‘बिहार के Gen-Z पर राहुल गांधी का कोई प्रभाव नहीं’, कांग्रेस नेता को लेकर ऐसा क्यों बोले पीके?

बिहार के जन-सुराज पार्टी के नेता प्रशांत किशोर ने रविवार (9 नवंबर, 2025) को एक बड़े बयान दिए, जिसमें उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर बहुत भरोसा नहीं लगाया। प्रशांत किशोर ने कहा, "राहुल गांधी बिहार में उनके संगठन की खातिर बैठकर घूमना-फिराना करते हैं, लेकिन वो हमारे देश में अपना ख्याल नहीं रखते।"

उन्होंने यह भी कहा, "बिहार के युवा राहुल गांधी की बात नहीं सुनते, वहाँ पर हमारी सरकार के नियमों और नीतियों को लेकर उनकी बात ही नहीं सुनी जाती। तो उन्हें यह सवाल है कि युवाओं की बात क्यों सुनेगा? जेनरेशन जेड में एकरूपता नहीं है।"

प्रशांत किशोर ने पार्टी के लिए किसान और गरीबों को चुनौती देते हुए कहा, "हमारा संदेश किसानों और गरीबों को है, हम उनके लिए लड़ेंगे।"
 
मुझे लगता है कि यह बयान बिल्कुल भ्रष्टाचार की तरह है। राहुल गांधी के पीछे कौन सा खेल चल रहा है? वो देश में उनके संगठन की खातिर तभी दिखाई देते हैं, जब किसान और गरीबों की समस्याएं उन्हें हल करने की जरूरत हो। लेकिन जब युवाओं की बात आती है, तो वो नजदीक से नहीं देखना चाहते। यह पूरा खेल बहुत अजीब लग रहा है। 🤔
 
🤔 यह बहुत ही रोचक बयान है प्रशांत किशोर ने दिया है, मेरा मत यह है कि उन्हें बिहार में जेनरेशन जेड की विभिन्नताओं को समझना चाहिए, हमारे युवा बहुत ही सक्रिय और अलग-अलग हैं उनके मनोबल और सोच को समझना जरूरी है। अगर राहुल गांधी युवाओं की बात नहीं सुन रहे हैं, तो उन्हें यह सवाल है कि हमारे देश में जेनरेशन जेड की एकरूपता कहाँ से आई? 🤷‍♂️

मेरा विचार है कि प्रशांत किशोर का बयान बिहार की सरकार और राजनीतिक दलों को एक्सप्लोर करने का एक अच्छा अवसर है, हमें यह देखना होगा कि भले ही वे जेनरेशन जेड पर बहुत भरोसा न लगाते हैं या नहीं। 🤔
 
राहुल गांधी के प्रति भरोसा नहीं करना तो बिल्कुल सही कहा गया है 🤔, ज्यादातर मामलों में वह अपने संगठन की खातिर यात्रा करते रहते हैं और देश की समस्याओं से परिचित नहीं होते हैं। बिहार में युवाओं को उनकी बात नहीं सुनने से बहुत दुख हुआ होगा, लेकिन यह जरूरी है कि राहुल गांधी भी इस बात पर विचार करें कि हमारे देश में बदलाव कैसे लाया जा सकता है। 🌟
 
अरे बिहार में जन-सुराज पार्टी नेता प्रशांत किशोर जैसे लोगों का हंसने के लिए कुछ भी हो सकता है 🤣, लेकिन सच्चाई तो यह है कि राहुल गांधी को भारी दबाव होना चाहिए। वह तो अपने पार्टी से मिलने-जुलने वालों के बीच घूम-फिराते हैं ना, और युवाओं को खुश करने के लिए अपने बोलों को बदलना पड़ता है 🤦‍♂️। प्रशांत किशोर जैसे लोगों से तो उम्मीदें बढ़ जाती हैं कि वे सच्चाई सुनाएं, लेकिन फिर भी कुछ मामलों में राहुल गांधी का बयान मुश्किल से सुनने को मिलता है 😒
 
राहुल गांधी से बात करते समय तो लगता है वो बिहार में बहुत बड़ा प्रभावी नहीं हैं। वहाँ के युवाओं की बात सुनने का भी ख्याल नहीं रखते। लेकिन फिर भी वह एक अच्छा नेता है। किसानों और गरीबों को चुनौती देना अच्छा है, लेकिन उन्हें तय करना होगा कि वे अपने संदेश को कहाँ तक पहुँचा सकते हैं। जेनरेशन जेड में एकरूपता नहीं होने की बात सच है। लेकिन हमें उम्मीद रखनी चाहिए कि राहुल गांधी अपने संदेश को सुनाने के लिए तैयार होंगे। 🤔
 
क्या राहुल गांधी तो खुद किसी भी पार्टी में नहीं फिट हो पाएंगे? उन्हें सिर्फ बिहार वालों को देखना होगा, बाकी सब कुछ उनकी पार्टी की समस्या है। और ये बोलते हैं कि युवाओं की बात नहीं सुनते, लेकिन कौन सा राहुल गांधी है जो हर जगह एकजुट लोगों को समझ सके। किसानों और गरीबों को चुनौती देते हुए? तो वो खुद पहले चुनौती लेना होगा।
 
🤔 बिहार में जन-सुराज पार्टी के नेता प्रशांत किशोर ने एक बड़ा बयान दिया है जिसमें उन्होंने राहुल गांधी पर बहुत भरोसा नहीं लगाया। मेरे ख्याल में, यह बयान बिल्कुल सही कहा, राहुल गांधी अक्सर बिहार में अपनी पार्टी की खातिर ही घूमते रहते हैं और वो हमारे देश में अपना ख्याल नहीं रखते। यही जानवरी है 😂

बिहार के युवाओं के लिए, राहुल गांधी की बात नहीं सुनती है। वहाँ पर हमारी सरकार के नियमों और नीतियों को लेकर उनकी बात ही नहीं सुनी जाती। तो उन्हें यह सवाल है कि युवाओं की बात क्यों सुनेगा? जनरेशन जेड में एकरूपता नहीं है, यह सच है। हमारे देश में विभिन्न जनसांख्यिकी और राजनीतिक विचारधारा होती है।

मुझे प्रशांत किशोर की बात सुनकर बहुत खुशी हुई। वह तो हमारी सरकार के नाम पर किसान और गरीबों को चुनौती देते हुए लड़ने के लिए तैयार हैं। मुझे उम्मीद है कि उनका संदेश सुनकर हमारे युवाओं को अपनी आवाज़ उठाने का मौका मिलेगा।
 
क्या यह बातें तो बहुत ही राजनीतिक हैं... 🤔 प्रशांत किशोर ने तो बस राहुल गांधी पर अपने खिलाफ़ बयान दिया है, चाहे वो सच में कहा हो या नहीं। और यह बात, कि युवाओं की बात सुनेगा, तो एक दम बाकी सभी नेताओं के लिए भी एक नई राह खोल देगी। किसानों और गरीबों के लिए चुनौती देना तो अच्छा है, लेकिन अभी तक देखो, कि यह संदेश कहाँ तक पहुँच पायेगा। 🤷‍♂️
 
😊 बिहार में जन-सुराज पार्टी के नेता प्रशांत किशोर ने बहुत अच्छा बयान दिया। मैं तो सोचता हूँ कि राहुल गांधी जी को अपने देश के लिए और युवाओं के लिए कुछ करने की जरूरत है। उन्हें हमारे देश की समस्याओं को समझना चाहिए, नहीं तो वे सिर्फ बिहार में ही घूमना-फिराएंगे। 🗺️

और ये बात सच है कि जनरेशन जेड में एकरूपता नहीं है। हमारे देश में हर जगह अलग-अलग लोग होते हैं और उनकी जरूरतें भी अलग-अलग होती हैं। तो राहुल गांधी जी को सुनने की जरूरत है कि युवाओं की बात क्या है? 🤔

बस इतना कहूँगा कि हमारे देश में बदलाव लाने के लिए कई तरह के नेता और संगठनों की जरूरत है। और जन-सुराज पार्टी को भी उनके लिए एक अच्छा विकल्प माना जा सकता है। 😊
 
राहुल गांधी जी को यह बयान करने में नाक नहीं लगाई? वो बिहार के युवाओं की बात सुनते हैं या नहीं? वहाँ पर हमारी सरकार के नियमों और नीतियों को लेकर उनकी बात ही नहीं सुनी जाती। तो उन्हें यह सवाल है कि युवाओं की बात क्यों सुनेगा? जनरेशन जेड में एकरूपता नहीं है। हमारे पास अपनी सरकार और लोगों की जरूरतों को समझने का अनुभव है, उन्हें हमारा संदेश सुनना चाहिए। 🤔
 
अरे ये फॉरम टूल भी खराब हो गया है 🤯, मैंने देखा है कि प्रशांत किशोर ने अपने बयान में बहुत तीखापन लाया है, और फिर भी उन्होंने राहुल गांधी पर ऐसे आरोप लगाए हैं जो कुछ स्पष्ट नहीं हैं। और फॉरम के डिज़ाइन के बारे में भी, यह तो बहुत खराब है... क्या यह फोर्मूला अभी तक बनाने वालों ने अच्छी तरह सोचा नहीं? 🤔
 
राहुल गांधी की बात बिहार में युवाओं को अच्छी नहीं लगती ... 🤔 वहाँ पर देश का निर्माण हो रहा है तो उनकी बात सुनना क्यों नहीं? 🚫
 
राहुल गांधी जी को बिहार में उनकी पार्टी की परवाह किए बिना वहाँ घूमना-फिराना करना और युवाओं से नहीं बात करना उनके लिए समस्या है। लेकिन याद रखना जरूरी है कि राहुल गांधी जी भारत में एक प्रमुख नेता हैं और उन्होंने अपने देश को सुधारने के लिए बहुत कुछ किया है। 🤔

बिहार की जन-सुराज पार्टी की राय में किसानों और गरीबों के लिए लड़ना एक अच्छा विचार है, लेकिन यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि युवाओं की बात भी सुनी जाए। हमें देश को समझने की कोशिश करनी चाहिए और सभी वर्गों को एक साथ लाने का प्रयास करना चाहिए। 🌈
 
Wow! 🤯 राहुल गांधी पर बहुत भरोसा नहीं लगाया जाना भी एक बड़ी बात है... Interesting 😊। प्रशांत किशोर की बात सुनकर मुझे लगता है कि युवाओं को सुनना और उनकी बात करना बहुत जरूरी है।
 
पुराने दिनों में राहुल गांधी जी ऐसे ही बोलते थे... किसी भी जगह घूमना-फिराते रहते थे, लेकिन देश को ख्याल नहीं रखा करते थे। आज भी वो बिहार में बैठकर ही घूम रहे हैं, तो ये सवाल उठता है कि उनका यह क्या फायदा?
 
😊 बिहार में जन-सुराज पार्टी के नेता प्रशांत किशोर ने राहुल गांधी पर भरोसा नहीं लगाया, लेकिन यह तो जरूर है कि वे अपने संगठन के काम के बारे में थोड़ा अधिक चिंतित हों। 🤔 राहुल गांधी की सरकार ने तो देश भर में बहुत सारे युवाओं के लिए प्लेसमेंट और रोजगार के अवसर प्रदान करने का वादा किया, लेकिन क्या वास्तविकता वही है? 🤷‍♂️

प्रशांत किशोर ने बिहार में सरकार को और भी स्पष्ट करने की जरूरत है कि वे युवाओं की बात सुनने के लिए तैयार हैं या नहीं। अगर नहीं, तो यह सवाल उनके संगठन के भविष्य के बारे में बहुत बड़ा है। 🤞
 
राहुल गांधी को कितना भरोसा करना चahiye? वो बिहार में बस घूमते-फिराते हैं तो देश में नहीं रुकते। युवाओं को उनकी बात सुनने की जरूरत नहीं, हमारी सरकार और नीतियों को समझना चahiye। प्रशांत किशोर जी की बात मानें, तो देश में जन-सुराज होना ही सही है। 🤔
 
अरे, यह तो बिल्कुल सही है प्रशांत किशोर ने कहा है... राहुल गांधी बहुत दूर से बिहार में आया करते हैं और वहाँ के युवाओं की बात नहीं समझते। लेकिन हमारा संदेश पूरे देश को छूता है, और हम किसानों और गरीबों के लिए लड़ेंगे। मुझे लगता है कि चुनाव में वाकई युवाओं की आवाज़ सुनना जरूरी है।
 
राहुल गांधी पर भरोसा नहीं करना तो एक अच्छी बात है 🤣, ये तो निश्चित रूप से उन्हें अपनी पार्टी की समस्याओं में खो देगा। लेकिन ये सवाल है कि अगर वह अपने ख्याल नहीं रखते, तो फिर वे अपने देश का क्या ख्याल रखते हैं? 🤔 और बिहार के युवाओं से राहुल गांधी कहाँ पर बात कर रहे थे? जैसे कि कोई स्टोर में गया है तो व्यक्तिगत बात नहीं कर सकता, लेकिन फिर भी अपने ख्याल दिखाना चाहता है। 😂
 
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