधा सवाल पूछा है।'

इस प्रदर्शन को हरियाणा विधानसभा चुनाव में कथित धांधली के खिलाफ शुरू किए गए देशव्यापी पोस्टर अभियान की औपचारिक शुरुआत थी। युवा कांग्रेस ने एक ब्राजीलियन महिला की फोटो लगाई है जिसने बताया है कि वह 22 वोट डाले, जो सिस्टमैटिक धांधली का खुला प्रमाण है।

उदय भानु चिब ने कहा, 'क्या चुनाव आयोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मदद के लिए इस धांधली में शामिल है? हम पूरे देश में पोस्टर और होर्डिंग्स के जरिए बार-बार यही सवाल पूछेंगे।'

इस मामले को लेकर युवा कांग्रेस ने कई सवाल उठाए। उनके अनुसार, ब्राजीलियन महिला आखिर कौन है? चुनाव आयोग वोट चोरी करके भाजपा सरकारें क्यों बनवा रहा है?
 
कोई भी ऐसी बात नहीं कह सकता कि लोकतंत्र की नीलामी हो रही है ... लेकिन यह तो सच है कि चुनाव आयोग में कई सवाल उठने चाहिए। जैसे कि क्या वोट डालने की बात सच है? और अगर सच है तो क्यों नहीं दिखाया गया? हमें यह समझना चाहिए कि चुनाव आयोग का काम है कि पूरा वोटिंग प्रक्रिया साफ-सुथरा हो।

और भी एक बात है ... अगर ऐसी बातें सच हैं तो हमें यह समझना चाहिए कि क्यों चुनाव आयोग के मुख्याचार्य ज्ञानेश कुमार, सुखबीर संधू और विवेक जोशी पर धांधली का आरोप लगाया गया है? क्या उनके पास कोई गुप्त दossier है?

हमें यह तो पता चलना चाहिए कि चुनाव आयोग की गुणवत्ता कैसे बनाए रखी जाए। और अगर ऐसी धांधली है तो उन्हें खुलकर जवाब देना चाहिए। हमें यह समझना चाहिए कि क्यों हमारे पास इतने सवाल हैं?

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नतीजा तय हो गया 🤔, ज्यादातर लोग तो मिलकर धांधली कर रहे हैं और चुनाव आयोग देख रहा है कि किस काम में फंसेगा। पोस्टर अभियान शुरू हुआ था, लेकिन अभी तक चुनाव आयोग ने इस पर कोई जवाब नहीं दिया है।
 
भारत में लोकतंत्र पर बहुत ज्यादा नज़र रखना चाहिए 🤔। आंकड़ों को देखकर यह बात समझ में आती है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में वोट डालने की रिकॉर्ड छह करोड़ रुपये तक पहुंच गए थे। भारतीय चुनाव आयोग को अपनी गुणवत्ता और स्वतंत्रता को बनाए रखना होगा।

मैंने देखा है कि हरियाणा विधानसभा चुनाव में कथित धांधली के खिलाफ शुरू किए गए पोस्टर अभियान ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और अन्य दलों पर कई सवाल उठाए हैं।

ब्राजीलियन महिला की फोटो लगाने से यह बात समझ में आती है कि वोट डालने की राह पर कैसे आगे बढ़ाई जा रही है।

चुनाव आयोग और भाजपा सरकार दोनों को अपने हर कदम की गुणवत्ता और निष्पक्षता को बनाए रखना होगा।

भारत में चुनाव प्रणाली को सुधारने के लिए बहुत ज्यादा काम करने की जरूरत है।
 
कांग्रेस के युवा संगठन ने देखा कि हरियाणा में पोस्टर अभियान शुरू हो गया तो ये एक बड़ा सवाल है कि चुनाव आयोग वोट डालने का खिलाड़ी बन गया है और ब्राजीलियन महिला सचमुच में 22 वोट डाले थे। तो यह तो एक बड़ा प्रमाण है कि सरकार द्वारा चुनाव की जांच करने का काम लोगों से नहीं लिया गया है।
 
ये तो मामला तो बहुत बड़ा है 🤯, लेकिन पूछताछ करने के लिए तो हमेशा देश की नाक से शुरू करते हैं 😉। चुनाव आयोग में कुछ ऐसा होना चाहिए जो लोकतंत्र की नीलामी को रोके, नहीं तो सरकारें अपनी जगह पकड़ने के लिए क्यों ना डाल दें।

लेकिन, ब्राजीलियन महिला की फोटो लगाने से पहले कहिए कि कौन है, वहाँ इतनी बातें नहीं हो सकती। और वाह, 22 वोट डालना तो थोड़ा बड़ी चीज़ है 😂। मुझे लगता है कि युवा कांग्रेस ने सही सवाल पूछे हैं।

चुनाव आयोग से बात करने के लिए कहिए कि अगर ऐसी धांधली हुई है, तो चुनाव आयुक्तों को मुकदमे में फंसा दें। और अगर वे राष्ट्रपति से भी बात नहीं कर सकते हैं, तो क्या हम उनकी बात सुनने के लिए इंतजार कर रहे हैं? 🤦‍♂️
 
आज देखा, युवा कांग्रेस ने बड़ा प्रदर्शन किया 🤯 और सवाल उठाए। लोकतंत्र की नीलामी तो कैसे चलेगी, यह तो पता नहीं है। चुनाव आयोग के मुख्य चुनाव अधिकारी ज्ञानेश कुमार, सुखबीर संधू और विवेक जोशी तो वोट चोरी के आरोप में लाए गए।

यह तो ब्राजीलियन महिला की फोटो लगाकर शुरू हुआ जिसने बताया कि वह 22 वोट डाले। यह तो बहुत बड़ी धांधली है। हमारे देश में चुनावों में ईमानदारी और न्याय की जरूरत है, लेकिन आज यह दिखाई देगा कि चुनाव आयोग कैसे अपनी बाजु में रखा गया।

हमने भी इस मामले में पोस्टर लगाएंगे और सवाल उठाएंगे। क्या चुनाव आयोग वोट चोरी करके भाजपा सरकारें बनवा रहा है? यह तो बहुत बड़ा सवाल है।
 
अरे ये तो बहुत बड़ा मामला है 🤯, चुनाव आयोग से इतना सवाल पूछने के लिए कुछ नहीं बचा है। और यह तो सिर्फ एक ब्राजीलियन महिला की फोटो लगाने से अच्छा नहीं है, हमें सबको जानना चाहिए कि यह लड़की कौन है और इसके पीछे क्या खेल है।

और तो और, अगर ये वोट चोरी हुआ तो फिर चुनाव आयोग को अपनी गलतियों में कुछ करना चाहिए, लेकिन नहीं क्यों? वहीं तो हमें अपने नेताओं से उम्मीद करते हैं कि वे सच्चाई को खोलें और सरकार को जवाबदेह ठहराएं।

लेकिन मुझे लगता है कि यह सब एक बड़ा ध्यानचकित करने की कोशिश है, ताकि लोगों को वोट चोरी की बात करने से रोका जा सके। लेकिन हमें अपने देश की सच्चाई को खोजने में ही मदद नहीं मिलेगी।

हमें यह सोचना चाहिए कि चुनाव आयोग का दफ्तर वहां जाना और पोस्टर लगाना एक अच्छा विचार था, लेकिन उसमें हमें अपने सवालों को स्पष्ट रूप से रखने में सक्षम होना चाहिए।
 
तो ये कैसा मामला है! चुनाव आयोग में तो वोट डालने के लिए कुछ भी करने को तैयार नहीं है। और यह ब्राजीलियन महिला क्यों जिसने 22 वोट डाले, वह तो क्या कह रही है? चुनाव आयोग से सवाल पूछते समय मुझे लगता है कि हमें बहुत सारे सवाल करने हैं...
 
अरे, ये बहुत बड़ा मुद्दा है... तो ब्राजीलियन महिला की फोटो लगाने से पहले उसकी पहचान कैसे पता चलेगी? और वह वोट डालने की कहानी क्यों लेकर आया गया? ये सवाल पूछने के बजाय क्या हमें उन दफ्तरों में जाकर उनके खिलाफ शिकायत करनी चाहिए?
 
अरे, ये तो किसी भी प्रकार से मुश्किल समय में हमेशा एक सवाल होता है... कि लोकतंत्र कितना सच्चा है? क्या हम वास्तव में चुनावों में अपना मतपत्र डालने वाले सिर्फ खुद ही नहीं हैं, बल्कि यह भी सवाल उठना चाहिए कि क्या हमारे चुनाव अधिकारी इन लोगों को वोट डालने का मौका दे रहे हैं?

जिस परिवार में खुद को सबसे ज्यादा महत्व देने वाले व्यक्ति अपने बच्चे को बहुत प्यार करते हैं, वही परिवार कभी भी अपने बच्चे को नुकसान नहीं पहुंचाएंगे।

लेकिन जब हमें यह बात करनी होती है कि लोकतंत्र कितना सच्चा है, तो हमें सोच करना होता है कि क्या हम वास्तव में अपने देश के प्रति जागरूक हैं? क्या हम अपने चुनाव अधिकारियों की तरह निष्पक्ष नहीं हैं, बल्कि हम उनकी तरह धोखेबाज भी हो सकते हैं।
 
🌟 मुझे लगता है कि युवा कांग्रेस ने बहुत ही महत्वपूर्ण सवाल उठाए हैं लेकिन हमें यह पूछना चाहिए कि इस मामले में सबकुछ साफ और ठीक से हुआ है? वोट चोरी तो हर चुनाव में जरूरी होता है ना?

लेकिन जब तक हम अपने देश में बेघर, गरीब, और अनाथ लोगों की समस्याओं पर ध्यान नहीं देते, तब तक हम अपने देश को अच्छा बनाने का वादा करने वाले लोग स्वयं बुराई में फंस जाएंगे।

मुझे लगता है कि चुनाव आयोग ने अपनी गतिविधियों की पूरी सच्चाई सामने लानी चाहिए और युवा कांग्रेस को इस मामले पर अधिक जानकारी देनी चाहिए।
 
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