दिल्ली में लाल किले के पास हुए ब्लास्ट मामले में एक और खुलासा सामने आ गया है. इस आतंकी हमले में जुड़े डॉक्टर आदिल, उमर, सहारनपुर से गिरफ्तार हुआ डॉ. आदिल, सबको एक कड़ी से जोड़ने वाली एक कड़ी है मुफ्ती इरफान अहमद। यह वही शख्स है जो इन डॉक्टरों को आतंकवाद के रास्ते पर लेकर आया था।
मुफ्ती इरफान अहमद एनआईए की हिरासत में है और उससे लगातार पूछताछ जारी है. उसके खुलासों से परत-दर-परत टेरर मॉड्यूल के सारे राज खुल रहे हैं. उसने यह तक बताया है कि वह कैसे किसी आम इंसान का ब्रेन वॉश कर के उन्हें आतंकी गतिविधियों से जोड़ लेता था।
पूछताछ में पूछताछ में सामने आया कि यह मुफ्ती अयूब से पढ़ाई करने वाला एक शख्स है, जो 2007 में दारुल उलूम बिलाल्या, लाल बाजार श्रीनगर में दीनी तालीम शुरू करता है. इसके बाद 2009-2016 तक पिंजूरा शोपियां में पढ़ाई करता है, फिर 2017-2018 में मदरसा बहारुल उलूम देवबंद किशनपुर, यूपी में पढ़ा और 2019-2020 में दारुल उलूम कासिमिया, लाल बाजार श्रीनगर से मुफ्ती कोर्स पूरा करता है।
मुफ्ती इरफान अहमद ने खुलासा किया कि उसकी मुलाकात पढ़ाई के दौरान एक शख्स हाफिज़ मुज़म्मिल से हुई, जो शोपियां का रहने वाला था. हाफिज बाद में अंसार ग़ज़वत-उल-हिंद (एगुएच) में शामिल हुआ और 2021 में एनकाउंटर में मारा गया था।
साल 2021 में हाफिज मुज़म्मिल ने इरफान अहमद से व्हाट्सऐप पर संपर्क किया और तीन एगुएच कमांडरों, गाज़ी खालिद, मंसूर और हाशिम के नाम बताए. जांच में सामने आया कि इरफान एगुएच जॉइन करने में दिलचस्पी दिखा रहा था. इससे पहले कि कोई और बातचीत होती, हाफिज मुज़म्मिल एनकाउंटर में मारा गया।
इसके करीब एक महीने बाद, इस मामले में गिरफ्तार डॉक्टर मुज़म्मिल ने उससे संपर्क किया और खुद को हाफिज मुज़म्मिल (जो एनकाउंटर में मारा गया) उसका साथी बताया.
मुफ्ती इरफान अहमद एनआईए की हिरासत में है और उससे लगातार पूछताछ जारी है. उसके खुलासों से परत-दर-परत टेरर मॉड्यूल के सारे राज खुल रहे हैं. उसने यह तक बताया है कि वह कैसे किसी आम इंसान का ब्रेन वॉश कर के उन्हें आतंकी गतिविधियों से जोड़ लेता था।
पूछताछ में पूछताछ में सामने आया कि यह मुफ्ती अयूब से पढ़ाई करने वाला एक शख्स है, जो 2007 में दारुल उलूम बिलाल्या, लाल बाजार श्रीनगर में दीनी तालीम शुरू करता है. इसके बाद 2009-2016 तक पिंजूरा शोपियां में पढ़ाई करता है, फिर 2017-2018 में मदरसा बहारुल उलूम देवबंद किशनपुर, यूपी में पढ़ा और 2019-2020 में दारुल उलूम कासिमिया, लाल बाजार श्रीनगर से मुफ्ती कोर्स पूरा करता है।
मुफ्ती इरफान अहमद ने खुलासा किया कि उसकी मुलाकात पढ़ाई के दौरान एक शख्स हाफिज़ मुज़म्मिल से हुई, जो शोपियां का रहने वाला था. हाफिज बाद में अंसार ग़ज़वत-उल-हिंद (एगुएच) में शामिल हुआ और 2021 में एनकाउंटर में मारा गया था।
साल 2021 में हाफिज मुज़म्मिल ने इरफान अहमद से व्हाट्सऐप पर संपर्क किया और तीन एगुएच कमांडरों, गाज़ी खालिद, मंसूर और हाशिम के नाम बताए. जांच में सामने आया कि इरफान एगुएच जॉइन करने में दिलचस्पी दिखा रहा था. इससे पहले कि कोई और बातचीत होती, हाफिज मुज़म्मिल एनकाउंटर में मारा गया।
इसके करीब एक महीने बाद, इस मामले में गिरफ्तार डॉक्टर मुज़म्मिल ने उससे संपर्क किया और खुद को हाफिज मुज़म्मिल (जो एनकाउंटर में मारा गया) उसका साथी बताया.