पैरा तीरंदाज शीतल देवी ने अपने सपने को पूरा करने का नया साहस दिखाया है, जिसने उन्हें ऐतिहासिक उपलब्धि की ओर ले जाने वाला एक अनमोल अवसर दिया। शीतल देवी ने जेद्दा में आगामी एशिया कप चरण तीन के लिए भारत की सक्षम जूनियर टीम में जगह बनाई है, जो उनके सपने को सच कर रही है।
जिसके पैर पर उंगलियां नहीं थीं, शीतल देवी ने अपने जुनून और अनुशासन के बल से पैरा तीरंदाजी में सफलता पाई। उन्होंने गुरुवार को यह उपलब्धि हासिल करते हुए टीम की घोषणा की, जिससे वह विश्व कंपाउंड चैंपियन बन गईं।
शीतल देवी ने सोशल मीडिया पर लिखा, 'मेरा एक छोटा सा सपना था कि मैं सक्षम तीरंदाजों के साथ प्रतिस्पर्धा करूंगी। शुरुआत में मैं इसमें सफल नहीं हो पाई, लेकिन हर असफलता से मैंने सीखते हुए आगे बढ़ती रही। आज वह सपना एक कदम और करीब आ गया है।'
जिसके पैर पर उंगलियां नहीं थीं, शीतल देवी ने अपने जुनून और अनुशासन के बल से पैरा तीरंदाजी में सफलता पाई। उन्होंने गुरुवार को यह उपलब्धि हासिल करते हुए टीम की घोषणा की, जिससे वह विश्व कंपाउंड चैंपियन बन गईं।
शीतल देवी ने सोशल मीडिया पर लिखा, 'मेरा एक छोटा सा सपना था कि मैं सक्षम तीरंदाजों के साथ प्रतिस्पर्धा करूंगी। शुरुआत में मैं इसमें सफल नहीं हो पाई, लेकिन हर असफलता से मैंने सीखते हुए आगे बढ़ती रही। आज वह सपना एक कदम और करीब आ गया है।'